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नगर निगम की अमूल डेयरी को बूथ देने की तैयारी, सरस दुग्ध उत्पादकों ने किया विरोध - अमूल डेयरी

जयपुर नगर निगम सरस डेयरी के बूथ आवंटन मामले को छोड़कर अमूल डेयरी को 2 हज़ार बूथ देने की तैयारी में है. प्रायोगिक तौर पर करीबन 100 बूथ खोलने का प्रस्ताव भी जारी हो गया है और इसके लिए आवेदन भी आने शुरू हो गए. जिसे लेकर सरस डेयरी से जुड़े दुग्ध उत्पादकों ने निगम परिसर में धरना देकर विरोध दर्ज कराया.

सरस दुग्ध उत्पादकों का विरोध
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Published : Jul 16, 2019, 5:34 PM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 5 हजार और राजधानी जयपुर में एक हजार सरस बूथ खोलने की घोषणा की थी. इनका निपटारा किए बिना ही निगम अधिकारी अब अमूल को बूथ आवंटन में जुट गए हैं. अमूल को डेयरी बूथ देने को लेकर शहर में पहले से चल रहे सरस डेयरी बूथ संचालकों में डर बैठ गया है. यही वजह है कि मंगलवार को सरस डेयरी से जुड़े दुग्ध उत्पादकों और किसानों ने निगम परिसर में धरना दिया और एडिशनल कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा.

नगर निगम अमूल डेयरी को बूथ देने की कर रहा तैयारी, सरस दुग्ध उत्पादकों का विरोध

उन्होंने कहा कि जयपुर और दौसा के हजारों किसानों से दूध उचित मूल्य पर खरीदकर जयपुर डेयरी में प्रोसेसिंग कर जयपुरवासियों को दिया जाता है. इसमें गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाता है. उन्होंने कहा कि जयपुर और दौसा जिले के किसान परिवारों का सरस डेयरी ही सहारा है. ऐसे में यदि किसी दूसरे राज्य की कंपनी को जयपुर में बूथ उपलब्ध कराए जाएंगे, तो इससे किसानों के रोजगार पर सीधा प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने निगम के फैसले को वापस नहीं लेने की स्थिति में आंदोलन करने की चेतावनी दी.

मामले में एडिशनल कमिश्नर ने साफ किया कि निगम एग्जीक्यूटिव कमिटी में 2 हजार अमूल बूथ खोलने का प्रस्ताव आया था. इस प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजा गया है. जहां ये विचाराधीन है. अंतिम फैसला राज्य सरकार का ही होगा. किसानों के विरोध को भी राज्य सरकार के पास दर्ज कराया जाएगा.

आपको बता दें कि शहर में पहले ही 10 हज़ार से ज्यादा सरस के बूथ मौजूद है. जबकि 700 से ज्यादा बूथ पेंडिंग चल रहे हैं. ऐसे में शहर में अन्य कंपनी के डेयरी बूथ खुलने से सरस डेयरी को काफी नुकसान होगा. हालांकि निगम के पास अमूल बूथ के लिए आवेदन आने शुरू हो गए हैं. ऐसे में देखना होगा कि सरस दुग्ध उत्पादकों के विरोध के बाद सरकार इस पर क्या फैसला लेती है.

जयपुर. मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 5 हजार और राजधानी जयपुर में एक हजार सरस बूथ खोलने की घोषणा की थी. इनका निपटारा किए बिना ही निगम अधिकारी अब अमूल को बूथ आवंटन में जुट गए हैं. अमूल को डेयरी बूथ देने को लेकर शहर में पहले से चल रहे सरस डेयरी बूथ संचालकों में डर बैठ गया है. यही वजह है कि मंगलवार को सरस डेयरी से जुड़े दुग्ध उत्पादकों और किसानों ने निगम परिसर में धरना दिया और एडिशनल कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा.

नगर निगम अमूल डेयरी को बूथ देने की कर रहा तैयारी, सरस दुग्ध उत्पादकों का विरोध

उन्होंने कहा कि जयपुर और दौसा के हजारों किसानों से दूध उचित मूल्य पर खरीदकर जयपुर डेयरी में प्रोसेसिंग कर जयपुरवासियों को दिया जाता है. इसमें गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाता है. उन्होंने कहा कि जयपुर और दौसा जिले के किसान परिवारों का सरस डेयरी ही सहारा है. ऐसे में यदि किसी दूसरे राज्य की कंपनी को जयपुर में बूथ उपलब्ध कराए जाएंगे, तो इससे किसानों के रोजगार पर सीधा प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने निगम के फैसले को वापस नहीं लेने की स्थिति में आंदोलन करने की चेतावनी दी.

मामले में एडिशनल कमिश्नर ने साफ किया कि निगम एग्जीक्यूटिव कमिटी में 2 हजार अमूल बूथ खोलने का प्रस्ताव आया था. इस प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजा गया है. जहां ये विचाराधीन है. अंतिम फैसला राज्य सरकार का ही होगा. किसानों के विरोध को भी राज्य सरकार के पास दर्ज कराया जाएगा.

आपको बता दें कि शहर में पहले ही 10 हज़ार से ज्यादा सरस के बूथ मौजूद है. जबकि 700 से ज्यादा बूथ पेंडिंग चल रहे हैं. ऐसे में शहर में अन्य कंपनी के डेयरी बूथ खुलने से सरस डेयरी को काफी नुकसान होगा. हालांकि निगम के पास अमूल बूथ के लिए आवेदन आने शुरू हो गए हैं. ऐसे में देखना होगा कि सरस दुग्ध उत्पादकों के विरोध के बाद सरकार इस पर क्या फैसला लेती है.

Intro:जयपुर - नगर निगम सरस डेयरी के बूथ आवंटन मामले को छोड़कर अमूल डेयरी को 2 हज़ार बूथ देने की तैयारी में है प्रायोगिक तौर पर तकरीबन 100 बूथ खोलने का प्रस्ताव भी जारी हो गया है। इन पर आवेदन आने शुरू हो गए। जिसे लेकर आज सरस डेयरी से जुड़े दुग्ध उत्पादकों ने निगम परिसर में पहुंच विरोध दर्ज कराया।


Body:सीएम ने प्रदेश में 5000 और राजधानी में एक हजार सरस बूथ खोलने की घोषणा की थी। इनका निपटारा किए बिना निगम अधिकारी अब अमूल को बूथ आवंटन में जुट गए हैं। अमूल को डेयरी बूथ देने को लेकर शहर में पहले से चल रहे सरस डेयरी बूथ संचालकों में डर बैठ गया है। यही वजह है कि आज सरस डेयरी से जुड़े दुग्ध उत्पादकों और किसानों ने निगम परिसर में पहुंचकर धरना दिया और एडिशनल कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने तर्क दिया की जयपुर और दौसा जिले के हजारों किसानों से दूध उचित मूल्य पर खरीद कर जयपुर डेयरी में प्रोसेसिंग कर जयपुर वासियों को दिया जाता है। इसमें गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। उन्होंने कहा कि जयपुर दौसा जिले के किसान परिवारों का सरस डेयरी सहारा है। ऐसे में यदि किसी दूसरे राज्य की कंपनी के जयपुर में बूथ उपलब्ध कराया जाएगा, तो इससे किसानों के रोजगार पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में उन्होंने निगम के इस फैसले को वापस नहीं लेने की स्थिति में आंदोलन करने की चेतावनी दी।
बाईट - कालूराम दादरवाल, जयपुर डेयरी
बाईट - नरेंद्र पारीक, सरस कर्मचारी महासंघ

उधर, एडिशनल कमिश्नर ने साफ किया कि निगम एग्जीक्यूटिव कमिटी में दो हजार अमूल बूथ खोलने का प्रस्ताव आया था। इस प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजा गया है। जहां ये विचाराधीन है। अंतिम फैसला राज्य सरकार का ही होगा। आज हुए इस विरोध को भी राज्य सरकार के पास दर्ज कराया जाएगा।
बाईट - अरुण गर्ग, एडिशनल कमिश्नर


Conclusion:आपको बता दें कि शहर में पहले ही 10 हज़ार से ज्यादा सरस के बूथ मौजूद हैं। जबकि 700 से ज्यादा बूथ पेंडिंग चल रहे हैं। ऐसे में शहर में अन्य कंपनी के डेयरी बूथ खुलने से सरस डेयरी को काफी नुकसान होगा। हालांकि निगम के पास अमूल बूथ के लिए आवेदन आने शुरू हो गए हैं। ऐसे में देखना होगा कि सरस दुग्ध उत्पादकों के विरोध के बाद सरकार इस पर क्या फैसला लेती है।
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