जयपुर. प्रदेश में श्रावण मास में मानसून के मेघ मेहरबान हो रहे हैं. राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में अच्छी बारिश हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक कई जिलों में तेज बारिश का दौर जारी रहेगा. कई जिलों में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए (Flood like situation in districts of Rajasthan) हैं. जोधपुर समेत अन्य जगहों पर जल निकासी के प्रयास किए जा रहे हैं. नदी नाले उफान पर हैं. पहाड़ी इलाकों में भी बारिश होने से झरने चलना शुरू हो गए, जिससे मौसम भी सुहाना हो गया है.
झमाझम बारिश से आमजन को गर्मी और उमस से राहत मिली है. लेकिन यह राहत कुछ समय बाद ही आमजन के लिए आफत बन रही है. जोधपुर, भीलवाड़ा, जालौर में लगभग सभी जगह पर बीते 48 घंटों में हुई मानसून की भारी बारिश के बाद कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए. अभी भी बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक जयपुर, दौसा, अलवर, टोंक, जोधपुर, पाली, अजमेर, नागौर, बीकानेर, सीकर, झुंझुनू, चूरू, जैसलमेर, बाड़मेर, करौली, धौलपुर, बारां, कोटा समेत अन्य जिलों में बारिश होने की संभावना है. कहीं-कहीं पर मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई गई है.
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अधिकतम तापमान: प्रदेश में अधिकतम तापमान की बात की जाए तो अजमेर में 28.5 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 26.4 डिग्री सेल्सियस, वनस्थली में 30.9 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 31.2 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 30.7 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 33 डिग्री सेल्सियस, सीकर में 31 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 31.2 डिग्री सेल्सियस, बूंदी में 28.5 डिग्री सेल्सियस, चित्तौड़गढ़ में 27 डिग्री सेल्सियस, डबोक में 27.5 डिग्री सेल्सियस, बाड़मेर में 27.7 डिग्री सेल्सियस, पाली में 29.4 डिग्री सेल्सियस, जैसलमेर में 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
वहीं जोधपुर में 27 डिग्री सेल्सियस, फलौदी में 32.6 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 36.2 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 34.5 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 36.8 डिग्री सेल्सियस, धौलपुर में 32.6 डिग्री सेल्सियस, नागौर में 32.1 डिग्री सेल्सियस, टोंक में 32.6 डिग्री सेल्सियस, बारां में 31.6 डिग्री सेल्सियस, डूंगरपुर में 28.6 डिग्री सेल्सियस, हनुमानगढ़ में 34.9 डिग्री सेल्सियस, जालौर में 26.5 डिग्री सेल्सियस, सिरोही में 27 डिग्री सेल्सियस, सवाई माधोपुर में 32.4 डिग्री सेल्सियस, करौली में 32 डिग्री सेल्सियस, बांसवाड़ा में 28.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है.
मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान में बारिश का दौर अगले 48 घंटों तक जारी रहेगा. शनिवार के बाद प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है. जयपुर मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक वर्तमान में पूर्वी राजस्थान के ऊपर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है. यह सतह शोभ मंडल के मध्य स्तरों तक विस्तृत है. मंगलवार शाम से बुधवार सुबह तक सबसे ज्यादा बारिश प्रदेश के नागौर मेड़ता सिटी में 188 एमएम दर्ज की गई. जोधपुर के बालेसर में 174 एमएम, शेखाला में 135 एमएम, जोधपुर में 125 एमएम, कोटा के सुल्तान पुरा में 105 एमएम, भीलवाड़ा के जेतपुरा में 177 एमएम, भीनमाल जालौर में 123 एमएम, जालौर शहर में 107 एमएम, ओसिया जोधपुर में 100 एमएम, बिलाड़ा जोधपुर में 94 एमएम बारिश दर्ज की गई है.
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के ऊपर बना परिसंचरण तंत्र बुधवार को भी प्रदेश के मध्य भागों के ऊपर बना हुआ है, जो सतह से 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तृत है. इसके प्रभाव से बुधवार को भी जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, नागौर, पाली और जालौर जिलों में कहीं-कहीं पर भारी बारिश और एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना (Weather forecast for Rajasthan) है. 28 जुलाई से बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे प्रदेश के उत्तरी भागों की ओर शिफ्ट होने की संभावना है. प्रदेश के शेष भागों से बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है.
जोधपुर, भीलवाड़ा में रेलवे स्टेशन, सड़कें और पटरियां जलमग्न हो गईं हैं. जबकि जोधपुर जिले की बावड़ी तहसील में भारी बारिश के कारण हुए जलभराव में डूबने से चार बच्चों की मौत हो गई है. जालौर समेत जोधपुर में बुधवार को भी स्कूल, कॉलेज बंद रहे. इसके साथ ही मड पंप से पानी की निकासी की जा रही है. आपदा प्रबंधन की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं. भीलवाड़ा में कोठारी नदी उफान पर है. इसके साथ ही भीलवाड़ा, कोटडी, सवाईमाधोपुर मार्ग पर आवागमन बंद रहा. करीब दो दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया. वहीं बनास नदी में दो साल बाद पुलिया पर पानी का बहाव देखने को मिला. बिलाड़ा, सीकर के अजीतगढ़, भीलवाड़ा, मालपुरा, टोंक, देवली, केकड़ी, जोधपुर, कोटा सहित अन्य जगहों पर बीती रात से फिर से बारिश का सिलसिला बुधवार तक जारी है.
रेल यातायात प्रभावित: जोधपुर मंडल के राई का बाग स्टेशन पर पानी भरने से चार ट्रेनों का मार्ग बदला है. वहीं पांच ट्रेनें रद्द और 3 ट्रेनें आंशिक रद्द रहेंगी. मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि गाड़ी संख्या 04846 बिलाड़ा-जोधपुर, 04843 जोधपुर-बाड़मेर, 14813 जोधपुर- भोपाल, 04841 जोधपुर- भीलड़ी बुधवार को भी रद्द रहेगी.
जयपुर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर: हाल ही में जयपुर शहर में हुई भारी बारिश ने यहां के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल कर रख दी. सीकर रोड पर हालत इतने बदतर हो गए थे कि कारें पानी में नाव की तरह बहने लगीं. ड्रेनेज सिस्टम फेल होने के कारण घंटो तक पानी नहीं निकल पाया और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. अन्य जिलों में हुई भारी बारिश को देखते हुए जयपुर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है और बारिश के बाद होने वाली विकट स्थिति से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है.
जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जिला प्रशासन बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. जयपुर शहर में छह बाढ़ नियंत्रण कक्ष पूरी तरह से काम कर रहे हैं और उनके पास विकट स्थिति से निपटने के लिए पूरे संसाधन भी उपलब्ध हैं. इमरजेंसी रिस्पांस टीम को भी हर समय तैयार रहने के निर्देश दिए जा चुके हैं. प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि सीकर रोड पर हाल ही में बारिश के बाद बनी स्थिति को दुरुस्त करने के निर्देश भी नगर निगम प्रशासन को दिए हैं. ताकि भविष्य में ऐसी परिस्थितियां पैदा ना हों.
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जयपुर शहर में कई ऐसे बड़े नाले हैं, जहां भारी बारिश के बाद विकट परिस्थितियां पैदा होती हैं. सिविल डिफेंस की ओर से करतारपुरा नाले, बास बदनपुरा, गंगापोल, दशहरा कोठी, जयसिंह पुरा खोर रामगढ़ मोड़, जल महल, राजामल का तालाब, जवाहर नगर स्थित टीला नंबर 1, 2, 3 और 7, निवारू पुलिया, झोटवाड़ा पंचायत समिति के सामने सहित अन्य नालों का भौतिक सत्यापन कराया था. जिसमें वहां कचरा होने की रिपोर्ट जिला प्रशासन और नगर निगम को भेजी गई थी. इसके बावजूद भी अब तक नालों की सफाई नहीं हो पाई है. सिविल डिफेंस के उप नियंत्रक अमित शर्मा ने बताया भारी बारिश के बाद आम जनता को तुरंत राहत देने के लिए टीम पूरी तरह से तैयार है. उनके पास पूरे संसाधन भी उपलब्ध हैं.