नई दिल्ली: राजस्थान का कल्चर दुनिया भर में मशहूर है, खासतौर पर वहां का पहनावा, लोक संगीत और राजस्थान की लाख की चूड़ियां, जिसे महिलाएं आज भी पसंद करती हैं. इन्हें खरीदने के लिए खास तौर पर राजस्थान भी जाती हैं, लेकिन यही लाख की चूड़ियां आपको देश की राजधानी दिल्ली में मिल जाएंगी.
क्योंकि इस वक्त दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 26वां हुनर हाट मेला लगा हुआ है. जहां पर अलग-अलग राज्यों से शिल्पकार और कारीगर अपना हुनर लेकर आए हैं. इसी कड़ी में राजस्थान के जयपुर से इस्लाम अहमद ना केवल लाख की चूड़ियां लाइव बना कर दिखा रहे हैं, बल्कि लोगों की पसंदीदा चूड़ियां उन्हें बनाकर भी दे रहे हैं.
लाख की चूड़ियों की सभ्यता
बता दें कि लाख की चूड़ियों की सभ्यता हमारे देश में हजारों साल पुरानी है और आज भी सभ्यता को सैकड़ों परिवार आगे बढ़ा रहे हैं. इसी कड़ी में शिल्पकार इस्लाम अहमद ने बताया कि उनके परिवार की सात पीढ़ियां लाख की चूड़ियां बनाते हुए आ रही हैं और वह इस संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं.
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उन्होंने बताया कि राजस्थान के जयपुर में लाख की चूड़ियों का मशहूर बाजार है, जहां से दुनिया भर में लाख की चूड़ियां पहुंचती हैं. वहीं अलग-अलग डिजाइन की सुंदर चूड़ियां खरीदने के लिए महिलाएं खासतौर पर जयपुर भी आती हैं उसी खूबसूरत लाख की चूड़ियों को वह दिल्ली के हुनर हाट में लेकर आए हैं जहां पर महिलाओं की पसंदीदा चूड़ी खुद लाइव बनाकर उन्हें दे रहे हैं.
सरकार का किया धन्यवाद
कारीगर ने कहा कि वह प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का धन्यवाद करना चाहते हैं कि उन्होंने यह मौका दिया जिसमें वह जयपुर से दिल्ली आकर अपना यह हुनर लोगों को दिखा सके. इसके साथ ही केंद्र सरकार के असंख्य मंत्रालय का धन्यवाद करना चाहते हैं, जिन्होंने हुनर हाट जैसा एक प्लेटफार्म शुरू किया.
हुनर हाट में लाई गई जयपुर की फेमस लाख की चूड़ियां
इसके साथ ही हुनर हाट घूमने आए लोगों ने कहा कि बेहद खूबसूरती से लाख की चूड़ियां बनाकर दिखाई जा रही है. रितु शर्मा ने कहा कि जब उन्होंने लाइव लाख की चूड़ियां बनते हुए देखी. जिसके बाद उन्होंने अपने लिए भी लाख की चूड़ी बनवाई, जो बेहद खूबसूरत है. हमारे देश की पुरानी सभ्यता है, इसलिए उन्होंने खरीद लिया. क्योंकि कई बार हम जयपुर तो यह चूड़ियां खरीदने नहीं जा सकते, लेकिन हमें हुनर हाट में यह जयपुर की चूड़ियां बड़ी आसानी से मिल रही है.
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एक कीड़े से उत्पन्न होता है लाख
बता दें लाख का इतिहास सदियों पुराना है और जिस चीज से यह लाख की चूड़ियां बनाई जाती है. वह दरअसल कीटों से उत्पन्न होने वाली एक राल है, जो पेड़ों पर रहकर अपना भोजन लेते हैं. राल एक ऐसा प्राकृतिक उत्पाद है, जिसका प्रयोग भोजन, फर्नीचर, कॉस्मेटिक और औषधीय उद्योग में ज्यादा होता है. केरिया लक्का अथवा लाख कीट भारत में केरिया लक्का नामक कीट ढाक, बेर और कुसुम जैसे पेड़ों पर पलते हैं.