जयपुर. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Rajasthan Transport Minister Pratap Singh Khachariyawas) ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी (Congress Party) नीति और नियम के साथ चलती है. हमारे यहां पर सत्ता और संगठन एक साथ मिलकर किस तरह से काम करे, इसको लेकर समय-समय पर दिल्ली आलाकमान फीडबैक लेता है.
खाचरियावास ने कहा कि अभी जो कांग्रेस प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) सभी विधायकों-मंत्रियों से फीडबैक ले रहे हैं, वह भी इसी रूटीन का हिस्सा है. सरकार के जन घोषणा पत्र क्रियान्विति, सरकार की मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना और अक्षय ऊर्जा योजना से कितना प्रदेश की जनता को लाभ किस तरह से मिला, इसको लेकर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सभी विधायकों और मंत्रियों से बारी-बारी फीडबैक ले रहे हैं. किस तरह से इसे और बेहतर किया जा सकता है, इसको लेकर उनसे सुझाव ले रहे हैं.
लेकिन मीडिया अपने अनुमान के साथ कभी मंत्रिमंडल फेरबदल की बात करता है तो कभी कोई और सियासी अटकलें लगाता रहता है. इससे पहले भी 8-9 बार इस तरह की खबरें मीडिया में आ चुकी हैं, लेकिन होता कुछ भी नहीं है. खाचरियावास ने कहा कि सरकार ने जिस तरीके से कोरोना संक्रमण के वक्त अपना काम किया और जन घोषणा पत्र (Public Manifesto) को सरकारी दस्तावेज बनाकर काम किया है, उसको लेकर ही चर्चा हो रही है.
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इसके कई अलग तरह के सियासी मायने हर दिन देखने को मिल रहे हैं, जिनमें कोई भी सच्चाई नहीं है. खाचरियावास ने मंत्रियों के इस्तीफे और सियासी उठापटक (Rajasthan Political Crisis) के सवाल पर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को जादूगर ऐसे ही नहीं कहा जाता. वह राजनीति के जादूगर हैं, तीन बार मुख्यमंत्री बने हैं और लंबा राजनीतिक अनुभव है. इसलिए क्या होगा, क्या होना चाहिए, उसके बारे में उन्हें बहुत अच्छे तरीके से पता है.
हम आपको बता दें कि कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन दो दिन से विधायक और मंत्रियों के साथ में चर्चा कर रहे हैं. इन चर्चाओं के बीच में कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल किया जा सकता है. जिन मंत्रियों की परफॉर्मेंस अच्छी नहीं है या विधायक जिनकी शिकायत कर रहे हैं, उन्हें बदला जा सकता है. मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर ही परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से यह सवाल किया गया था.