जयपुर. भाजपा प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर और प्रदेश मंत्री जितेंद्र गोठवाल की ओर से प्रदेश सरकार पर दलित अत्याचारों को लेकर लगाए गए आरोपों को कांग्रेस नेता और निवर्तमान पीसीसी उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ने सिरे से खारिज किया है. अर्चना शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि भाजपा नेता ओछी राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं.
शर्मा ने आरोप लगाने वाले दोनों ही नेताओं को पिछली वसुंधरा राज्य सरकार के कार्यकाल में हुए दलित अत्याचार की घटनाओं पर भी ध्यान आकर्षित किया. अर्चना शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि भाजपा के नेता अपनी बौखलाहट मिटाने के लिए प्रदेश सरकार पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. जबकि प्रदेश में कानून का राज है, और जनता का प्रदेश के गहलोत सरकार में विश्वास है.
अर्चना शर्मा के अनुसार आरोप लगाने वाले बीजेपी नेता भाजपा शासित प्रदेशों में जाकर देखें कि वहां कानून व्यवस्था के क्या हालात हैं? जबकि राजस्थान में कानून व्यवस्था सही है और जनता का भी सरकार में विश्वास है. वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में जिस तरह दलितों में बेताहाशा अत्याचार की घटनाएं हुई थी. उसे यह भाजपा नेता भूल गए हैं और अपनी नाकामी छुपाने के लिए मौजूदा सरकार पर आरोप लगा रहे हैं.
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गौरतलब है की भाजपा नेता मदन दिलावर और जितेंद्र गोठवाल ने रविवार को प्रदेश में बढ़ते दलित अत्याचार और दलित बालिकाओं के साथ हो रही बलात्कार की घटनाओं के मामले में प्रदेश सरकार के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा था. दोनों ने प्रेस वार्ता कर प्रदेश सरकार पर कई आरोप भी लगाए थे. जिसका कांग्रेस नेता अर्चना शर्मा ने बयान जारी कर पलटवार किया है.