नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर एवं इसके आसपास हुए प्रदर्शन को लेकर 200 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है. विशेष आयुक्त सागरप्रीत हुड्डा के अनुसार ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की तरफ से एक आवेदन दिल्ली पुलिस को मिला था. इसमें उन्होंने 20 जून को जंतर-मंतर पर सत्याग्रह करने की अनुमति मांगी थी. यह सत्याग्रह सांसद राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही (National Herald Case) पूछताछ के विरोध में आयोजित किया जा रहा था.
इसमें दिल्ली पुलिस ने नियम एवं शर्तों के साथ एक हजार लोगों को एकत्रित होने की अनुमति दी थी. इसे ध्यान में रखते हुए जंतर-मंतर के आसपास पुलिस द्वारा सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो. विशेष आयुक्त सागरप्रीत हुड्डा ने बताया कि यहां पर प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में लोग जुटने लगे. तय संख्या से ज्यादा लोग यहां पर एकत्रित हुए थे, जिसके चलते यहां से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया. इनमें कुल 178 नेता एवं कार्यकर्ता हिरासत में लिए गए, जिनमें राजस्थान के कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा भी शामिल हैं.
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विशेष आयुक्त सागरप्रीत हुड्डा ने बताया कि इसके अलावा एक अन्य आवेदन संदीप की तरफ से आया था, जिसमें उन्होंने जंतर-मंतर पर भारत सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन की मांग की थी. यहां पर मौजूदा हालात और ट्रैफिक को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने उन्हें अनुमति देने से इनकार कर दिया था. लेकिन इसके बावजूद नई दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में उन्होंने प्रदर्शन किया और दिल्ली पुलिस द्वारा लगाई गई धारा 144 का उल्लंघन किया. इसे लेकर कुल 57 लोगों को दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग इलाकों से हिरासत में लिया है.