जयपुर. राजस्थान में अपनी अनदेखी से भाजपा विधायक नाराज हैं. पार्टी प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने चेतावनी दी है (Warning to Officers in Rajasthan) कि भाजपा की सत्ता आने पर ऐसे अधिकारियों के व्यवहार और अनदेखी को पार्टी ध्यान में रखकर ही निर्णय लेगी.
दरअसल, भाजपा को प्रशासनिक अधिकारियों को यह चेतावनी इसलिए देना पड़ी, क्योंकि अधिकतर अधिकारी भाजपा विधायकों और जनप्रतिनिधियों के (Rajasthan BJP Leaders Allegation of Ignorance) फोन कॉल्स तक अटेंड नहीं करते. यह पीड़ा केवल विधायक रामलाल शर्मा की ही नहीं, बल्कि पूर्व में कई बार मंत्री रहे और वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की भी है.
रामलाल शर्मा ने दी अधिकारियों को ये चेतावनी : रामलाल के अनुसार भाजपा नेताओं का फोन उठाना कई प्रशासनिक अधिकारी उचित नहीं समझते, क्योंकि उन्हें डर लगता है कि सरकार उनका फोन ट्रेस करवा रही है या फिर इन अधिकारियों की ऐसी सोच हो गई होगी कि प्रदेश में सरकार तो कांग्रेस की है. ऐसे में भाजपा नेताओं का फोन क्यों उठाएं. शर्मा ने कहा कि सत्ता तो परिवर्तनशील है और वक्त आने पर हम भी ऐसे अधिकारियों का उचित व्यवहार देखकर ही निर्णय करेंगे कि इनके साथ किस तरीके का व्यवहार किया जाए.
अधिकारी न तो कांग्रेस को गांठ रहे हैं और न हमें : वहीं, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया इसी बात से पीड़ित हैं कि अधिकारी उन्हें गांठते तक नहीं. कटारिया के अनुसार यह स्थिति केवल भाजपा की नहीं, बल्कि कांग्रेस के नेताओं की भी है यदि कांग्रेस वालों से यह बात करेंगे तो उनका भी दुख फूट जाएगा. कटारिया ने कहा कि जिस तरह प्रदेश में कलेक्टर और पुलिस अधिकारी ट्रैप हो रहे हैं, लेकिन सरकार का मुखिया सो रहा है और से यह तक पता नहीं लग रहा कि उसके नीचे सारा राजस्थान खोखला हो गया. कटारिया ने मुख्यमंत्री को सरकार की वर्किंग ठीक करने की नसीहत दी है.
गौरतलब है कि भाजपा जनप्रतिनिधियों का यह दुख और दर्द राजस्थान विधानसभा में भी फूटा था. कई बार सदन में भाजपा विधायक अधिकारियों पर जनप्रतिनिधियों की अनदेखी और फोन कॉल्स नहीं उठाने का आरोप लगा चुके हैं, लेकिन अब यह आरोप (Warning to Officers in Rajasthan) चेतावनी में बदल गया है.
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मंत्री पुत्र दुष्कर्म मामले में कटारिया ने कहा- आरोपी को बचाना दुर्भाग्यपूर्ण : जलदाय मंत्री महेश जोशी के पुत्र के खिलाफ (allegation of rape against Mahesh Joshi son) दिल्ली पुलिस में रेप और ब्लैकमेलिंग को लेकर दर्ज हुई जीरो एफआईआर मामले में भी गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. कटारिया ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन उससे भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण आरोपी को बचाना है. यह सरकार इसी में जुटी है. कटारिया ने मुख्यमंत्री से इस मामले में आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए सजा दिलाने की मांग की है.