जयपुर. प्रदेश में पंचायत राज चुनाव का शोरगुल भले ही थम गया हो, लेकिन नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है. अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने प्रदेश गहलोत सरकार के खिलाफ एक बड़ा बयान दिया है. पूनिया ने कहा कि अब राजस्थान में भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार बन गया है. पूनिया ने गुरुवार रात एक बयान जारी कर यह भी कहा कि प्रदेश में गहलोत सरकार के खिलाफ अभी से anti-incumbency का माहौल है.
सतीश पूनिया ने अपने बयान में कहा कि बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था, दलितों- आदिवासियों और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, संपूर्ण किसान कर्जमाफी, बेरोजगारी सहित तमाम ऐसे मुद्दे हैं जिनको लेकर पूरे प्रदेश में अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का माहौल है. समय से पहले प्रदेश के किसानों और युवाओं में किसी भी सरकार के खिलाफ आक्रोश पहली बार देखा है, जनमानस में गहलोत सरकार के खिलाफ बड़ा आक्रोश है.
पूनिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार के शासन में भ्रष्टाचार इस कदर पैर पसार चुका है कि, भ्रष्टाचार शिष्टाचार बन गया है और जन्म प्रमाण पत्र से लेकर मृत्यु प्रमाण पत्र तक में भ्रष्टाचार जड़ें जमा चुका है. उन्होंने कहा राजस्थान में बेरोजगारी भत्ता, मृत्यु के बीमा पर क्लेम लेने के लिए और अस्पतालों में आईसीयू बेडस के लिए भी दलाली के मामले सामने आए, यह पहली बार राजस्थान में देखा गया, इसका मतलब गहलोत सरकार ने बहुआयामी तरीके से भ्रष्टाचार को संस्कृति में बदला है.
पूनिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार के अनेकों मामले सामने आ चुके हैं. कांग्रेस के विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह कई बार भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिख चुके हैं, विधायक हेमाराम चौधरी को धरने पर बैठना पड़ता है और हाल ही में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान कांग्रेस विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा की मौजूदगी में खान की मंथली की बात कही, यह सरकार अपने काले कारनामों से मंथली की सरकार बन चुकी है और मंथली की सरकार न्याय नहीं कर सकती.
पूनिया ने कहा कि राजस्थान जिस तरीके से अपराध में टॉप पर है और अब भ्रष्टाचार में भी राजस्थान शर्मसार हो चुका है, यह गहलोत सरकार की विफलता का एक और बड़ा कारक है.