जयपुर. राज्य बजट को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे गहलोत सरकार के प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोड़ा की कर्तव्य निष्ठा (Akhil Arora Set an Example) प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. अपनी मां के निधन के बावजूद अरोड़ा बजट बनाने में जुटे नजर आ रहे हैं.
दरअसल, 19 फरवरी को सीनियर आईएएस और वित्त विभाग का जिम्मा संभाल रहे अखिल अरोड़ा की माता कमलेश अरोरा का निधन हो गया. इस वक्त अखिल अरोड़ा प्रदेश के बजट को अंतिम रूप देने की तैयारी में जुटे हुए थे. सूचना पर अखिल अरोरा घर पहुंचे, मां की अर्थी को कंधा देकर अंतिम संस्कार किया और फिर जुट गए अपने कर्तव्य में. बजट में अखिल अरोरा के साथ काम देख रहे करीबी अधिकारी बताते हैं कि इस तरह की मार्मिक मिसाल बहुत ही कम देखने को मिलती है.
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माता के निधन के बाद भी अखिल अरोड़ा बजट तैयारियों में जुटे रहे. अधिकारियों के साथ बैठक की और मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ (Preparation for Rajasthan Budget) बजट को अंतिम रूप दिया. एक अधिकारी की इस कर्तव्य निष्ठा को देख सीएम गहलोत ने भी तारीफ की. अखिल अरोड़ा राजस्थान सरकार के वित्त विभाग के प्रमुख शासन सचिव हैं और उनका महत्व जाहिर सी बात है, बजट के दौरान सबसे अहम होता है. उन्होंने न केवल दुख की इस घड़ी में अपने पूरे परिवार को संभाला और अपने कर्तव्य हिम्मत के साथ पूरा करने में लग रहे.
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21 फरवरी को हुई तीये की बैठक
दुख की इस घड़ी में मां के निधन का विलाप कर अपने कर्तव्यों से पीछे हटने की जगह हिम्मत के साथ अखिल अरोड़ा ने देर रात-रात तक काम कर बजट को तैयार किया. इसके साथ दिन में मां के निधन पर संवेदना व्यक्त करने वालों को टाइम दिया. काम से छुट्टी लेने के बजाय प्रदेश की जनता के हित में पेश किए जाने बजट पर ध्यान केंद्रित किया. 21 फरवरी को गांधी नगर क्लब में 3 से 4 बजे तक तीये की बैठक की और आज 22 फरवरी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समक्ष बैठक को अंतिम रूप दिया.