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आर्थिक सुधार के लिए बजट में उद्यमियों के महत्वपूर्ण सुझाव शामिल करेंगेः सीएम गहलोत

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Published : Feb 7, 2020, 6:37 PM IST

राजस्थान में सरकार नए वित्तीय वर्ष के लिए बजट की तैयारियों में जुट गई है. शुक्रवार को शासन सचिवालय में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय करदात्री समिति की अहम बैठक हुई. इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार आर्थिक सुधार के लिए उद्यमियों के महत्वपूर्ण सुझावों को बजट में शामिल करेगी.

राज्य स्तरीय करदात्री समिति की बैठक, Jaipur News
राज्य स्तरीय करदात्री समिति की बैठक

जयपुर. राजस्थान में सरकार नए वित्तीय वर्ष के लिए बजट की तैयारियों में जुट गई है. शुक्रवार को शासन सचिवालय में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय करदात्री समिति की अहम बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उद्योगपतियों से सुझाव लिए और उनके साथ मंथन किया.

राज्य स्तरीय करदात्री समिति की बैठक

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, कि देश में आर्थिक मंदी का दौर है और उनकी सरकार आर्थिक सुधार के लिए उद्यमियों के महत्वपूर्ण सुझावों को बजट में शामिल करेगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए हर स्तर पर काम कर रही है. प्रदेश का आर्थिक वातावरण बेहतर हो सके इसके लिए आगामी बजट में उद्यमियों के सुझावों को शामिल किया जाएगा.

पढ़ें- बजट से आस: रिवरफ्रंट की 1 साल में केवल DPR, टेंडर स्वीकृति भी सरकार के पाले में

केंद्र ने विभिन्न योजनाओं के अनुदान में कर दी कटौती

मुख्यमंत्री ने कहा, कि जीएसटी में राजस्व संग्रहण आशा के अनुरूप में होने के कारण राज्यों को मिलने वाले करों के हिस्से में कमी आई है. साथ ही विभिन्न योजनाओं के लिए मिलने वाले अनुदान में भी केंद्र सरकार ने कटौती कर दी है. इसका असर प्रदेश के विकास पर पड़ रहा है. ऐसे हालातों में औद्योगिक विकास से ही राज्य की समृद्धि होगी.

टैक्स कलेक्शन में किसी तरह का लीकेज ना हो

सीएम गहलोत ने कहा, कि राज्य सरकार का पूरा प्रयास है कि टैक्स कलेक्शन में किसी तरह का लीकेज ना हो और ईमानदारी से कर अदा करने वाले उद्यमियों और व्यापारियों को किसी तरह की परेशानी ना हो. उन्होंने कहा कि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां, कानून और योजनाएं लागू की गई है, जिससे प्रदेश में औद्योगिक माहौल बदला है. उन्होंने कहा कि आने वाले बजट में भी उद्योग जगत का पूरा ख्याल रखा जाएगा.

औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने दिए सुझाव

बैठक में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने बजट को लेकर अपने सुझाव दिए. उन्होंने कहा कि विपरीत आर्थिक हालातों के बावजूद राज्य सरकार ने विगत एक वर्ष में उद्योगों को पर्याप्त संबल प्रदान किया है. कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति, राजस्थान औद्योगिक विकास नीति, रिप्स, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, एमएसएमई एक्ट जैसे कदमों की ना केवल प्रदेश में बल्कि देश के उद्यमी भी तारीफ कर रहे हैं. इससे राज्य के उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा और औद्योगिक निवेश बढ़ेगा.

पढ़ें- Exclusive: विधानसभा सत्र में यह रहेगी भाजपा की रणनीति, सुनिए कटारिया की जुबानी...

वहीं, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा, कि राज्य सरकार प्रदेश को निवेश की दृष्टि से बेस्ट डेस्टिनेशन बनाने का प्रयास कर रही है. तो वहीं अतिरिक्त मुख्य सचिव, वित्त निरंजन आर्य ने कहा, कि उद्यमियों से प्राप्त सुझावों का परीक्षण कर उचित सुझावों को बजट में शामिल करने का प्रयास किया जाएगा.

जयपुर. राजस्थान में सरकार नए वित्तीय वर्ष के लिए बजट की तैयारियों में जुट गई है. शुक्रवार को शासन सचिवालय में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय करदात्री समिति की अहम बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उद्योगपतियों से सुझाव लिए और उनके साथ मंथन किया.

राज्य स्तरीय करदात्री समिति की बैठक

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, कि देश में आर्थिक मंदी का दौर है और उनकी सरकार आर्थिक सुधार के लिए उद्यमियों के महत्वपूर्ण सुझावों को बजट में शामिल करेगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए हर स्तर पर काम कर रही है. प्रदेश का आर्थिक वातावरण बेहतर हो सके इसके लिए आगामी बजट में उद्यमियों के सुझावों को शामिल किया जाएगा.

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केंद्र ने विभिन्न योजनाओं के अनुदान में कर दी कटौती

मुख्यमंत्री ने कहा, कि जीएसटी में राजस्व संग्रहण आशा के अनुरूप में होने के कारण राज्यों को मिलने वाले करों के हिस्से में कमी आई है. साथ ही विभिन्न योजनाओं के लिए मिलने वाले अनुदान में भी केंद्र सरकार ने कटौती कर दी है. इसका असर प्रदेश के विकास पर पड़ रहा है. ऐसे हालातों में औद्योगिक विकास से ही राज्य की समृद्धि होगी.

टैक्स कलेक्शन में किसी तरह का लीकेज ना हो

सीएम गहलोत ने कहा, कि राज्य सरकार का पूरा प्रयास है कि टैक्स कलेक्शन में किसी तरह का लीकेज ना हो और ईमानदारी से कर अदा करने वाले उद्यमियों और व्यापारियों को किसी तरह की परेशानी ना हो. उन्होंने कहा कि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां, कानून और योजनाएं लागू की गई है, जिससे प्रदेश में औद्योगिक माहौल बदला है. उन्होंने कहा कि आने वाले बजट में भी उद्योग जगत का पूरा ख्याल रखा जाएगा.

औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने दिए सुझाव

बैठक में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने बजट को लेकर अपने सुझाव दिए. उन्होंने कहा कि विपरीत आर्थिक हालातों के बावजूद राज्य सरकार ने विगत एक वर्ष में उद्योगों को पर्याप्त संबल प्रदान किया है. कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति, राजस्थान औद्योगिक विकास नीति, रिप्स, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, एमएसएमई एक्ट जैसे कदमों की ना केवल प्रदेश में बल्कि देश के उद्यमी भी तारीफ कर रहे हैं. इससे राज्य के उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा और औद्योगिक निवेश बढ़ेगा.

पढ़ें- Exclusive: विधानसभा सत्र में यह रहेगी भाजपा की रणनीति, सुनिए कटारिया की जुबानी...

वहीं, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा, कि राज्य सरकार प्रदेश को निवेश की दृष्टि से बेस्ट डेस्टिनेशन बनाने का प्रयास कर रही है. तो वहीं अतिरिक्त मुख्य सचिव, वित्त निरंजन आर्य ने कहा, कि उद्यमियों से प्राप्त सुझावों का परीक्षण कर उचित सुझावों को बजट में शामिल करने का प्रयास किया जाएगा.

Intro:जयपुर

नोट:- फीड सीएम मीटिंग के नाम से लाइव यू से भेजी हुई है

आर्थिक सुधार के लिए बजट में शामिल
करेंगे उद्यमियों के महत्वपूर्ण सुझाव
-मुख्यमंत्री

एंकर:- अशोक गहलोत ने कहा कि देश आर्थिक मंत्री के दौर में है और उनकी सरकार आर्थिक सुधार के लिए उद्यमियों के महत्वपूर्ण सुझावों को आर्थिक सुधार के लिए बजट में शामिल करेगी। राज्य सरकार उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए हर स्तर पर काम कर रही है। प्रदेश का आर्थिक वातावरण बेहतर हो सके इसके लिए आगामी बजट में उद्यमियों के सुझावों को शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज सचिवालय के कांफ्रेंस हॉल में बजट पूर्व राज्य स्तरीय करदात्री समिति की बैठक को संबोधित किया। बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उद्योगपतियों से सुझाव लिए और उनके साथ मंथन किया।
केंद्र ने विभिन्न योजनाओं के अनुदान में कर दी कटौती
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी में राजस्व संग्रहण आशा के अनुरूप में होने के कारण राज्यो को मिलने वाले करो के हिस्से में कमी आई है। साथ ही विभिन्न योजनाओं के लिए मिलने वाले अनुदान में भी केंद्र सरकार ने कटौती कर दी गई है। इसका असर प्रदेश के विकास पर पड़ रहा है। ऐसे हालातों में औद्योगिक विकास से ही राज्य की समृद्धि होगी।
टैक्स कलेक्शन में किसी तरह का लीकेज ना हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का पूरा प्रयास है कि टैक्स कलेक्शन में किसी तरह का लीकेज ना हो और इमानदारी से कर अदा करने वाले उद्यमियों और व्यापारियों को किसी तरह की परेशानी ना हो उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियां कानून एवं योजनाएं लागू की है जिससे प्रदेश में औद्योगिक माहौल बदला है। आने वाले बजट में भी उद्योग जगत का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
बैठक में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने बजट को लेकर अपने सुझाव दिए। उन्होंने एक स्वर में कहा कि विपरीत आर्थिक हालातों के बावजूद राज्य सरकार ने विगत एक वर्ष में उद्योगों को पर्याप्त संबल प्रदान किया है। कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति, राजस्थान औद्योगिक विकास नीति, रिप्स, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, एमएसएमई एक्ट जैसे कदमों की न केवल प्रदेश में बल्कि प्रदेश के भारत के उद्यमी भी तारीफ कर रहे हैं। इसे राज्य के उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा। औद्योगिक निवेश बढ़ेगा मुख्य डीबी गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को निवेश की दृष्टि से बेस्ट डेस्टिनेशन बनाने का प्रयास कर रही है।
बाइट:- बीड़ी कल्ला - ऊर्जा मंत्री
बाइट:- प्रसादी लाल मीणा _- उद्योगमंत्री
बाइट- नरेंद्र कुमार - व्यापारी
बाइट- अरुण अग्रवाल - व्यापारी
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