जयपुर. प्रदेश के अस्पतालों में कुछ महीनों से जिस तरह के हालात नजर आ रहे हैं, उसके बाद अब गहलोत सरकार गंभीर हो गई है. यही वजह है, कि बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज जोधपुर के प्राचार्य डॉ. एसएस राठौड़ से मुलाकात की.
राठौड़ ने मेडिकल कॉलेज और उससे सम्बद्ध अस्पतालों में हो रहे विकास कार्य और चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए भविष्य में आने वाली जरूरतों के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया. इस दौरान सीएम गहलोत ने अस्पतालों में जरूरी सुविधाओं और उपकरणों के लिए दानदाताओं को आगे आकर सहयोग करने की भी अपील की. गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए, कि डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज और इससे सम्बद्ध महात्मा गांधी चिकित्सालय, उम्मेद चिकित्सालय, एमडीएम हॉस्पिटल की ओर से जिन सुविधाओं और उपकरणों की मांग की गई, उन्हें जल्द उपलब्ध कराया जाए.
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उन्होंने कहा, कि नए भवन, वार्ड, जरूरी सुविधाओं, जरूरी उपकरणों और स्टाफ की उपलब्धता में किसी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी. मुख्यमंत्री को डॉ. राठौड़ ने बताया, कि जोधपुर मानव सेवा ट्रस्ट के दानदाताओं बद्रीदास मूंदड़ा और मनीष मूंदड़ा के सहयोग से एमडीएम अस्पताल, जोधपुर में करीब 4.4 करोड़ की लागत से 40 कॉटेज वार्ड बनवाए जाएंगे. इसके अलावा अस्पताल में 3 करोड़ की लागत से नवनिर्मित 17 बेड रिकवरी वार्ड के लिए ट्रस्ट की ओर से करीब 1.6 करोड़ रुपए के उपकरण दिए जाएंगे.
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गहलोत ने ट्रस्ट की इस पहल के लिए उनका धन्यवाद दिया और आह्वान किया, कि प्रदेश के अस्पतालों में आवश्यक सुविधाओं और उपकरणों के लिए दानदाता और भामाशाह आगे आकर सहयोग करें. अधिकारियों ने बताया, कि राज्य सरकार की ओर से करीब 16 करोड़ की लागत से महात्मा गांधी चिकित्सालय जोधपुर में नई ओपीडी और इमरजेन्सी ब्लॉक बनवाया जा रहा है. जिसका काम इस साल अगस्त में पूरा हो जाएगा. इससे सभी विभागों की OPD सुविधाएं लोगों को एक ही भवन में उपलब्ध होंगी.
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इसके अलावा करीब 6 करोड़ की लागत से उम्मेद चिकित्सालय जोधपुर में भी नया OPD ब्लॉक बनाया जा रहा है. यह ब्लॉक बनने से मरीजों को काफी आराम मिलेगा. एमडीएम अस्पताल जोधपुर में 35 करोड़ की लागत से ट्रॉमा सेन्टर बनाया जा रहा है. जिसका कार्य इस साल अगस्त तक पूरा हो जाएगा. यह सेन्टर बनने के बाद दुर्घटना में घायल मरीज और इमरजेन्सी केस में तुरन्त इलाज मिल सकेगा. इसके अलावा करीब 3.50 करोड़ की लागत से मल्टी ऑर्गन ट्रांसप्लांट और रिप्लेसमेन्ट केन्द्र का काम पूरा हो चुका है. यह केन्द्र बनने से यूरोलॉजी विभाग में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा मिल सकेगी.
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मुख्यमंत्री ने इन अस्पतालों में चल रहे प्रोजेक्ट्स समयबद्ध तरीके से पूरे करने और नए बनने वाले ओपीडी, इमरजेन्सी ब्लॉक, रिकवरी वार्ड, ट्रॉमा सेन्टर और दूसरे केन्द्रों के लिए जरूरी उपकरण और मैनपावर जल्द उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए. गहलोत ने कहा, कि एसएन मेडिकल कॉलेज और इससे सम्बद्ध अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार से जुड़े जरूरी प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजे जाएं. इस मौके पर मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी और सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी भी मौजूद रहे.