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सेना की फर्जी डिस्चार्ज बुक छापने वाले गार्ड के खिलाफ राजस्थान ATS ने दर्ज करवाई FIR

राजस्थान ATS ने सेना के फर्जी डिस्चार्ज बुक छपवाने के आरोप में एक गार्ड पर केस दर्ज करवाया है. गार्ड पर आरोप है कि उसने आर्मी की फर्जी डिस्चार्ज बुक छपवाकर लोगों को नौकरी दिलवाई है.

राजस्थान ATS, जयपुर न्यूज
जयपुर में गार्ड पर फर्जी डिस्चार्ज बुक छपवाने का आरोप
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Published : Mar 16, 2021, 1:20 PM IST

जयपुर. राजस्थान एटीएस (Rajasthan ATS) की तरफ से राजधानी जयपुर में गार्ड का काम करने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ सेना की फर्जी डिस्चार्ज बुक छपवाने और फिर उन्हें गैर कानूनी तरीके से बेचने की एफआईआर दर्ज करवाई गई है. राजधानी के सदर थाने में एटीएस की तरफ से मालवीय नगर में गार्ड का काम करने वाले दिनेश सिंह के खिलाफ सेना की फर्जी डिस्चार्ज बुक छपवाने का प्रकरण दर्ज करवाया गया है.

एटीएस को यह शिकायत मिली थी कि राजधानी में ऐसे लोग भी गार्ड की नौकरी कर रहे हैं, जिनका सेना से कोई ताल्लुक नहीं है लेकिन उनके पास सेना की फर्जी डिस्चार्ज बुक मौजूद है. एटीएस ने इस शिकायत का सत्यापन किया. जिसमें यह बात सामने आई कि राजधानी जयपुर में गार्ड का काम करने वाले दिनेश सिंह ने आर्मी की फर्जी डिस्चार्ज बुक छपवाई हैं और उन्हें बाद में गार्ड की ड्यूटी चाहने वाले लोगों को बेचा है. सेना की फर्जी डिस्चार्ज बुक के दम पर ऐसे अनेक लोगों ने गार्ड और अन्य सुरक्षा प्रहरियों की नौकरी करना शुरू कर दिया, जिनका सेना से कोई भी ताल्लुक नहीं है. दरअसल, सेना की डिस्चार्ज बुक के आधार पर ही विभिन्न सुरक्षा कंपनियां सेना से रिटायर हुए जवानों को गार्ड की नौकरी पर रखती है. ऐसे में फर्जीवाड़ा करते हुए सेना की फर्जी डिस्चार्ज बुक के जरिए बड़ी तादाद में लोगों ने गार्ड की नौकरी पाई है. फिलहाल, सदर थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

चिकित्सक से 9.37 लाख रुपए की ठगी करने वाला शातिर गिरफ्तार

राजधानी की कोतवाली थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए खुद को आरएएस अधिकारी बताकर एक निजी अस्पताल के चिकित्सक से 9.37 लाख रुपए की ठगी करने वाले शातिर बदमाश मनोज कुमार यादव को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने खुद को आरएएस अधिकारी बताकर पीड़ित चिकित्सक से उनके एक परिचित की सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर 9.37 लाख रुपए अपने खाते में जमा करवाए थे. उसके बाद ना तो नौकरी लगवाई गई और ना ही जमा कराई गई राशि वापस लौटाई गई.

यह भी पढ़ें. ना फोन कॉल, ना ही ATM कार्ड...आखिर बैंक खाते से कैसे उड़ गए 84 हजार?

जिस पर चिकित्सक की तरफ से धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया गया. प्रकरण में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाले मनोज कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया. प्रकरण में गिरफ्तार किए गए आरोपी से पुलिस पूछताछ में जुटी है. जिसमें कुछ अन्य प्रकरणों का भी खुलासा होने की संभावना है.

जयपुर. राजस्थान एटीएस (Rajasthan ATS) की तरफ से राजधानी जयपुर में गार्ड का काम करने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ सेना की फर्जी डिस्चार्ज बुक छपवाने और फिर उन्हें गैर कानूनी तरीके से बेचने की एफआईआर दर्ज करवाई गई है. राजधानी के सदर थाने में एटीएस की तरफ से मालवीय नगर में गार्ड का काम करने वाले दिनेश सिंह के खिलाफ सेना की फर्जी डिस्चार्ज बुक छपवाने का प्रकरण दर्ज करवाया गया है.

एटीएस को यह शिकायत मिली थी कि राजधानी में ऐसे लोग भी गार्ड की नौकरी कर रहे हैं, जिनका सेना से कोई ताल्लुक नहीं है लेकिन उनके पास सेना की फर्जी डिस्चार्ज बुक मौजूद है. एटीएस ने इस शिकायत का सत्यापन किया. जिसमें यह बात सामने आई कि राजधानी जयपुर में गार्ड का काम करने वाले दिनेश सिंह ने आर्मी की फर्जी डिस्चार्ज बुक छपवाई हैं और उन्हें बाद में गार्ड की ड्यूटी चाहने वाले लोगों को बेचा है. सेना की फर्जी डिस्चार्ज बुक के दम पर ऐसे अनेक लोगों ने गार्ड और अन्य सुरक्षा प्रहरियों की नौकरी करना शुरू कर दिया, जिनका सेना से कोई भी ताल्लुक नहीं है. दरअसल, सेना की डिस्चार्ज बुक के आधार पर ही विभिन्न सुरक्षा कंपनियां सेना से रिटायर हुए जवानों को गार्ड की नौकरी पर रखती है. ऐसे में फर्जीवाड़ा करते हुए सेना की फर्जी डिस्चार्ज बुक के जरिए बड़ी तादाद में लोगों ने गार्ड की नौकरी पाई है. फिलहाल, सदर थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

चिकित्सक से 9.37 लाख रुपए की ठगी करने वाला शातिर गिरफ्तार

राजधानी की कोतवाली थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए खुद को आरएएस अधिकारी बताकर एक निजी अस्पताल के चिकित्सक से 9.37 लाख रुपए की ठगी करने वाले शातिर बदमाश मनोज कुमार यादव को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने खुद को आरएएस अधिकारी बताकर पीड़ित चिकित्सक से उनके एक परिचित की सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर 9.37 लाख रुपए अपने खाते में जमा करवाए थे. उसके बाद ना तो नौकरी लगवाई गई और ना ही जमा कराई गई राशि वापस लौटाई गई.

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जिस पर चिकित्सक की तरफ से धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया गया. प्रकरण में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाले मनोज कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया. प्रकरण में गिरफ्तार किए गए आरोपी से पुलिस पूछताछ में जुटी है. जिसमें कुछ अन्य प्रकरणों का भी खुलासा होने की संभावना है.

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