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कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए रेलवे का बड़ा निर्णय, 31 मार्च तक नहीं होगा रेल सेवाओं का संचालन

रेलवे ने देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी यात्री रेल सेवाओं के संचालन को 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया है. उत्तर पश्चिम रेलवे की प्रारंभिक स्टेशन से रवाना होने वाली सभी मेल/ एक्सप्रेस/ इंटरसिटी प्रीमियम ट्रेनें और सभी सवारी गाड़ियां 31 मार्च की रात 12 बजे तक रद्द रहेगी.

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31 मार्च तक नहीं होगा रेल सेवाओं का संचालन
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Published : Mar 22, 2020, 4:41 PM IST

जयपुर. देश और प्रदेश में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. बता दें कि भारत में अब तक 341 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. वहीं राजस्थान में 26 मामले सामने आ चुके हैं. जिसे लेकर पीएम की ओर से आज रविवार को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया गया. जिसका असर भी देश भर में देखने को मिला. इसी कड़ी में रेलवे ने भी सभी यात्री रेल सेवाओं के संचालन को 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया है.

31 मार्च तक नहीं होगा रेल सेवाओं का संचालन
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि उत्तर -पश्चिम रेलवे पर भी रेलवे का नियम लागू है और उत्तर पश्चिम रेलवे की 100 मेल एवं एक्सप्रेस और 136 मैसेंजर ट्रेनें 31 मार्च तक रात 12 बजे तक बंद रहेगी. शर्मा ने बताया कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के चलते इन ट्रेनों को रद्द किया गया था अब इनकी अवधि बढ़ाकर 31 मार्च कर दी गई है. 22 मार्च को 4 बजे से पहले यात्रा शुरू करने वाली ट्रेने अपने गंतव्य तक संचालित की जाएगी और वहीं रूक जाएगी.

शर्मा ने बताया कि देश के विभिन्न भागों में आवश्यक सामग्री की आपूर्ति के लिए केवल माल गाड़ियों का संचालन किया जाएगा. सभी रद्द की गई ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा के लिए टिकट के धन वापसी के लिए 21 जून तक प्राप्त करने की विशेष और आसान व्यवस्था की गई है. उन्हें इसके लिए भीड़ लगाने की आवश्यकता नहीं है.

यह भी पढ़ें : कोरोना से जंग जितने के लिए सीएम अशोक गहलोत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने की अपील

अभय शर्मा ने यह भी कहा कि जिन यात्रियों की टिकट कैंसिल हो रही है उन्हें रिफंड के लिए स्टेशन पर भीड़ लगाने की फिलहाल आवश्यकता नहीं है, क्योंकि रेलवे ने नियम में छूट दी है और यात्री तीन महीने में कभी भी अपना रिफंड वापस ले सकते हैं. अभय शर्मा ने अपील की है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लोग घरों से बाहर नहीं निकले क्योंकि लोग घर में ही सुरक्षित हैं.

जयपुर. देश और प्रदेश में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. बता दें कि भारत में अब तक 341 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. वहीं राजस्थान में 26 मामले सामने आ चुके हैं. जिसे लेकर पीएम की ओर से आज रविवार को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया गया. जिसका असर भी देश भर में देखने को मिला. इसी कड़ी में रेलवे ने भी सभी यात्री रेल सेवाओं के संचालन को 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया है.

31 मार्च तक नहीं होगा रेल सेवाओं का संचालन
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि उत्तर -पश्चिम रेलवे पर भी रेलवे का नियम लागू है और उत्तर पश्चिम रेलवे की 100 मेल एवं एक्सप्रेस और 136 मैसेंजर ट्रेनें 31 मार्च तक रात 12 बजे तक बंद रहेगी. शर्मा ने बताया कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के चलते इन ट्रेनों को रद्द किया गया था अब इनकी अवधि बढ़ाकर 31 मार्च कर दी गई है. 22 मार्च को 4 बजे से पहले यात्रा शुरू करने वाली ट्रेने अपने गंतव्य तक संचालित की जाएगी और वहीं रूक जाएगी.

शर्मा ने बताया कि देश के विभिन्न भागों में आवश्यक सामग्री की आपूर्ति के लिए केवल माल गाड़ियों का संचालन किया जाएगा. सभी रद्द की गई ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा के लिए टिकट के धन वापसी के लिए 21 जून तक प्राप्त करने की विशेष और आसान व्यवस्था की गई है. उन्हें इसके लिए भीड़ लगाने की आवश्यकता नहीं है.

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अभय शर्मा ने यह भी कहा कि जिन यात्रियों की टिकट कैंसिल हो रही है उन्हें रिफंड के लिए स्टेशन पर भीड़ लगाने की फिलहाल आवश्यकता नहीं है, क्योंकि रेलवे ने नियम में छूट दी है और यात्री तीन महीने में कभी भी अपना रिफंड वापस ले सकते हैं. अभय शर्मा ने अपील की है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लोग घरों से बाहर नहीं निकले क्योंकि लोग घर में ही सुरक्षित हैं.

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