जयपुर. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सरकार ने पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रमोट करने का आदेश जारी किया है. आज निजी स्कूल सरकार के इस आदेश के विरोध में उतर आए हैं. निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि वे बच्चों को प्रमोट नहीं करेंगे.
स्कूल क्रांति संघ राजस्थान की प्रदेशाध्यक्ष हेमलता शर्मा का कहना है कि कल शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बिना परीक्षा के पांचवी कक्षा तक के बच्चों को प्रमोट करने की बात कहीं है. लेकिन सरकार को सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश का भी ध्यान रखना चाहिए और उसकी पालना सुनिश्चित करवानी चाहिए.
उन्होंने साफ किया है कि बच्चों की फीस प्राप्त नहीं होने की स्थिति में उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा. हेमलता शर्मा का तर्क है कि कोरोना काल में निजी स्कूलों की आर्थिक हालात खराब हो चुकी है. इसलिए बिना फीस लिए पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट नहीं किया जाएगा.
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बता दें कि कोरोना काल में करीब 10 महीने तक स्कूल बंद रहे. इस साल पहले कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए और फिर कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए स्कूल खोले गए हैं. हालांकि पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए अभी भी स्कूल नहीं खोले गए हैं. अब शिक्षा विभाग ने पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को बिना परीक्षा ही अगली कक्षा में प्रमोट करने का आदेश जारी किया है.