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हंगामेदार रहा विधानसभा सत्र, स्पीकर के चेंबर और सदन में भाजपा विधायकों ने किया प्रदर्शन - BJP MLAs Protest

राजस्थान विधानसभा के मौजूदा सत्र का सत्रावासन किए बिना आज से फिर सदन की कार्यवाही शुरू हो गई. इससे पहले पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया समेत कई विधायक स्पीकर के कमरे में धरना देने पहुंच गए. उसके बाद सदन में लम्पी वायरस पर लापरवाही को लेकर तख्तियां दिखाई गईं.

Rajasthan Assembly proceedings starts today
राजस्थान विधानसभा का सत्र आज से शुरू
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Published : Sep 19, 2022, 8:31 AM IST

Updated : Sep 19, 2022, 1:24 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही हंगामे की भेंट चढ़ गया. उम्मीद के मुताबिक भाजपा सत्ताधारी कांग्रेस को घेरने की कवायद के तहत आज विधानसभा अध्यक्ष के कमरे में पहुंच गई. भाजपा के बड़े नेता यहीं धरने पर बैठ गए. बाद में सदन के भीतर गोवंश के प्रति चिंता जताती तख्तियों के साथ भाजपा विधायकों ने मोर्चा संभाला.

बिना सत्रवासन के दूसरा चरण बुलाए जाने से नाराज भाजपा विधायकों ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही हंगामा भी शुरू कर दिया और सरकार पर विधायकों के लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन का आरोप भी लगाया हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.

सदन की कार्यवाही वंदे मातरम गीत से शुरु की गई जिसके बाद भाजपा विधायक हंगामा करते हुए वेल में आ गए. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने समझाइश कर विधायकों को शांत करने का प्रयास किया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को बोलने के लिए अनुमति दी. कटारिया ने कहा कि राजस्थान में फरवरी माह के बाद जो कोई घटना हुई उसे विधानसभा के माध्यम से ही विधायक रख सकते हैं और अपनी बात कह सकते हैं. उन्होंने कहा मुझे इस विधानसभा में लंबे समय तक रहने का सौभाग्य मिला लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब बिना सत्रवासन किए सरकार ने मौजूदा सत्र के ही दूसरे चरण को बुला लिया ऐसे में जिन विधायकों केशो प्रश्न पूछे जाने का कोटा पूरा हो गया उन्हें अतिरिक्त प्रश्न पूछने की भी अनुमति नहीं है. इससे विधायकों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हुआ है. कुछ देर बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गई.

स्पीकर के कमरे में धरने पर बैठे वसुंधरा और कटारिया

सख्त हुए स्पीकर: कुछ देर बाद जब सदन की कार्यवाही फिर शुरू की गई तब भाजपा विधायकों ने सदन में फिर हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के बीच स्पीकर सीपी जोशी और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की हल्की नोकझोंक भी हुई और स्पीकर ने ये तक कह दिया कि कटारिया जी आप पूर्व में मंत्री भी रहे हैं और सदन की परंपराएं अच्छी तरह जानते हैं. यदि आप अध्यक्ष की गरिमा कम करना चाहते हैं तो करिए. इस बीच हंगामा चलता रहा तो स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही जारी रखते हुए प्रपत्र पढ़ना शुरू कर दिया. इसके बाद दिवंगत नेताओं को सदन में शोकाभिव्यक्ति दी गई और सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

Rajasthan Assembly proceedings
कटारिया को स्पीकर की नसीहत

सुबह स्पीकर के चेंबर में धरना: इससे पहले सोमवार सुबह भाजपा विधायकों ने स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी के चेंबर में पहुंचकर धरना दिया था इस धरने में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत भाजपा के तमाम विधायक मौजूद रहे. ये विधायक पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया के साथ सीपी जोशी के चेंबर में नीचे ही बैठ गए. इन विधायकों को जोशी ने समझा कर शांत किया और सदन में जाने का आग्रह किया.

आरएलपी विधायक भी धरने पर: राजस्थान विधानसभा में सदन के भीतर केवल भाजपा ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायकों ने भी हंगामा किया. आरएलपी विधायकों ने प्रदेश में लंपी स्किन रोग की रोकथाम में सरकार के विफल रहने का आरोप लगाया और इससे पीड़ित गौवंश को बचाने के लिए सरकार पर दबाव बनाया.

दरअसल, पहले ही भाजपा विधायक दल की बैठक में इसकी रणनीति भी तैयार हो गई थी जिसके तहत सदन के भीतर या फिर विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर में जाकर भाजपा विधायकों और राज्यपाल के अधिकारों के हनन होने की बात कहने का फैसला लिया था. तय हुआ था कि स्पीकर से मौजूदा सत्र में विधायकों द्वारा कुछ सवाल पूछे जाने का आग्रह भी किया जाएगा. सदन में सोमवार को राजस्थान विधानसभा (अधिकारियों और सदस्यों की परिलिब्धयां और पेंशन संशोधन विधेयक और राजस्थान सहकारी सोसायटी संशोधन विधेयक इंट्रोड्यूस किया जाएगा.

Rajasthan Assembly proceedings
तख्तियों के साथ विधायक

ये भी पढ़ें-विधानसभा सत्र में 2767 सवालों के माननीयों को नहीं मिले जवाब, अब तो 100 प्रश्नों की लिमिट भी बड़ी बाधा

विधानसभा का सत्र 28 मार्च को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हुआ था. अब सप्तम सत्र की पुन बैठक शुरू कराई जा रही है. पिछले सत्र का सत्रावसान नहीं किया गया था. गहलोत सरकार इस सत्र में महत्वपूर्ण विधेयक पारित करा सकती है. इसमे स्वास्थ्य का अधिकार, जवाबदेही कानून शामिल है.

भाजपा करेगी विधानसभा का घेराव: भाजपा पहले ही एलान कर चुकी है कि वो लंपी बीमारी (BJP On Lumpy Virus) के मुद्दे पर 20 सितंबर को विधानसभा का घेराव करेगी. किसान और गौमाता के जरिए बीजेपी बड़ा आंदोलन चलाकर सरकार को परेशानी में डालना चाहती है, सत्र की बैठक शुरू होने के अगले ही दिन यानी कल 20 सितम्बर को बीजेपी विधानसभा का घेराव करेगी.

पढ़ें-सीएम गहलोत कहें कि उनका खजाना खाली हो गया है, तो हम लंपी रोग राष्ट्रीय आपदा घोषित कर देंगे: अरुण सिंह

मंगलवार को होगा धनकड़ का अभिनंदन,सीएम देंगे डिनर: वहीं राजस्थान के जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने पर उनका मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में अभिनंदन कार्यक्रम भी रखा गया है. ये कार्यक्रम मंगलवार शाम 5 बजे होगा जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा के प्रमुख नेताओं के साथ ही सभी विधायक शामिल होंगे. इसी दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी विधायकों को रात्रि भोज पर भी बुलाया है. ये रात्रि भोज धनकड़ के सम्मान में ही आयोजित किया जाएगा.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही हंगामे की भेंट चढ़ गया. उम्मीद के मुताबिक भाजपा सत्ताधारी कांग्रेस को घेरने की कवायद के तहत आज विधानसभा अध्यक्ष के कमरे में पहुंच गई. भाजपा के बड़े नेता यहीं धरने पर बैठ गए. बाद में सदन के भीतर गोवंश के प्रति चिंता जताती तख्तियों के साथ भाजपा विधायकों ने मोर्चा संभाला.

बिना सत्रवासन के दूसरा चरण बुलाए जाने से नाराज भाजपा विधायकों ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही हंगामा भी शुरू कर दिया और सरकार पर विधायकों के लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन का आरोप भी लगाया हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.

सदन की कार्यवाही वंदे मातरम गीत से शुरु की गई जिसके बाद भाजपा विधायक हंगामा करते हुए वेल में आ गए. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने समझाइश कर विधायकों को शांत करने का प्रयास किया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को बोलने के लिए अनुमति दी. कटारिया ने कहा कि राजस्थान में फरवरी माह के बाद जो कोई घटना हुई उसे विधानसभा के माध्यम से ही विधायक रख सकते हैं और अपनी बात कह सकते हैं. उन्होंने कहा मुझे इस विधानसभा में लंबे समय तक रहने का सौभाग्य मिला लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब बिना सत्रवासन किए सरकार ने मौजूदा सत्र के ही दूसरे चरण को बुला लिया ऐसे में जिन विधायकों केशो प्रश्न पूछे जाने का कोटा पूरा हो गया उन्हें अतिरिक्त प्रश्न पूछने की भी अनुमति नहीं है. इससे विधायकों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हुआ है. कुछ देर बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गई.

स्पीकर के कमरे में धरने पर बैठे वसुंधरा और कटारिया

सख्त हुए स्पीकर: कुछ देर बाद जब सदन की कार्यवाही फिर शुरू की गई तब भाजपा विधायकों ने सदन में फिर हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के बीच स्पीकर सीपी जोशी और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की हल्की नोकझोंक भी हुई और स्पीकर ने ये तक कह दिया कि कटारिया जी आप पूर्व में मंत्री भी रहे हैं और सदन की परंपराएं अच्छी तरह जानते हैं. यदि आप अध्यक्ष की गरिमा कम करना चाहते हैं तो करिए. इस बीच हंगामा चलता रहा तो स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही जारी रखते हुए प्रपत्र पढ़ना शुरू कर दिया. इसके बाद दिवंगत नेताओं को सदन में शोकाभिव्यक्ति दी गई और सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

Rajasthan Assembly proceedings
कटारिया को स्पीकर की नसीहत

सुबह स्पीकर के चेंबर में धरना: इससे पहले सोमवार सुबह भाजपा विधायकों ने स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी के चेंबर में पहुंचकर धरना दिया था इस धरने में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत भाजपा के तमाम विधायक मौजूद रहे. ये विधायक पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया के साथ सीपी जोशी के चेंबर में नीचे ही बैठ गए. इन विधायकों को जोशी ने समझा कर शांत किया और सदन में जाने का आग्रह किया.

आरएलपी विधायक भी धरने पर: राजस्थान विधानसभा में सदन के भीतर केवल भाजपा ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायकों ने भी हंगामा किया. आरएलपी विधायकों ने प्रदेश में लंपी स्किन रोग की रोकथाम में सरकार के विफल रहने का आरोप लगाया और इससे पीड़ित गौवंश को बचाने के लिए सरकार पर दबाव बनाया.

दरअसल, पहले ही भाजपा विधायक दल की बैठक में इसकी रणनीति भी तैयार हो गई थी जिसके तहत सदन के भीतर या फिर विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर में जाकर भाजपा विधायकों और राज्यपाल के अधिकारों के हनन होने की बात कहने का फैसला लिया था. तय हुआ था कि स्पीकर से मौजूदा सत्र में विधायकों द्वारा कुछ सवाल पूछे जाने का आग्रह भी किया जाएगा. सदन में सोमवार को राजस्थान विधानसभा (अधिकारियों और सदस्यों की परिलिब्धयां और पेंशन संशोधन विधेयक और राजस्थान सहकारी सोसायटी संशोधन विधेयक इंट्रोड्यूस किया जाएगा.

Rajasthan Assembly proceedings
तख्तियों के साथ विधायक

ये भी पढ़ें-विधानसभा सत्र में 2767 सवालों के माननीयों को नहीं मिले जवाब, अब तो 100 प्रश्नों की लिमिट भी बड़ी बाधा

विधानसभा का सत्र 28 मार्च को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हुआ था. अब सप्तम सत्र की पुन बैठक शुरू कराई जा रही है. पिछले सत्र का सत्रावसान नहीं किया गया था. गहलोत सरकार इस सत्र में महत्वपूर्ण विधेयक पारित करा सकती है. इसमे स्वास्थ्य का अधिकार, जवाबदेही कानून शामिल है.

भाजपा करेगी विधानसभा का घेराव: भाजपा पहले ही एलान कर चुकी है कि वो लंपी बीमारी (BJP On Lumpy Virus) के मुद्दे पर 20 सितंबर को विधानसभा का घेराव करेगी. किसान और गौमाता के जरिए बीजेपी बड़ा आंदोलन चलाकर सरकार को परेशानी में डालना चाहती है, सत्र की बैठक शुरू होने के अगले ही दिन यानी कल 20 सितम्बर को बीजेपी विधानसभा का घेराव करेगी.

पढ़ें-सीएम गहलोत कहें कि उनका खजाना खाली हो गया है, तो हम लंपी रोग राष्ट्रीय आपदा घोषित कर देंगे: अरुण सिंह

मंगलवार को होगा धनकड़ का अभिनंदन,सीएम देंगे डिनर: वहीं राजस्थान के जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने पर उनका मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में अभिनंदन कार्यक्रम भी रखा गया है. ये कार्यक्रम मंगलवार शाम 5 बजे होगा जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा के प्रमुख नेताओं के साथ ही सभी विधायक शामिल होंगे. इसी दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी विधायकों को रात्रि भोज पर भी बुलाया है. ये रात्रि भोज धनकड़ के सम्मान में ही आयोजित किया जाएगा.

Last Updated : Sep 19, 2022, 1:24 PM IST
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