जयपुर. 'भारत छोड़ो आंदोलन' दिवस पर रेलवे यूनियन संगठन ने भारत सरकार जिद छोड़ो नाम से नारा देते हुए विरोध प्रदर्शन किया. आल इंडिया रेलवे फेडरेशन के आह्वान पर देशभर में रेलवे के विभिन्न संगठन के साथ नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन ने उत्तर पश्चिम रेलवे के सभी स्टेशनों, यूनिट, कॉलोनी सहित बाजार में जाकर विरोध प्रदर्शन किया.
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के मंडल मंत्री आरके सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार रेल बेचने और निजीकरण करने का जो काम कर रही वही आने वाले रेल कर्मचारियों के लिए घातक होगा. क्योंकि रेल एक आमजन का सरल और सस्ता साधन है, रेल एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने का काम करती है.
पढ़ें- जयपुर: केंद्र की नीतियों के खिलाफ श्रम संगठनों ने शहीद स्मारक पर किया धरना-प्रदर्शन
रेल कर्मचारियों ने रविवार को जयपुर मंडल के विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन के दौरान कोविड-19 की पालना करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए प्रदर्शन किया. रेल बचाओ, देश बचाओ और केंद्र सरकार जिद छोड़ो नारे के साथ विभिन्न स्टेशनों, कॉलोनी, बाजार में लोगों के बीच जाकर रेल निजीकरण करने जा रही सरकार के विरोध में रेलवे यूनियन ने अपनी ताकत और एकता का प्रदर्शन किया.
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से रेल कर्मचारियों और अधिकारियों के डीए की 3 किश्त रोकने पर पुन: चालू करने, रेलों को प्राईवेट आपरेटर को सौंपने को रोकने, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, 50 प्रतिशत रिक्त पदों को सरेंडर करने की और रेल कर्मियों की बकाया मांगों पूरा करने की भी मांग की गई. नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन ने रेल को निजीकरण होने से रोकने के लिए फूलेरा, रेवाडी, अलवर, बांदीकुई, सीकर, रींगस सहित जयपुर में प्रभात फेरी और स्टेशन पर प्रदर्शन करने का काम किया गया.