जयपुर. प्रदेश में विभिन्न प्लेटफार्म पर कांग्रेस पार्टी का पक्ष रखने वाले वक्ता, प्रवक्ताओं की तलाश प्रदेश कांग्रेस में अब लगभग पूरी हो गई है. प्रदेशभर से कांग्रेस ने 2 दर्जन वक्ता, प्रवक्ताओं की सूची तैयार कर ली है, जिन्हें जल्द ही मंजूरी के लिए दिल्ली भेज दिया जाएगा. लेकिन इस बार कांग्रेस ने अपने वक्ताओं और प्रवक्ताओं को डिबेट में भाग लेने के लिए विशेष प्रशिक्षण और ट्रेनिंग देने का भी मानस बनाया है.
इसके तहत साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी यह प्रवक्ता पार्टी का पक्ष रखेंगे. प्रवक्ताओं को प्रशिक्षण और ट्रेनिंग देने के लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में एक डिबेट रूम भी जल्द ही तैयार कर लिया जाएगा. जिसमें एक महीने तक सेलेक्ट हुए प्रवक्ताओं को ट्रेनिंग दी जाएगी. जिसके तहत प्रवक्ता आपस में बैठकर हर मुद्दे पर डिबेट करेंगे. इस दौरान कई विशेषज्ञों की सहायता भी कांग्रेस पार्टी लेगी, जो इन वक्ताओं, प्रवक्ताओं को मुद्दों को उठाने और अपनी बात को रखने का तरीका बताएंगे.
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दरअसल, प्रदेश कांग्रेस में बनने जा रही नई वक्ता, प्रवक्ताओं की टीम के लिए ट्रेनिंग की जरूरत इसलिए पड़ रही है, क्योंकि कई बार कांग्रेस के वक्ता, प्रवक्ता मूल मुद्दों से भटक कर विपक्ष के प्रवक्ताओं के सवालों में उलझ जाते हैं. जिस मुद्दे पर पार्टी और सरकार का पक्ष रखना होता है उस पर बात ही नहीं हो पाती है. इसे देखते हुए कांग्रेस के थिंक टैंक ने वक्ता, प्रवक्ताओं को ट्रेनिंग देने की कवायद शुरू की है.