जयपुर. प्रदेश भर में शुक्रवार को दूसरे दिन भी एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल जारी है. इसके बाद प्रदेशभर में करीब 80 प्रतिशत एंबुलेंस के पहिए थम गए हैं. ऐसे में जनपथ पर प्रदर्शन कर रहे एंबुलेंस कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया और इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया है.
दरअसल, प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को सुबह पुलिस ने अल्टीमेटम दिया था और कहा था कि जनपथ पर किसी भी तरह का विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है. ऐसे में कर्मचारी नहीं माने तो ज्योति नगर पुलिस ने यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह समेत अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया.
इस दौरान राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन में काफी रोष देखने को मिला और बड़ी संख्या में ज्योति नगर थाने के बाहर यह लोग एकत्रित हो गए. इसके बाद यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने थाने से बाहर आकर लोगों को समझाया. इस दौरान वीरेंद्र सिंह ने कहा कि मामले को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की गई है. ऐसे में अब उन्हें कोर्ट में पेश होना है और जो भी उनकी मांगें हैं वह कोर्ट के समक्ष रखी जाएगी.
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साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि गहलोत सरकार को संवेदनशील सरकार कहा जाता था. लेकिन, जिस तरह से उन्होंने बेवजह लोगों को हिरासत में लिया है इससे कर्मचारियों में काफी रोष पैदा हो गया है.