अजमेर. नागरिकता संशोधन अधिनियम सहित एनआरसी के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से विरोध प्रदर्शन के लिए वाहन रैली निकाली जानी थी. इसके लिए 1500 लोगों का लक्ष्य रखा गया था. जहां 100 लोग भी मुश्किल से जीसीए चौराहा पर नहीं पहुंच पाए..
अजमेर के सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय चौराहा पर बहुजन क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन से भारत बंद के समर्थन में रैली निकालने की अनुमति मांगी थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें अनुमति ही नहीं दी. जिसके चलते मंगलवार को केवल प्रदर्शन कर रैली का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया.
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बहुजन क्रांति मोर्चा के संयोजक गुलाब सिंह चित्तौड़िया ने जानकारी देते हुए बताया की रैली को लेकर सभी को सूचना भिजवा दी गई थी, लेकिन सीएए के खिलाफ रैली को अनुमति ही नहीं दी गई. जिसके चलते रैली से जुड़ने वाले लोगों को वहीं रोक दिया गया. चितोड़िया के नेतृत्व में जीसीए चौराहे पर एनआरसी -सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. कार्यक्रम में दलित समाज के लोगों के साथ साथ मुस्लिम समाज के लोग भी शामिल रहे.
वहीं जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप के अनुसार बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से रैली को लेकर अनुमति दी ही नहीं गई थी, इसलिए बिना अनुमति रैली निकालने की तैयारी से पहले ही थाना क्लॉक टावर में कोतवाली थाना अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर रैली को रद्द करवा दिया.
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29 जनवरी भारत बंद का आह्वान भी ठंडे बस्ते में
जहां 28 जनवरी को भारत बंद को लेकर समर्थन रैली निकाली जा रही थी, तो वहीं 29 जनवरी को बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से एनआरसी और सीएए कानून के विरोध में रैली निकालने में 29 जनवरी को भारत बंद करने का आह्वान भी अब ठंडे बस्ते में जा चुका है. जब पुलिस प्रशासन की ओर से रैली भी नहीं निकालने की अनुमति दी गई, तो भारत बंद का आह्वान भी अब लगता है फेल हो चुका है.