जयपुर. राजस्थान में कोरोना केस भले ही धीरे-धीरे कम हो रहे हों लेकिन सियासी संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना वैक्सीनेशन और पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी को लेकर राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मोदी सरकार और भाजपा को जिम्मेदार बताया. जवाब में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने आरोपों को निराधार करार दिया. पूनिया ने कहा कि नैतिक रूप से कमजोर हो चुकी गहलोत सरकार ज्यादा दिन नहीं चल सकेगी.
सतीश पूनिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गोविंद सिंह डोटासरा के आरोपों का जवाब भी दिया और महंगाई से जूझ रही जनता को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती दरों से कौन राहत दिलाएगा इस पर भी अपना मत स्पष्ट किया.
अपना पाप छिपाने के लिए आरोप लगा रही है गहलोत सरकार
गोविंद सिंह डोटासरा ने मोदी सरकार पर वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया था. जिस पर सतीश पूनिया ने कहा कि गहलोत सरकार और उनके नेताओं को अभी वैक्सीनेशन ड्राइव और उसके प्रोटोकॉल की पूरी जानकारी ही नहीं है. देश में राजस्थान में सर्वाधिक वैक्सीनेशन हुआ है. साथ ही वैक्सीन की सर्वाधिक चोरी और वेस्टेज भी राजस्थान में ही हुई है. जिसके लिए गहलोत सरकार दोषी है. गहलोत सरकार अपना पाप छुपाने के लिए मोदी सरकार पर अनर्गल आरोप लगा रही है. जबकि मीडिया के जरिये सामने आ चुका है कि किस प्रकार राजस्थान में वैक्सीन की बर्बादी की जा रही है.
पेट्रोल-डीजल पर वेट कम करे गहलोत सरकार
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण महंगाई आसमान छू रही है. विपक्ष के नेता लगातार मोदी सरकार और प्रधानमंत्री को निशाने पर ले रहे हैं. सतीश पूनिया ने इस मामले में केंद्र सरकार का बचाव किया. उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल की कीमतों और कंपनियों की आर्थिक स्थिति को देखकर तय होती हैं. लेकिन केंद्र सरकार पर आरोप लगाने वाले राजस्थान के कांग्रेस नेताओं को प्रदेश की जनता को राहत देने के लिए कम से कम राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट की दरों में कमी करनी चाहिए. पूनिया ने राजस्थान के पड़ोसी राज्यों का उदाहरण भी दिया जहां राजस्थान की तुलना में वेट कम है.
केंद्र-राज्य कौन दे जनता को राहत ?
जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने सतीश पूनिया से पूछा कि महंगाई से जुड़ा सवाल आम जनता की जेब से जुड़ा है. ऐसे में राज्य सरकार केंद्र पर और भाजपा नेता राज्य सरकार पर ही आरोप लगाते रहेंगे तो आखिर आम जनता को राहत कौन देगा. इस सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि हम तो राजस्थान के हैं. इसलिए राजस्थान की सरकार से ही मांग करेंगे और केंद्र सरकार से भी आग्रह करेंगे. जब सतीश पूनिया से यह पूछा कि क्या आप इस मामले में अपनी केंद्र सरकार से एक्साइज ड्यूटी कम करने की मांग करेंगे तो उन्होंने कहा कि यह विषय मांग करने का नहीं होता. क्योंकि मौजूदा स्थितियों की जानकारी सरकार के संज्ञान में होती ही हैं और निश्चित समय पर केंद्र की सरकार भी इस दिशा में जनता को राहत देने के लिए काम करेगी.
कांग्रेस के अभियान को उसके नेताओं ने ही नहीं दिया समर्थन
पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी और महंगाई को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ चलाए गए राजस्थान कांग्रेस के सोशल मीडिया अभियान पर भी सतीश पूनिया ने कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस अभियान को जनता का समर्थन तो नहीं मिला साथ ही कांग्रेस के कई पदाधिकारियों और गहलोत सरकार के मंत्रियों ने भी समर्थन नहीं दिया. कांग्रेस नेताओं की कथनी और करनी में अंतर है. जिसे जनता भी पहचान चुकी है. बीजेपी ने बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर अभियान चलाया जिसे जनता का समर्थन मिला. लेकिन कांग्रेस के अभियान को अपनों का भी समर्थन नहीं मिला.
नैतिक रूप से कमजोर गहलोत सरकार नहीं चलेगी 5 साल
कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी के इस्तीफे को लेकर सतीश पूनिया ने कहा वहीं बयान दिया जो नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने दिया था. पूनिया ने कहा कि गहलोत सरकार नैतिक रूप से कमजोर हो चुकी है और यह कमजोर सरकार पूरा समय निकाल ले इसकी संभावना बेहद कम है.