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सीपी जोशी की खरी-खरी...कहा सत्ता पक्ष अगर विपक्ष की बात ही ना सुनना चाहे तो सदन चलाने का तरीका यही था कि उसे स्थगित कर दें - Rajasthan news

राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही 17 और 18 सितंबर को चलेगी. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए डॉ. सीपी जोशी (CP Joshi) ने ये बात कही. उन्होंने सदन की कार्यवाही से लेकर दल बदल कानून तक हर मुद्दे पर खुलकर बात की.

Rajasthan Legislative Assembly, Jaipur news
राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही
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Published : Sep 16, 2021, 3:26 PM IST

Updated : Sep 16, 2021, 6:45 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा के मौजूदा सत्र (Rajasthan Assembly session) के तहत 17 और 18 सितंबर को सदन की कार्यवाही चलेगी. विधानसभा स्पीकर डॉ. सी.पी जोशी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान यह बात कही. तीन दिवसीय इंडियन यूथ पार्लियामेंट को संबोधित करने आए सीपी जोशी ने दल बदल कानून से लेकर विधान परिषद समेत सभी सवालों का खुलकर जवाब दिया.

ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सीपी जोशी (CP Joshi) ने कहा कि सदन चलाने की जिम्मेदारी अध्यक्ष की होती है और सदन नियम और कानून के अंतर्गत ही चलाए जाते हैं. इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की भी जिम्मेदारियां होती हैं. लेकिन जब सत्ता पक्ष के लोग विपक्ष की बात ही ना सुनना चाहें तो फिर हाउस चलाने का तरीका यही था कि उसे स्थगित कर दिया जाए. जिस तरह मेरे पास सदन को अनिश्चितकाल स्थगित करने का अधिकार है. उसी तरह सदन बुलाने का भी अधिकार है. जोशी से जब पूछा गया कि क्या 17 और 18 सितम्बर को विधानसभा की कार्यवाही चलेगी. उन्होंने कहा उम्मीद किया जाना चाहिए निश्चित रूप से चलेगी.

सीपी जोशी से खास बातचीत पार्ट-1

यह भी पढ़ें. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने स्वास्थ्य को लेकर दी यह जानकारी

वैचारिक आधार पर सत्ता आई तो मिलेगी बेस्ट गवर्नेंस

कार्यक्रम के दौरान पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी में वैचारिक आधार को काफी महत्वपूर्ण बताते हुए जोशी ने कहा कि इस देश में यदि वैचारिक आधार पर लोगों को शिक्षित कर सत्ता में आए तो फिर बेस्ट गवर्नेंस मिलेगी. लेकिन यदि विनिबिलिटी के आधार पर सत्ता में आएंगे तो देश की प्रगति में कंट्रीब्यूशन ज्यादा नहीं होगा. जोशी ने कहा कुछ साल पहले तक देश में वोटिंग परसेंट 50 फीसदी से ज्यादा नेशनल पार्टियों का रहता था लेकिन आज स्थिति बदल गई है. क्षेत्रीय दल हावी होते जा रहे हैं.

जीतने के बाद दलबदल करने वालों के खिलाफ बने सख्त कानून

सीपी जोशी से खास बातचीत पार्ट-2

विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी (Rajasthan Assembly Speaker Dr CP Joshi) ने इंडियन यूथ पार्लियामेंट को संबोधित करते हुए कहा कि पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी में वोटिंग का आधार वैचारिक होना चाहिए, तभी एक मजबूत वैचारिक आधार वाली सरकार बनती है. हालांकि जोशी ने यह भी कहा कि जब विचारधारा कमजोर होती है तो कई बार देखने में आता है व्यक्ति जिस पार्टी के टिकट से जीता है, जीतने के बाद दल बदल लेता है.

यह भी पढ़ें. सांसद बालकनाथ के बयान पर जूली का जवाब, राजस्थान में क्राइम बढ़ा रहे यूपी-हरियाणा के बदमाश लेकिन भाजपा रोकने में नाकाम

उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि ऐसे दलबदल करने वाले जनप्रतिनिधि के खिलाफ उस पार्टी के अध्यक्ष को निर्वाचन आयोग में शिकायत करके उसे पद से वंचित करने का अधिकार पार्टी अध्यक्ष को होना चाहिए. जिससे इस प्रकार के दुरुपयोग के मामले ना आएं.

...तो केंद्र की सरकार चाहेगी राज्य में ज्यादा काम करें

कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में सीपी जोशी ने यह भी कहा कि अब डेमोक्रेसी समृद्ध हो रही है और वोटर काम करने वाले को ही वोट दे रहा है. उन्होंने कहा कि यदि राज्य में सरकार अच्छे काम कर रही है तो उसे वोट मिलेगा और केंद्र में अच्छा काम कर रही है तो वहां उसे वोट मिलेगा. लेकिन केंद्र की सरकार उन राज्यों में जहां उसकी पार्टी की सरकार नहीं है. वहां चाहेगी कि अच्छा काम करें. जिससे वहां भी सरकार बन पाए मतलब कंपटीशन होगा तो विकास भी होगा. जोशी ने कहा कि संविधान में राज्य और केंद्र सरकार के अधिकार और काम फिक्स किए गए हैं और वोटर भी उन्हें समझता है.

राजस्थान विधान परिषद गठन की संभावना कम, दिए संकेत

इंडियन यूथ पार्लियामेंट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एक सवाल के जवाब में जोशी ने राजस्थान विधान परिषद संगठन की संभावना कम होने का संकेत दिया. जोशी ने कहा कि मौजूदा कार्यकाल में तो इस संबंध में विधानसभा में कोई विधेयक पास नहीं हुआ. हालांकि, पिछली सरकार के कार्यकाल में इस संबंध में प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेजा गया था लेकिन वर्तमान में कुछ ही राज्यों में विधान परिषद काम कर रही है. जोशी ने इस दौरान विधान परिषद के कामों को लेकर भी जानकारी साझा की.

पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी की पहली सीढ़ी लोकल बॉडी चुनाव

सीपी जोशी ने कहा कि पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी में बहुत स्कोप है. उन्होंने कहा पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी की पहली सीढ़ी लोकल बॉडी और पंचायत राज चुनाव है. क्योंकि आज भी देश में लाखों जनप्रतिनिधि पंच, सरपंच, जिला परिषद सदस्य, पार्षद बनते हैं. सब जनप्रतिनिधियों के अपने अपने अधिकार हैं. जिन्हें समझना होगा. उन्होंने पंच, सरपंच के अधिकारों को लेकर कुछ उदाहरण भी दिए.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा के मौजूदा सत्र (Rajasthan Assembly session) के तहत 17 और 18 सितंबर को सदन की कार्यवाही चलेगी. विधानसभा स्पीकर डॉ. सी.पी जोशी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान यह बात कही. तीन दिवसीय इंडियन यूथ पार्लियामेंट को संबोधित करने आए सीपी जोशी ने दल बदल कानून से लेकर विधान परिषद समेत सभी सवालों का खुलकर जवाब दिया.

ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सीपी जोशी (CP Joshi) ने कहा कि सदन चलाने की जिम्मेदारी अध्यक्ष की होती है और सदन नियम और कानून के अंतर्गत ही चलाए जाते हैं. इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की भी जिम्मेदारियां होती हैं. लेकिन जब सत्ता पक्ष के लोग विपक्ष की बात ही ना सुनना चाहें तो फिर हाउस चलाने का तरीका यही था कि उसे स्थगित कर दिया जाए. जिस तरह मेरे पास सदन को अनिश्चितकाल स्थगित करने का अधिकार है. उसी तरह सदन बुलाने का भी अधिकार है. जोशी से जब पूछा गया कि क्या 17 और 18 सितम्बर को विधानसभा की कार्यवाही चलेगी. उन्होंने कहा उम्मीद किया जाना चाहिए निश्चित रूप से चलेगी.

सीपी जोशी से खास बातचीत पार्ट-1

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वैचारिक आधार पर सत्ता आई तो मिलेगी बेस्ट गवर्नेंस

कार्यक्रम के दौरान पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी में वैचारिक आधार को काफी महत्वपूर्ण बताते हुए जोशी ने कहा कि इस देश में यदि वैचारिक आधार पर लोगों को शिक्षित कर सत्ता में आए तो फिर बेस्ट गवर्नेंस मिलेगी. लेकिन यदि विनिबिलिटी के आधार पर सत्ता में आएंगे तो देश की प्रगति में कंट्रीब्यूशन ज्यादा नहीं होगा. जोशी ने कहा कुछ साल पहले तक देश में वोटिंग परसेंट 50 फीसदी से ज्यादा नेशनल पार्टियों का रहता था लेकिन आज स्थिति बदल गई है. क्षेत्रीय दल हावी होते जा रहे हैं.

जीतने के बाद दलबदल करने वालों के खिलाफ बने सख्त कानून

सीपी जोशी से खास बातचीत पार्ट-2

विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी (Rajasthan Assembly Speaker Dr CP Joshi) ने इंडियन यूथ पार्लियामेंट को संबोधित करते हुए कहा कि पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी में वोटिंग का आधार वैचारिक होना चाहिए, तभी एक मजबूत वैचारिक आधार वाली सरकार बनती है. हालांकि जोशी ने यह भी कहा कि जब विचारधारा कमजोर होती है तो कई बार देखने में आता है व्यक्ति जिस पार्टी के टिकट से जीता है, जीतने के बाद दल बदल लेता है.

यह भी पढ़ें. सांसद बालकनाथ के बयान पर जूली का जवाब, राजस्थान में क्राइम बढ़ा रहे यूपी-हरियाणा के बदमाश लेकिन भाजपा रोकने में नाकाम

उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि ऐसे दलबदल करने वाले जनप्रतिनिधि के खिलाफ उस पार्टी के अध्यक्ष को निर्वाचन आयोग में शिकायत करके उसे पद से वंचित करने का अधिकार पार्टी अध्यक्ष को होना चाहिए. जिससे इस प्रकार के दुरुपयोग के मामले ना आएं.

...तो केंद्र की सरकार चाहेगी राज्य में ज्यादा काम करें

कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में सीपी जोशी ने यह भी कहा कि अब डेमोक्रेसी समृद्ध हो रही है और वोटर काम करने वाले को ही वोट दे रहा है. उन्होंने कहा कि यदि राज्य में सरकार अच्छे काम कर रही है तो उसे वोट मिलेगा और केंद्र में अच्छा काम कर रही है तो वहां उसे वोट मिलेगा. लेकिन केंद्र की सरकार उन राज्यों में जहां उसकी पार्टी की सरकार नहीं है. वहां चाहेगी कि अच्छा काम करें. जिससे वहां भी सरकार बन पाए मतलब कंपटीशन होगा तो विकास भी होगा. जोशी ने कहा कि संविधान में राज्य और केंद्र सरकार के अधिकार और काम फिक्स किए गए हैं और वोटर भी उन्हें समझता है.

राजस्थान विधान परिषद गठन की संभावना कम, दिए संकेत

इंडियन यूथ पार्लियामेंट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एक सवाल के जवाब में जोशी ने राजस्थान विधान परिषद संगठन की संभावना कम होने का संकेत दिया. जोशी ने कहा कि मौजूदा कार्यकाल में तो इस संबंध में विधानसभा में कोई विधेयक पास नहीं हुआ. हालांकि, पिछली सरकार के कार्यकाल में इस संबंध में प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेजा गया था लेकिन वर्तमान में कुछ ही राज्यों में विधान परिषद काम कर रही है. जोशी ने इस दौरान विधान परिषद के कामों को लेकर भी जानकारी साझा की.

पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी की पहली सीढ़ी लोकल बॉडी चुनाव

सीपी जोशी ने कहा कि पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी में बहुत स्कोप है. उन्होंने कहा पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी की पहली सीढ़ी लोकल बॉडी और पंचायत राज चुनाव है. क्योंकि आज भी देश में लाखों जनप्रतिनिधि पंच, सरपंच, जिला परिषद सदस्य, पार्षद बनते हैं. सब जनप्रतिनिधियों के अपने अपने अधिकार हैं. जिन्हें समझना होगा. उन्होंने पंच, सरपंच के अधिकारों को लेकर कुछ उदाहरण भी दिए.

Last Updated : Sep 16, 2021, 6:45 PM IST
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