जयपुर. कोरोना वायरस (corona virus) ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है. हर सेक्टर, वर्ग और समुदाय के लोगों के जीवन पर इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है. देश में लंबे समय तक लगे लॉकडाउन ने पूरी अर्थव्यवस्था को बिगाड़ कर रख दिया है. ऐसे में वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने 5 महीनों से सिनेमाघर, मॉल, स्कूल-कॉलेज को बंद करने का आदेश दिया था. जिसकी वजह से व्यापारी से लेकर अधिकारी तक सभी की मुश्किलें बढ़ गईं. लेकिन लॉकडाउन से एक ऐसा वर्ग भी प्रभावित हुआ, जो तमाम परेशनियों को सहन करके भी अपने दुख और तकलीफों को किसी के आगे खुलकर बयां नहीं कर सकता.
पर्दे के पीछे छुपा लेते हैं अपनी तकलीफ
यह वर्ग है रुपहले पर्दे की चकाचौंध भरी दुनिया से जुड़े जूनियर आर्टिस्ट और नवोदित कलाकारों का. क्योंकि इस दुनिया में सिर्फ दिखावा चलता है, इसलिए इस दुनिया से जुड़े लोग दुखी होने के बाद भी तब तक खुश रहने की अच्छी एक्टिंग कर लेते हैं, जब तक बात उनके बूते से बाहर की न हो जाए. एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को भी कोविड की मार झेलनी पड़ रही है. कई इवेंट्स, फिल्म रिलीज और टेलिविजन शूट को टाल दिया गया है. इस वजह से प्रोडक्शन हाउस को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है, लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान में हैं, फिल्मों और टेलीविजन इंडस्ट्री में जूनियर आर्टिस्ट के तौर पर काम करने वाले लोग.
5 महीनों से नहीं मिला काम
ईटीवी भारत पर कुछ ऐसी ही कलाकारों ने खास बात की. जो इस कोरोना काल के संकट से गुजर रहे हैं. राजस्थान के वो फिल्मी कलाकार, जो बॉम्बे में अपना लोहा मनवा रहे थे. पिछले 5 महीनों से खाली बैठे हुए हैं. खाली बैठे यह कलाकार प्रदेश सरकार की ओर भी निगाहें लगाए देख रहे हैं कि क्या प्रदेश की गहलोत सरकार कुछ ऐसी योजना लेकर आएगी, जिससे इन कलाकारों को अपने ही प्रदेश में काम मिल सके.
पढे़ं : SPECIAL: गरीबों के 'मर्ज़' पर कंपनी ने की 'मनमर्जी' और सरकार ने दिखाई 'बेरुखी'
जयपुर से बॉम्बे फ़िल्म और सीरियल्स में काम कर रहे मोहित दुबे ने बताया कि पांच महीने शूटिंग बंद कर दी गई थी. हालांकि 20 फीसदी शूट अब शुरू हो चुका है, लेकिन उसमें अभी उन्हीं को काम मिल रहा है, जिनकी इंडस्ट्री में अच्छी पकड़ है. ऐसे लोगों को ही ज्यादा तरजीह दी जा रही है. मोहित दुबे बताते हैं कि दिक्कत और ज्यादा इसलिए बढ़ गई है, क्योंकि जो पहले काम कर चुके है, उसका भी पेमेंट अटका हुआ है.
राजस्थान सरकार दे अच्छे अवसर
मोहित बताते हैं कि राजस्थान के कई कलाकार हैं, जो बहुत टेलेंटेड है और बॉम्बे में कई बड़े काम कर चुके हैं. ऐसे कलाकारों को राजस्थान में ही अगर अच्छा काम मिल जाए, तो हालात काफी सुधर सकते हैं. बता दें कि मोहित ने एक रिश्ता ऐसा भी, उड़ान, सीआईडी, क्राइम पेट्रोल जैसे धारावाहिक में काम किया है. इसके साथ ही मोहित ने 25 फरवरी और इंटरनेट ठग फ़िल्म में भी अपने अभिनय का लोहा मनवाया है.
2019 मिसेज इंडिया रही श्वेता मेहता मोदी बताती हैं कि लॉकडाउन के बाद उन कलाकारों के सामने बड़ी दिक्कते हैं जो स्ट्रगल फेज में हैं. या वो जिन्हें अभी काम मिलना शुरू हुआ है. ऐसे में कोविड के दौर में खुद को मेंटेन रखने और बाकी खर्चों को मैनेज करने में काफी दिक्कत आ रही है.
प्रदेश में कलाकारों की नहीं है कमी
श्वेता बताती हैं इस वक्त सरकार के सामने एक अच्छी अपॉर्चुनिटी है कि वो सब्सिडी दें, ताकि प्रदेश के कलाकार प्रदेश में रहकर ही कुछ बड़ा कर सकें. यहां कला और कलाकारों की कमी नहीं है, बस जरूरत है सरकार के सहयोग की.
राजस्थान में अगर कलाकारों को काम मिले तो कहीं बाहर जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. श्वेता 2019 में मिसेज इंडिया के खिताब से नवाजी जा चुकी हैं. इसके अलावा वे मॉडल एंड टीवी एक्टर हैं.
पढे़ं : Special : साहस को सलाम ! कोरोना पॉजिटिव हुईं, लेकिन मन को Positive रख जीत ली 'जंग'
श्रीलंका की राजधानी कोलम्बो में आयोजित हुए डीजल मिसेज़ इंडिया इंटनेशनल 2017 शो में अंतरास्ट्रीय स्तर पर दो क्राउन और तीन टाइटल जीत कर अंतरास्ट्रीय स्तर पर देश और प्रदेश का नाम रोशन कर चुकी दीप्ति सैनी बताती हैं कि वो करीब चार धारावाहिक के लिए काम कर रही हैं. इसके अलावा वे बॉलीवुड मूवी 'बोले चूड़ियां' और राजस्थानी फिल्म 'शंखनाद' में काम कर चुकी हैं. उन्होंने हाल ही में कई प्रोजेक्ट के लिए साइन किया है, लेकिन देश में लागू लॉकडाउन ने सभी कामों पर रोक लगा दी है. वापस मौका कब मिलेगा, यह पता नहीं?
बता दें, दीप्ति जहां मिसेज इंडिया इंटरनेशनल 2017 शो में फर्स्ट रनर अप, मिसेज़ नॉर्थ इंडिया इंटरनेशनल 2017, मिसेज़ कॉन्फिडेंस इण्डिया इंटरनेशनल 2017 और मिसेज अट्रेक्टिव इंडिया इंटरनेशनल 2017 टाइटल अपने नाम कर चुकी हैं.
सरकार से हैं कई उम्मीदें
दीप्ती बताती हैं कि रुपहले पर्दे की चकाचौंध भरी दुनिया है यहाँ उसी तरह की लाइफ स्टाइल पर काम करना पढ़ता है, जो फैमली सपोर्ट से स्पोर्ट है उन्हें तो फिर भी स्ट्रगल कम करना पड़ रहा है लेकिन जिनके. बैकग्राउंड स्पोर्ट नहीं है उन्हीं हालात बहुत खराब है, ऐसे में प्रदेश की सरकार से उम्मीदें बढ़ जाती है.
फिल्म प्रोड्यूसर और इवेंट इंडस्ट्री से जुड़े राज शर्मा बताते हैं कोविड की वजह से सभी प्रॉजेक्ट बीच में अटक गए हैं. अप्रेल और मई के प्रस्तावित प्रोजेक्टों में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. फिल्मों की शूटिंग शुरू नहीं हो पा रही है. इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए अब एक दिन निकालना मुसीबत से कम नहीं है.