जयपुर. एसएमएस अस्पताल के आईडीएच सेंटर पर मंगलवार को प्रिकॉशन डोज लगवाने के बाद (Parsadi Lal Meena Vaccinated With Precaution Dose) चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा मीडिया से रूबरू हुए. मीणा ने कहा इस समय कोरोना फैल रहा है इसलिए सभी लोगों को वैक्सीन की फर्स्ट और सेकंड डोज लगवानी चाहिए.
उन्होंने बच्चों को भी वैक्सीनेट कराने की वकालत की. बोले- बच्चों को भी डोज लगवानी चाहिए और जिन लोगों के लिए प्रिकॉशन डोज जरूरी है, उन्हें प्रिकॉशन डोज लगवानी चाहिए. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का वो बात दोहराई जिसके मुताबिक सभी लोगों को 31 जनवरी तक पहली और दूसरी डोज लगवानी पड़ेगी. 31 जनवरी के बाद ऐसे लोगों का दफ्तर और अन्य जगह आना जाना बंद किया जाएगा.
सबकी सुरक्षा सबके हाथ
अपने और देश हित के लिए 31 जनवरी तक दोनों डोज लगाना अनिवार्य है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और 7 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ हुई बैठक के बारे में चर्चा करते हुए चिकित्सा मंत्री मीणा ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री को प्रदेश की स्थिति के बारे में बता दिया है. प्रदेश कोरोना के लिए तैयार है. आईसीयू सहित अन्य Beds की संख्या में बढ़ोतरी कर दी गई है. पहली और दूसरी लहर के दौरान भी मरीजों का फ्री में इलाज किया गया था और सरकारी अस्पतालों में 40 हजार तक का इंजेक्शन मरीजों के फ्री लगाया गया था.
हमने दिया मुफ्त इलाज
मीणा ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए हमारी व्यवस्था पूरी है और दवाइयों का भी 30 दिन का सुनिश्चित भंडार है. कम्युनिटी स्प्रेड के सवाल पर मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि आप इसे कुछ भी माने लेकिन ओमीक्रोन खतरनाक नहीं है. 92 फीसदी ओमीक्रोन पीड़ित (Meena comments on Omicron) घर पर ही आइसोलेट होकर ठीक हो जा रहे हैं. दो फीसदी अस्पताल में भर्ती हैं और इस मामले में डेथ रेट भी कम है.
उन्होंने गहलोत सरकार की पीठ थमथपाते हुए कहा- हमारी सरकार ने दोनों दोनों डोज लगाने का जो काम किया है उससे लोगों को सुरक्षित महसूस हुआ है. दोनों डोज लगवाने के बाद एक-दो मरीजों को छोड़कर किसी की भी मौत नहीं हुई है. इस महामारी से जनता सुरक्षित रहे यही सरकार की प्राथमिकता है.