जयपुर. आगामी 11 जनवरी को हेरिटेज नगर निगम की बोर्ड की बैठक तय होने के चलते अब ग्रेटर नगर निगम की बोर्ड बैठक की तारीख स्थगित हो सकती है. हालांकि इस बीच ग्रेटर नगर निगम मेयर ने बोर्ड मीटिंग में पार्षदों से मिलने वाले सुझाव, वार्डों में ई-लाइब्रेरी और पार्षदों का भत्ता बढ़ाने को प्रमुख एजेंडा बताया है.
ग्रेटर नगर निगम बोर्ड बैठक 11 जनवरी को होनी है. जो हेरिटेज नगर निगम की बोर्ड बैठक के चलते स्थगित होना तय है. हालांकि ग्रेटर नगर निगम की साधारण सभा की बैठक में जिन एजेंडों पर चर्चा होनी है, उसकी तैयारी जरूर चल रही है. पार्षदों से सुझाव आमंत्रित किए गए हैं. वहीं, अब करीब 6 साल बाद एक बार फिर पार्षदों का भत्ता बढ़ाने का प्रस्ताव लाया जाना तय है.
इस संबंध में ग्रेटर नगर निगम महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने बताया कि पार्षदों को फिलहाल 3,750 रुपये भत्ता मिलता है, जो बहुत कम है. यदि पार्षद निष्ठा और इमानदारी के साथ काम करना चाहते हैं तो उनका भत्ता भी बढ़ना चाहिए. कम से कम मजदूरी की जो बात की जाती है, उतना मिलना ही चाहिए. उन्होंने कहा कि जब एमएलए, एमपी के भत्ते बढ़ सकते हैं, तो पार्षदों के क्यों नहीं. ग्रेटर नगर निगम की बोर्ड बैठक में ये सबसे पहला एजेंडा होगा.
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महापौर ने बताया कि 150 पार्षदों को सुझाव देने के लिए पत्र भी भेजा गया है. जो सुझाव पार्षदों से आएंगे वही एजेंडे में शामिल होंगे. शहर को सुव्यवस्थित करने के लिए सफाई, सड़क, बिजली व्यवस्था हमारी प्राथमिकता है. इसके साथ ही कुछ पार्षदों ने वार्ड में ई-लाइब्रेरी बनाने जैसे इनोवेटिव आइडिया भी दिए हैं. वहीं वार्ड पार्षद करण शर्मा ने सभी वार्ड में पार्षद कार्यालय के साथ ई-लाइब्रेरी का सुझाव दिया है. यह स्मार्ट लाइब्रेरी के नाम से जानी जाए जिसमें फ्री वाई-फाई जोन उपलब्ध हो और तकरीबन 20 से 30 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहे. यह नगर निगम की एक अनूठी पहल होगी.
पार्षदों के भत्ते बढ़ने से ग्रेटर नगर निगम पर आर्थिक भार भी पड़ेगा. अभी कुल 5.6 लाख रुपए पार्षदों को भत्ते के रूप में देने होते हैं, लेकिन 10 हजार रुपए भत्ता होने के बाद करीब 15 लाख रुपए मासिक यानी 1.8 करोड़ रुपए सालाना का बजट रखना होगा.