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राजस्थान रोडवेज के बेड़े में BS-6 बसों को शामिल करने की तैयारी तेज - Rajasthan Hindi News

राजस्थान रोडवेज की ओर से बीएस-6 बसें संचालित करने का प्लान तैयार किया जा रहा है. बीएस-6 बसों के संचालन से रोडवेज विभााग और यात्रियों को भी फायदा मिलेगा. बीएस-6 बसों से अधिक माइलेज भी मिलेगा. नई बीएस-6 की बसें साफ स्वच्छ, अच्छी सीट, यात्रियों को बैठने में आरामदायक और कम प्रदूषण की होंगी, जिससे रोडवेज यात्रियों की यात्रा सुगम और सुविधाजनक होगी, इसके साथ ही वायु प्रदूषण 70 फीसदी कम होगा.

BS-6 buses in Rajasthan Roadways, राजस्थान रोडवेज में BS-6 बसें
राजस्थान रोडवेज में शामिल होंगी BS-6 बसें
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Published : Jan 9, 2021, 1:17 PM IST

जयपुर. राजस्थान रोडवेज की ओर से बीएस-6 बसें संचालित करने का प्लान तैयार किया जा रहा है. बीएस-6 बसों के संचालन से रोडवेज विभााग और यात्रियों को भी फायदा मिलेगा. बीएस-6 बसों से अधिक माइलेज भी मिलेगा. नई बीएस-6 की बसें साफ स्वच्छ, अच्छी सीट, यात्रियों को बैठने में आरामदायक और कम प्रदूषण की होंगी, जिससे रोडवेज यात्रियों की यात्रा सुगम और सुविधाजनक होगी.

बता दें, बीएस-6 के वाहन की पहचान नंबर प्लेट पर लगी हरी, नारंगी पट्टी से होगी. बीएस-6 वाहन अधिक महंगे होंगे, लेकिन वाहन चालकों को अधिक माइलेज भी मिलेगा. वायु प्रदूषण 70 फीसदी कम होगा.

राजस्थान रोडवेज में शामिल होंगी BS-6 बसें

यह भी पढ़ेंः भरतपुर: दो बाइकों के बीच हुई जोरदार टक्कर, बाइक सवार दोनों युवकों की मौत

राजस्थान रोडवेज सीएमडी राजेश्वर सिंह ने बताया कि राजस्थान रोडवेज की प्रदेश में प्रतिदिन दो बसें खराब होती हैं. हर साल 700 बसें खराब होती हैं. खराब बसों के संचालन से रोडवेज की यात्रा सुगम और सुविधाजनक नहीं होगी. पुराने वाहन होने से ईधन की खपत ज्यादा होती है. मेंटेनेस ज्यादा लगता है और किलोमीटर भी ज्यादा आता है. ऐसे में रोडवेज को बहुत घाटे का सामना करना पड़ता है, जिससे कर्मचारियों को भी समय पर वेतन नहीं मिलता है और अन्य लाभ भी नहीं मिलते हैं. ऐसे में नए उत्सर्जन मानक बीएस-6 की बसें रोडवेज में शामिल होने से रोडवेज विभाग को खर्चा भी कम होगा. इसके लिए रोडवेज में बीएस-6 की 550 बसों को शामिल करने का विचार किया जा रहा है. बीएस-6 की बसें शामिल होने से यात्रियों को सुगम सुविधाजन यात्रा मिलेगी.

यह भी पढ़ेंः स्पेशलः अब पटरी पर लौटेगी कोटा की अर्थव्यवस्था, करियर सिटी के साथ केयर सिटी की संभालेगी जिम्मेदारी

रोडवेज विभाग ने पिछले साल 800 बीएस-4 की बसें खरीदी थी. विभाग को 1100 बसें खरीदनी थी, लेकिन उनमें 800 बसें ही खरीद पाए, जो बाकी बची बसों को खरीदने पर भी विभाग मंथन कर रहा है, लेकिन उससे पहले बीएस-6 की बसों को खरीदने का प्लान बनाया जा रहा है. राजस्थान राज्य के अलावा गुजरात राज्य में बीएस-6 बसों के टेंडर भी दे दिए गए हैं. इसके अलावा देश के अन्य राज्यों में भी बीएस-6 की बसें खरीदने पर विचार चल रहा है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने वाहनों के नए उत्सर्जन मानक बीएस-6 तो एक अक्टूबर से लागू कर अधिसूचना जारी की है. राजस्थान रोडवेज भी अब रोडवेज बसों के बेड़े में बीएस-6 बसों को शामिल करने की तैयारी कर रहा है. बीएस-6 से वाहनों की इंजन की क्षमता बढेगी, उत्सर्जन कम होगा. बीएस-6 की बसों के माइलेज के दावे में फर्जीवाड़ा भी हो सकेगा.

जयपुर. राजस्थान रोडवेज की ओर से बीएस-6 बसें संचालित करने का प्लान तैयार किया जा रहा है. बीएस-6 बसों के संचालन से रोडवेज विभााग और यात्रियों को भी फायदा मिलेगा. बीएस-6 बसों से अधिक माइलेज भी मिलेगा. नई बीएस-6 की बसें साफ स्वच्छ, अच्छी सीट, यात्रियों को बैठने में आरामदायक और कम प्रदूषण की होंगी, जिससे रोडवेज यात्रियों की यात्रा सुगम और सुविधाजनक होगी.

बता दें, बीएस-6 के वाहन की पहचान नंबर प्लेट पर लगी हरी, नारंगी पट्टी से होगी. बीएस-6 वाहन अधिक महंगे होंगे, लेकिन वाहन चालकों को अधिक माइलेज भी मिलेगा. वायु प्रदूषण 70 फीसदी कम होगा.

राजस्थान रोडवेज में शामिल होंगी BS-6 बसें

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राजस्थान रोडवेज सीएमडी राजेश्वर सिंह ने बताया कि राजस्थान रोडवेज की प्रदेश में प्रतिदिन दो बसें खराब होती हैं. हर साल 700 बसें खराब होती हैं. खराब बसों के संचालन से रोडवेज की यात्रा सुगम और सुविधाजनक नहीं होगी. पुराने वाहन होने से ईधन की खपत ज्यादा होती है. मेंटेनेस ज्यादा लगता है और किलोमीटर भी ज्यादा आता है. ऐसे में रोडवेज को बहुत घाटे का सामना करना पड़ता है, जिससे कर्मचारियों को भी समय पर वेतन नहीं मिलता है और अन्य लाभ भी नहीं मिलते हैं. ऐसे में नए उत्सर्जन मानक बीएस-6 की बसें रोडवेज में शामिल होने से रोडवेज विभाग को खर्चा भी कम होगा. इसके लिए रोडवेज में बीएस-6 की 550 बसों को शामिल करने का विचार किया जा रहा है. बीएस-6 की बसें शामिल होने से यात्रियों को सुगम सुविधाजन यात्रा मिलेगी.

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रोडवेज विभाग ने पिछले साल 800 बीएस-4 की बसें खरीदी थी. विभाग को 1100 बसें खरीदनी थी, लेकिन उनमें 800 बसें ही खरीद पाए, जो बाकी बची बसों को खरीदने पर भी विभाग मंथन कर रहा है, लेकिन उससे पहले बीएस-6 की बसों को खरीदने का प्लान बनाया जा रहा है. राजस्थान राज्य के अलावा गुजरात राज्य में बीएस-6 बसों के टेंडर भी दे दिए गए हैं. इसके अलावा देश के अन्य राज्यों में भी बीएस-6 की बसें खरीदने पर विचार चल रहा है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने वाहनों के नए उत्सर्जन मानक बीएस-6 तो एक अक्टूबर से लागू कर अधिसूचना जारी की है. राजस्थान रोडवेज भी अब रोडवेज बसों के बेड़े में बीएस-6 बसों को शामिल करने की तैयारी कर रहा है. बीएस-6 से वाहनों की इंजन की क्षमता बढेगी, उत्सर्जन कम होगा. बीएस-6 की बसों के माइलेज के दावे में फर्जीवाड़ा भी हो सकेगा.

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