जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 24 फरवरी को प्रदेश का बजट पेश किया. गहलोत ने करीब 2 घंटे 45 मिनट के बजट भाषण में कई बार विपक्ष के सदस्यों की चुटकी ली. जिसको लेकर सदन में ठहाके भी लगे. सीएम गहलोत ने कहा कि वसुंधरा जी ने तो एक बार भी पानी नहीं पिया था, मैं 7 बार पी चुका हूं, लेकिन मैं पानी पी-पीकर आपको नहीं कोस रहा हूं.
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अशोक गहलोत ने सबसे पहले पशुओं के लिए 102 एंबुलेंस सेवा का ऐलान किया. फिर विपक्ष की तरफ रुख करते हुए बोले यह तो गाय का मामला है कम से कम ताली तो बजा दो. मुंह नीचे करके क्यों बैठे हो, चेहरा ऊपर करो, ताली बजाओ, मुस्कुराओ इतना शानदार बजट है.
विपक्ष पर ली कई बार चुटकियां
राजस्थान में वित्त मंत्रालय का प्रभार मुख्यमंत्री के ही पास है. सीएम अशोक गहलोत अपने तीसरे कार्यकाल का तीसरा बजट पेश किया. सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई. मुख्यमंत्री ने बजट बढ़ाना शुरू किया. लेकिन थोड़ी देर बाद विपक्ष ने बजट पर नाराजगी जाहिर की तो गहलोत ने विपक्ष की चुटकी लेना शुरू कर दिया. मुख्यमंत्री ने इस सत्र में पहली बार सदन पहुंची पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को देखकर चुटकी ली और कहा कि मुझे याद है वसुंधरा जी ने एक बार बजट पेश किया था. तब उन्होंने एक बार भी पानी नहीं पिया. लेकिन मैं अब तक 7 बार पानी पी चुका हूं. दरअसल मेरा गला बचपन से खराब है इसलिए पानी पीता हूं.
मैं पानी पी-पीकर विपक्ष को कोस नहीं रहा हूं
इस पर विपक्षी विधायकों की टिप्पणी पर गहलोत ने कहा कि मैं पानी पी-पीकर आपको कोस नहीं रहा हूं. मेरा दिल पक्ष-विपक्ष के लिए भरा हुआ है. मैं पक्ष और विपक्ष को एक साथ लेकर चलता हूं. इस पर सदन में जोरदार ठहाके लगे. सीएम गहलोत ने केंद्र पर भी निशाना साधते हुए कहा कि हम छोटी चीजें अधिक प्रेम से कर सकते हैं. दिल्ली को समझाओ देश सद्भावना से चलता है, नफरत से गुस्से से देश नहीं चलता. लोकतंत्र में असहमति का भी स्थान होता है, वो देशद्रोही नहीं, आपके देश के नागरिक हैं.
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ताली नहीं बजाने के लिए व्हिप जारी हुआ है क्या
कुछ देर बाद फिर से गहलोत ने पानी पिया और बोले कि धन्यवाद तो हर चीज में दिया करो, यहां भी ताली नहीं बजेगी, फिर उन्होंने विपक्षी सदस्यों की तरफ देखते हुए कहा कि कोई व्हिप जारी हुआ है क्या, जिस वजह से आप लोग ताली नहीं बजा रहे हो ये घोषणाएं आपके लिए भी हैं. मुख्यमंत्री ने विधायकों के लिए क्लब की स्थापना की घोषणा की. तब उन्होंने किसी सदस्य की टिप्पणी पर कहा कि समझ नहीं आ रहा है क्या? अरे यहां कुछ खिलाड़ी हैं, जो छिपकर दिल्ली जाते हैं, उनको सब समझ आ रहा है.
हम 56 नहीं 60 इंज का सीना रखते हैं
मुख्यमंत्री ने भामाशाह डेटा सेंटर को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तारीफ की. उन्होंने वसुंधरा राजे को बधाई देते हुए कहा कि आपने यह काम किया है इसका श्रेय आपको मिलना चाहिए. इसके बाद गहलोत ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पुरानी योजनाओं को बंद करने का धंधा हम नहीं करते यह तो आप करते हो हम 56 इंच का नहीं बल्कि 60 इंच का सीना रखते हैं. गहलोत ने सदन में इस बात को दोहराया कि प्रदेश की जनता ने 25 के 25 सांसद चुनकर दिल्ली भेजे हैं. यहां के नेताओं को चाहिए की राज्य की योजनाओं को लेकर प्रदेश का पक्ष रखें.
हर वर्ग को छूने की कोशिश की
बजट भाषण खत्म होने के साथ विधानसभा अध्यक्ष ने कल सुबह यानी गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाई को स्थगित कर दिया. बजट भाषण खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने बजट को प्रदेश की जनता के चहुंमुखी विकास वाला बताते हुए कहा की इस बजट के जरिए हर वर्ग को छूने की कोशिश की है. यह बजट आम जनता के साथ प्रदेश को नए आयाम तक ले जाने में मददगार साबित होगा.
पूनिया ने बजट को कॉपी पेस्ट बताया
विपक्ष ने मौजूदा बजट को निराशाजनक बताया. सतीश पूनिया ने कहा की बजट ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. यह बजट कॉपी पेस्ट था इसमें कुछ भी नया नहीं था. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि बजट में घोषणाओं का अम्बार तो लगा दिया लेकिन इसको पूरा करने के लिए बजट मे कोई प्रावधान नहीं किए गए. बजट भाषण के बाद विधानसभा अध्यक्ष के चैंबर में कार्य सलाहाकार समिति की बैठक हुई. विधनसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में आगामी दिनों के लिए सदन का काम काज तय किया गया. गुरुवार को इसका प्रतिवेदन सदन के पटल पर रखा जाता है.