जयपुर. कांग्रेस और समर्थक दलों के विधायकों का तीन दिवसीय चिंतन शिविर (Rajasthan Congress Training Camp Ended) मंगलवार को संपन्न हो गया. भले ही इसमें सभी विधायकों को बुलाया गया था. लेकिन चिंतन शिविर (Congress contemplation camp in Rajasthan) में पहुंचने वाले विधायकों की संख्या 80 से ज्यादा नहीं हो सकी. भले ही दूसरे राज्यों में चुनाव व्यस्तता हो या कोई अन्य कारण रहे हो. लेकिन करीब 3 दर्जन विधायकों ने इस चिंतन शिविर से दूरी बनाए रखी.
पद नहीं मिलने से नाराज : कुछ विधायक तो कुछ देर के लिए आकर वापस लौट गए. चिंतन शिविर से पहले यह कहा जा रहा था कि बसपा से कांग्रेस में आए विधायक पद नहीं दिए जाने से नाराज हैं, जिसके चलते हो सकता है कि वे इस चिंतन शिविर से दूरी रखेंगे. लेकिन बसपा से कांग्रेस में आए विधायक चिंतन शिविर में तो पहुंचे. लेकिन बसपा से कांग्रेस में शामिल होने के बाद मंत्री बने राजेंद्र गुढ़ा ने इस चिंतन शिविर से दूरी बनाए रखी.
यह भी पढ़ें- कांग्रेस का चिंतन शिविर: 102 विधायक पहुंचे होटल, सोमवार को होगी बैठक- महेश जोशी
जो विधायक इस चिंतन शिविर में पहुंचे थे, उन्होंने भी अजय माकन से मिलकर अपनी बात रखने का प्रयास किया. लेकिन अजय माकन उनसे अलग से नहीं मिले और इन विधायकों से उन्होंने अगली बार मिलने की बात कही. यही कारण रहा कि बसपा से कांग्रेस में आए विधायक जोगिंदर अवाना ने टूटी हुई सड़कों के आरोप पीडब्ल्यूडी विभाग पर लगा दिए. विधायक वाजिब अली ने पैरा टीचर्स और संविदा कर्मियों की सुनवाई की मांग उठाते हुए यहां तक कह दिया की कला कमेटी 3 साल से नदारद है. उसकी कोई मीटिंग नहीं हो रही, इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए.