जयपुर. राजस्थान में 3 सीटों पर उपचुनाव 17 अप्रैल को होने जा रहे हैं. जिसको लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. उपचुनाव के रण में भले ही अब तक पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नजर ना आई हों लेकिन उनके घोर विरोधी घनश्याम तिवाड़ी भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार राजनीतिक मंच पर नजर आए. घनश्याम तिवाड़ी सुजानगढ़ में भाजपा प्रत्याशी के नामांकन कार्यक्रम में भाजपा नेताओं के साथ मंच पर दिखे.
12 दिसंबर 2020 को भाजपा में शामिल होने के बाद घनश्याम तिवाड़ी राजनीतिक गलियारों से पूरी तरह गायब हो गए थे. लेकिन एकाएक सुजानगढ़ उपचुनाव में बीजेपी के चुनावी सभा में मंच साझा करते नजर आए. खास बात यह है मंच पर उनकी घोर विरोधी पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे नहीं थी और ना ही वहां लगे बैनर होर्डिंग और पोस्टर में वसुंधरा राजे की तस्वीर थी. तिवाड़ी को मंच पर भी जगह मिली और संबोधन का मौका भी मिला. वह मंच पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ के साथ सबसे आगे की लाइन में बैठे हुए थे.
शेखावाटी में घनश्याम तिवाड़ी का है खासा प्रभाव
घनश्याम तिवाड़ी प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह से बातचीत करते नजर आए. पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान जब घनश्याम तिवाड़ी ने अपने खुद का राजनीतिक दल दीनदयाल वाहिनी बनाई थी. तब शेखावटी क्षेत्र में उन्होंने कई बड़े चुनावी कार्यक्रम किए थे. ऐसे में जब शेखावाटी क्षेत्र में आने वाली इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव है तो प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने तिवाड़ी को यहां होने वाले चुनावी कार्यक्रम में आमंत्रित किया. ताकि तिवाड़ी के प्रभाव का फायदा भाजपा को मिल सके.