जयपुर. प्रदेश एक बार फिर कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर की जद में आता नजर आ रहा है. ऐसे में कोरोना का असर हर सेक्टर पर पड़ता दिखाई दे रहा है. खेलों से जुड़े प्रोजेक्ट्स कोरोना के चलते एक बार फिर बंद हो सकते हैं. सवाई मानसिंह स्टेडियम (SMS stadium projects may stuck due to covid) में मौजूदा समय में करीब 40 से 45 करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है.
हाल ही में खेलों के प्रति लोगों का जुड़ाव देखने को मिला था और धीरे-धीरे जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम (Sawai Mansingh Stadium) में खिलाड़ियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही थी. जिसके बाद खेल विभाग की ओर से स्टेडियम में अलग-अलग खेल एकेडमी और मैदान तैयार किए जा रहे थे. लेकिन, कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद एक बार फिर स्टेडियम में खिलाड़ी तो कम हुए ही साथ ही खेल से जुड़े प्रोजेक्ट के कार्यों की रफ्तार भी धीमी हुई है.
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सवाई मानसिंह स्टेडियम में लंबे समय से खेल से जुड़े कुछ ऐसे प्रोजेक्ट थे जिन पर काम चल रहा था और उम्मीद लगाई जा रही थी कि साल के शुरुआत में यह खेल एकेडमी और मैदान खिलाड़ियों को समर्पित कर दिए जाएंगे. जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेल भवन, बैडमिंटन कोर्ट और स्विमिंग पूल का काम अभी भी पूरा नहीं हो पाया है. पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के दौरान इन इंफ्रास्ट्रक्चर की शुरुआत की गई थी, लेकिन 3 साल बाद भी यह इंफ्रास्ट्रक्चर पूर्ण नहीं हो सके. हालांकि, बीते 2 सालों में कोरोना का इफेक्ट देखने को मिला और खेल मैदान से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरीके से कई महीनों तक बंद रहे.
मामले को लेकर प्रदेश के खेल मंत्री अशोक चांदना (Ashok Chandna on SMS Stadium Projects) का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े काम प्रभावित हुए हैं. कोविड-19 संक्रमण के दौरान लंबे समय तक खेलों से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर का कार्य बंद रहा. मजदूरों के पलायन के चलते यह हालात बने थे. मंत्री अशोक चांदना ने कहा इस बार कोरोना संक्रमण के कारण कार्य प्रभावित नहीं होंगे.
दरअसल वर्ष 2016-17 में खेल भवन बनाने के लिए 10 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे. हालांकि, पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में इसका काम शुरू हुआ था, लेकिन कुछ समय बाद ही इसका काम रोक दिया गया और करीब 2 साल तक खेल भवन का कार्य बंद रहा. बीते कुछ समय पहले एक बार फिर इसका कार्य शुरू किया गया है.
इसके अलावा करोड़ों रुपए की लागत से तैयार किए जा रहे बैडमिंटन कोर्ट और स्विमिंग पूल अभी भी शुरू नहीं हो पाए हैं. बैडमिंटन कोर्ट का अधूरा पड़ा काम अब स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है, लेकिन कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद एक बार फिर इन प्रोजेक्ट का काम शुद्ध पड़ गया है.