जयपुर. कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बीच बाल संरक्षण आयोग ने एक सराहनीय पहल की है. बाल आयोग प्रदेश के सभी जिलों में बाल कोविड केयर सेंटर तैयार कर रहा है, जिसमें बच्चों के लिए कोरोना संबंधी उपचार की सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इतना ही नहीं ऑक्सीजन और एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्थाएं भी की जाएंगी.
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ईटीवी भारत से खास बातचीत में बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि 16 से 17 जिलों में कोविड केयर सेंटर तैयार भी किए जा चुके हैं. बाकी जिलों में जल्द ही सेंटर तैयार हो जाएंगे. बेनीवाल ने कहा कि विशेषज्ञ इस बात की लगातार आशंका जता रहे हैं कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक हो सकती है. इसके लक्षण कई जिलों में दिखने भी लगा है.
बाल संरक्षण आयोग जिला कलेक्टर और स्थानीय लोगों की मदद से प्रत्येक जिले में बाल कोविड केयर सेंटर तैयार कर रहा है, जिसमें बच्चों के कोरोना संबंधित स्वास्थ्य को लेकर सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. उन्होंने कहा कि दूसरी लहर की तरह तीसरी लहर में ऑक्सीजन की समस्या खड़ी नहीं हो और मासूम बच्चों को ऑक्सीजन के अभाव में अपना जान नहीं गंवाना पड़े, इसलिए ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था को लेकर सभी जिला कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं.
संगीता बेनीवाल ने बताया कि बच्चों को अस्पताल तक लाने के लिए पर्याप्त एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं. पीएचसी (PHC) और सीएचसी (CHC) में भी बच्चों के उपचार को लेकर सुविधाएं उपलब्ध रहे, यह भी सुनिश्चित किया गया है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को भी जरूरी सामान उपलब्ध कराने के लिए आग्रह किया गया है.
बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश के 16 से 17 जिलों में बाल कोविड-19 सेंटर तैयार हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि इनमें से मैं 9 जिलों का दौरा कर चुकी हूं और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा भी ले चुकी हूं. उन्होंने बताया कि बाकी के जिलों के लिए बाल कल्याण समिति और बाल आयोग की टीम को निर्देश दिया गया है कि वे वहां का निरीक्षण करें.
राजस्थान बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि कोविड केयर सेंटर सभी जिलों में होंगे, जिसकी तैयारियां लगातार की जा रही है. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अनाथ हुए बच्चों के लिए आर्थिक सहायता को लेकर संगीता बेनीवाल ने कहा कि सरकार की ओर से मुख्यमंत्री बाल कल्याण योजना शुरू की गई थी. इसके तहत अनाथ बच्चों को सहायता मिलना शुरू हो गया है.
बेनीवाल ने कहा कि बाल संरक्षण आयोग भी लगातार उन बच्चों के साथ सामंजस्य स्थापित किए हुए हैं, जिन्होंने कोरोना की दूसरी लहर में अपने माता-पिता को खोया है. आयोग की टीम लगातार उन बच्चों को सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रयास कर रही है.