जयपुर. खुदा की इबादत का सबसे माकूल महीना माहे-ए-रमजान शुक्रवार को चांद दिखने के बाद शनिवार से शुरू हो जाएगा. जिसके लिए मुस्लिम समाज बंधुओं के घरों में इस पर्व को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. लेकिन लॉकडाउन के चलते पहली बार ऐसा मौका होगा, जब इबादत के साथ तरावीह की नमाज भी घरों में अदा होगी.
सेंट्रल हिलाल कमेटी के कन्वीनर और चीफ काजी राजस्थान खालिद उस्मानी ने बताया कि, शुक्रवार की रात अगर चांद दिखाई देता है तो, 25 अप्रैल को पहले रोजे के साथ रमजान का महीना भी शुरू हो जाएगा. रमजान का महीना इस्लाम महीनों में सबसे खास होता है, क्योकि इस महीने में एक नफ़्ल का सवाब दूसरे महीनों के फर्ज के बराबर है. वहीं, दारुल उलूम रजिया के सदस्य अजीम अहमद ने बताया कि, रोजा किसी भी चीज से खोला जा सकता है, इसलिए सभी समाज बंधु मीठे का कोई भी पकवान बनाकर अपना रोजा खोल सकते हैं.
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सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की दी जा रही है सलाहः
देश में फैल रहे कोरोना वायरस के संरक्रमण के चलते शहर के सभी मुस्लिम धर्मगुरु, राज्य वक्फ बोर्ड और अल्पसंख्यक मामलात विभाग मंत्री सालेह मोहम्मद भी समाज के लोगों को घर पर इबादत करने और इफ्तारी पर लेकर मेल मिलाप पर भी दूरी बनाने की सलाह दे रहे हैं.
गर्मी भी लेगी इम्तिहानः
गर्मी के चलते दिन लंबे होने से रोजेदारों के इम्तिहान का समय भी मई में बढ़ेगा जाएगा. पहला रोजा जहां 14 घंटे 37 मिनट का होगा, वहीं 24 मई को 15 घण्टे 12 मिनट का सबसे लंबा रोजा होगा. इसके साथ इस साल सभी रोजे 14 घंटे 15 मिनट से अधिक समय के होंगे.