जयपुर. राजस्थान में फिल्म जोधा अकबर और पद्मावत के बाद एक बार फिर से एक फिल्म का विरोध शुरू हो गया है. इस बार विरोध होने वाला फिल्म पानीपत है, जिसमें भरतपुर के महाराज सूरजमल की छवि को गलत तरीके से पेश करने का आरोप है. बता दें कि राजस्थान के जाट समाज के साथ अब राजपूत समाज भी आ खड़ा हुआ है.
इसी कड़ी में मंगलवार को राजधानी जयपुर में जाट महासभा और राजपूत करणी सेना ने संयुक्त प्रदर्शन करते हुए जयपुर के राजमंदिर सिनेमा पर फिल्म पानीपत के पोस्टर जलाए. राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना और जाट महासभा के कुलदीप चौधरी के नेतृत्व में यह प्रदर्शन हुआ.
इस दौरान महिपाल मकराना ने कहा कि महाराजा सूरजमल की छवि बिगाड़ने का प्रयास फिल्म में किया गया है. उन्होंने कहा कि महाराजा सूरजमल पूरे राजस्थान के लिए एक आदर्श रहे हैं और महाराजा सूरजमल केवल जाट समाज के नहीं बल्कि पूरे राजस्थान के गौरव हैं. उन्होंने बताया कि उनके नाम को अगर खराब किया जाता है और फिल्म को बैन नहीं किया जाएगा तो सड़कों पर उतरकर चक्काजाम भी किया जा सकता है.
वहीं, जाट महासभा के अध्यक्ष कुलदीप चौधरी ने कहा कि फिल्म को बैन किया जाए नहीं तो किसान कॉम अपने आदर्श के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होगी. उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शन के बहाने राजपूत करणी सेना ने आने वाली फिल्म को लेकर चेतावनी दे दी है फिल्म के विषय से जुड़े लोगों की मंजूरी अगर नहीं ली गई और उसमें भी अगर इतिहास की छेड़छाड़ हुई तो उसे भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. साथ ही महिपाल सिंह मकराना ने आरोप लगाया कि राजस्थान ही नहीं भारत के ऐतिहासिक लोगों की छवि खराब करने के लिए फिल्म जगत को पैसा पाकिस्तान के कराची से फाइनेंस हो रहा है.