जयपुर. जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरविंद शुक्ला ने बताया कि कोविड-19 की तीसरी लहर का अंदेशा जताया जा रहा है. जिसको देखते हुए राज्य सरकार की ओर से कुछ दिशा-निर्देश भी प्राप्त हुए हैं. ऐसे में अस्पताल की ओर से पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
जिसके तहत एक 30 बेड का एडवांस आईसीयू तैयार किया जा रहा है. जिसे तकरीबन 1 महीने के अंदर शुरू कर दिया जाएगा. इसके अलावा एक अन्य 30 बेड के एडवांस आईसीयू की परमिशन भी सरकार की ओर से मिल चुकी है.
- कुल 774 बेड अस्पताल में मौजूद हैं जिन पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है.
- इनमें से 600 बेड को डेडिकेटेड कोविड-19 से संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए रिजर्व रखा है.
- अस्पताल में 25 बेड आईसीयू के मौजूद हैं जिनमें 10 सर्जिकल आईसीयू के बेड भी शामिल.
- इसके अलावा 160 एनआईसीयू के बेड अस्पताल में मौजूद.
- अस्पताल की पुरानी इमरजेंसी को 24 घंटे के लिए किया गया शुरू.
दवाइयों की लिस्ट भेजी सरकार को
हाल ही में जब कोविड-19 की दूसरी लहर पीक पर थी तब कोरोना के इलाज से जुड़ी दवाइयों की किल्लत भारी मात्रा में देखने को मिली थी. ऐसे में जेके लोन अस्पताल प्रशासन ने दवाओं की खरीद के लिए सरकार को लिस्ट भी भेजी है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरविंद शुक्ला का कहना है कि यदि बच्चों में संक्रमण के मामले अधिक बढ़ते हैं तो इलाज के लिए दवाइयों की जरूरत होगी. ऐसे में एडवांस में दवाइयों की खरीद के लिए सरकार को दवाइयों की लिस्ट भी भेज दी गई है.
चार ऑक्सीजन प्लांट
अस्पताल में चार ऑक्सीजन प्लांट भी लगाए जा रहे हैं. जिसके बाद अस्पताल ऑक्सीजन उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा. बताया जा रहा है कि चार ऑक्सीजन प्लांट जयपुर के जेके लोन अस्पताल में शुरू किए जाएंगे. जिनका काम शुरू कर दिया गया है. इसमें एक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट भी शामिल है.
मौजूदा समय में तकरीबन 300 से 350 ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत अस्पताल में हो रही है. यदि बच्चों में संक्रमण के मामले बढ़ते हैं तो निश्चित तौर पर ऑक्सीजन की मांग बढ़ सकती है. ऐसे में समय रहते अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट तैयार किया जा रहा है.