जयपुर. कोरोना के संकट को दूर करने के लिए प्रदेशभर के लोगों की ओर से सरकार को सहयोग किया जा रहा हैं. इसी बीच शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी एक दिन का वेतन दिया. ऐसे में शिक्षा विभाग की ओर से लगभग 80 करोड़ रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दिए गए हैं.
शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने लोगों से अपील की है कि वे इस महामारी से निपटने के लिए सरकार की ओर से जारी की गई गाइड लाइन की सख्ती से पालना करें. मंत्री डोटासरा ने निजी शिक्षक संस्थानों और कोचिंग संस्थानों से भी अपील की है कि वे भी सरकार का सहयोग करें और अपना योगदान मुख्यमंत्री सहायता कोष में दें.
इसी के साथ मंत्री डोटासरा ने उन सभी शिक्षक संगठनों का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने संकट के समय में सरकार की मदद के लिए आगे आए हैं. उधर, उच्च शिक्षा विभाग से जुड़े विभिन्न शिक्षक, पेंशनर्स और कर्मचारी संगठनों ने भी एक दिन का वेतन दिया है. जिसकी राशि लगभग 4.15 करोड़ रुपए हैं. यह राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करवाई गई हैं.
- गवर्नमेंट कॉलेजों के स्टाफ की ओर से 2.60 करोड़ रुपए.
- राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से 30 लाख रूपए.
- राजस्थान विश्वविद्यालय पेंशनर्स की ओर से 5 लाख रुपए.
- जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर ने 12 लाख रुपए.
- महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर ने 8.50 लाख रुपए.
- मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर ने 7 लाख रुपए.
- महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर ने 2.33 लाख रुपए.
- कोटा विश्वविद्यालय की ओर से 2.83 लाख रुपए.
- वर्धमान महावीर विश्वविद्यालय, कोटा ने 6.50 लाख रुपए.
- राज्य के सभी कृषि विश्वविद्यालयों ने 7 लाख रुपए .
- राजस्थान यूनिवर्सिटी आफ वेटरिनरी एंड एनीमल साइंसेज, बीकानेर ने 15 लाख रुपए.
पढ़ें: कोरोना संकट के बीच जरूरतमंदों की मदद के लिए उठे हाथ, खिला रहे फ्री खाना
वहीं उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने राज्य की उच्च शिक्षा से जुड़े इन सभी संगठनों को धन्यवाद ज्ञापित किया. साथ ही भविष्य में भी इसी प्रकार सहयोग के लिए तैयार रहने का आह्वान किया.