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B.Sc नर्सिंग आयुर्वेद के संचालन के लिए यूजीसी के मान्यता पर बवाल, सदन में स्पीकर ने मंत्री को दी ये सीख

राजस्थान विधानसभा सत्र में सोमवार को जोधपुर आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा बीएससी नर्सिंग आयुर्वेद कोर्स के संचालन में यूजीसी की मान्यता से जुड़ा सवाल उठाया गया. इस पर तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग को स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी ने सख्त शब्दों में हिदायत रूपी सीख दी.

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विधानसभा में उठा आयुर्वेद के संचालन के लिए यूजीसी के मान्यता पर सवाल
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Published : Mar 2, 2020, 3:32 PM IST

जयपुर. जोधपुर आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा बीएससी नर्सिंग आयुर्वेद कोर्स के संचालन में यूजीसी की मान्यता से जुड़े सवाल पर सदन में तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ सुभाष गर्ग को स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी ने सख्त शब्दों में हिदायत रूपी सीख दी. प्रश्नकाल में विधायक मीना कंवर ने इससे जुड़ा सवाल लगाया, लेकिन जवाब में मंत्री ने कहा कि इस कोर्स के संचालन के लिए यूजीसी की मान्यता आवश्यक नहीं है, लेकिन कुछ स्टूडेंट्स ने इससे जुड़ी डिग्री को लेकर सवाल पूछे थे. जिसके लिए यूजीसी से पत्राचार किया जा रहा है.

विधानसभा में उठा आयुर्वेद के संचालन के लिए यूजीसी के मान्यता पर सवाल

विधायक ने साफ तौर पर कहा कि यूजीसी से मान्यता नहीं मिलने पर स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा और अन्य प्रदेशों में उन्हें दिक्कत आएगी. लेकिन मंत्री इस दौरान भी यही कहते नजर आए कि मैं पूरी तरह आश्वस्त कर रहा हूं कि इस कोर्स की डिग्री मान्य होगी. क्योंकि विश्वविद्यालय के पास इस कोर्स को कराने की मान्यता है और यूजीसी से अलग से मान्यता लेने की हमें जरूरत नहीं है.

पढ़ें: महिला दिवस विशेष : मैला ढोने वाली उषा ने अपने जैसी 150 महिलाओं की जिंदगी 'जन्नत' बना दी

इस बीच आसन पर मौजूद स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी ने भी दखल दिया और मंत्री को कहा कि जब साल 2015 में आपने या कोर्स यूनिवर्सिटी में शुरू कर दिया तो यूजीसी से मान्यता क्यों नहीं ली और यदि मान्यता है तो किस से मान्यता है. तब मंत्री ने कहा कि इसके लिए मान्यता की आवश्यकता नहीं रहती.

ऐसे में स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि मंत्री जी इस कोर्स को हम करवा रहे हैं, यदि उसके लिए हमने किसी से मान्यता नहीं ली तो जो स्टूडेंट्स इस कोर्स को करने के बाद बाहरी प्रदेशों में नौकरी के लिए जाएंगे तो उन्हें दिक्कत आएगी ही, लेकिन यदि यूजीसी से मान्यता प्राप्त होगी तो पूरे देश में डिग्री मान्य होगी, इसलिए आप पूरी तरह इस मामले को क्लियर करें.

जयपुर. जोधपुर आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा बीएससी नर्सिंग आयुर्वेद कोर्स के संचालन में यूजीसी की मान्यता से जुड़े सवाल पर सदन में तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ सुभाष गर्ग को स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी ने सख्त शब्दों में हिदायत रूपी सीख दी. प्रश्नकाल में विधायक मीना कंवर ने इससे जुड़ा सवाल लगाया, लेकिन जवाब में मंत्री ने कहा कि इस कोर्स के संचालन के लिए यूजीसी की मान्यता आवश्यक नहीं है, लेकिन कुछ स्टूडेंट्स ने इससे जुड़ी डिग्री को लेकर सवाल पूछे थे. जिसके लिए यूजीसी से पत्राचार किया जा रहा है.

विधानसभा में उठा आयुर्वेद के संचालन के लिए यूजीसी के मान्यता पर सवाल

विधायक ने साफ तौर पर कहा कि यूजीसी से मान्यता नहीं मिलने पर स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा और अन्य प्रदेशों में उन्हें दिक्कत आएगी. लेकिन मंत्री इस दौरान भी यही कहते नजर आए कि मैं पूरी तरह आश्वस्त कर रहा हूं कि इस कोर्स की डिग्री मान्य होगी. क्योंकि विश्वविद्यालय के पास इस कोर्स को कराने की मान्यता है और यूजीसी से अलग से मान्यता लेने की हमें जरूरत नहीं है.

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इस बीच आसन पर मौजूद स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी ने भी दखल दिया और मंत्री को कहा कि जब साल 2015 में आपने या कोर्स यूनिवर्सिटी में शुरू कर दिया तो यूजीसी से मान्यता क्यों नहीं ली और यदि मान्यता है तो किस से मान्यता है. तब मंत्री ने कहा कि इसके लिए मान्यता की आवश्यकता नहीं रहती.

ऐसे में स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि मंत्री जी इस कोर्स को हम करवा रहे हैं, यदि उसके लिए हमने किसी से मान्यता नहीं ली तो जो स्टूडेंट्स इस कोर्स को करने के बाद बाहरी प्रदेशों में नौकरी के लिए जाएंगे तो उन्हें दिक्कत आएगी ही, लेकिन यदि यूजीसी से मान्यता प्राप्त होगी तो पूरे देश में डिग्री मान्य होगी, इसलिए आप पूरी तरह इस मामले को क्लियर करें.

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