जयपुर. राजस्थान में शुक्रवार को 15वीं विधानसभा के 5वें सत्र की कार्यवाही बहस के साथ जारी है. इस सत्र में कोरोना वायरस के ऊपर मुख्य रूप से चर्चा हो रही है. वहीं पुष्कर से विधायक सुरेश रावत विधानसभा में सन्यासी के कपड़ों में पहुंचे. उनके हाथ में एक कलश भी था.
यह है वजह
दरअसल, अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर का शिलान्यास हुआ, तो राजस्थान के पुष्कर विधायक सुरेश रावत ने यह तय किया कि वे भी राजस्थान के 1008 मंदिरों की मिट्टी लेकर अयोध्या जाएंगे. 5 अगस्त को उन्होंने यह संकल्प लिया था और तब से अब तक वे लगातार राजस्थान के मंदिरों की मिट्टी इकट्ठा कर रहे हैं. जिसे लेकर विधायक जल्द ही अयोध्या रवाना होंगे. खास बात यह है कि आज विधानसभा में भी सुरेश रावत सन्यासी के रूप में पहुंचे और विधानसभा की मिट्टी भी उन्होंने अयोध्या ले जाने के लिए कलश में ली.
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इस दौरान ईटीवी भारत से बात करते हुए सुरेश रावत ने कहा कि विधानसभा में एक शिव मंदिर है, उसकी मिट्टी तो ली ही गई है. लेकिन विधानसभा सबसे बड़ा मंदिर होता है. ऐसे में यहां की मिट्टी का दोहरा महत्व है, इसलिए उन्होंने विधानसभा की मिट्टी भी कलश में भरी है. यह मिट्टी लेकर वे इस कलश के साथ अयोध्या रवाना होंगे और मंदिर निर्माण के लिए लग रही नींव में इस मिट्टी का भी इस्तेमाल होगा.