जयपुर. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को बजट पेश करने जा रहे हैं. लेकिन गहलोत सरकार की ऐसी कई बजट घोषणाएं हैं, जो एक साल बीत जाने के बाद भी पूरी नहीं हो सकी है. इनमें से एक बजट घोषणा महात्मा गांधी संस्थान और गांधी दर्शन म्यूजियम निर्माण की है, जो एक वर्ष के बाद भी अधूरी है.
हालांकि, 50 करोड़ की लागत से बनने वाले महात्मा गांधी संस्थान और गांधी दर्शन म्यूजियम निर्माण को लेकर बैठकों का दौर भी चला. बैठक में सामने आई की जल्द ही गांधी संस्थान और गांधी दर्शन म्यूजियम निर्माण के लिए शीघ्र ही भूमि का चिन्हीकरण कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी.
दरअसल, जयपुर में महात्मा गांधी संस्थान की स्थापना के संबंध में बुधवार को कला, साहित्य और संस्कृति मंत्री डॉ. बीडी कल्ला की अध्यक्षता में शासन सचिवालय में बैठक हुई. बैठक में मंत्री बीडी कल्ला ने कहा, कि बापू के आदर्शों और जीवन दर्शन को आत्मसात करने के लिए नौजवान पीढ़ी में प्रेरणा पैदा करने और समग्र समाज को उनके विचारों के प्रति जागरूक करने के लिए राजधानी जयपुर में महात्मा गांधी संस्थान और गांधी दर्शन म्यूजियम का निर्माण कराया जाएगा. इसके लिए शीघ्र ही भूमि का चिन्हीकरण कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी.
कला, साहित्य और संस्कृति मंत्री ने बैठक में मौजूद अधिकारियों और गांधीवादी विचारकों के साथ इस संस्थान के स्वरूप, थीम और इसमें संचालित की जाने वाली गतिविधियों के बारे में विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा, कि सभी लोगों से प्राप्त सुझावों को समाहित करते हुए इस संस्थान की स्थापना की दिशा में कार्यवाही की जाएगी.
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बैठक में गांधीवादी विचारकों और अन्य प्रतिभागियों ने महात्मा गांधी संस्थान एवं गांधी दर्शन म्यूजियम के तहत गांधी दर्शन पर विश्व स्तरीय पुस्तकालय, कपड़ा बुनाई केन्द्र, मेडिटेशन सेंटर, क्लास रूम फोर गांधी स्टडीज, प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग केन्द्र, खादी ग्रामोद्योग एवं कुटीर उद्योग और युवाओं को स्वावलंबी बनाने के कोर्सेज संचालित करने आदि के संबंध में अपने सुझाव दिए. बैठक में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग सुबोध अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सलाहकार गोविन्द शर्मा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.