जयपुर. उदयपुर जिले में निर्दोष कन्हैया लाल की नृशंस हत्या के बाद गुरुवार को हिंदूवादी संगठनों की ओर से जयपुर बंद का एलान किया गया था. आज जयपुर में बंद का असर पूरी तरह से देखने को भी मिला जब शहर के सभी इलाकों में दुकानें और व्यापारिक संस्थान बंद दिखाई दिए. राजस्थान सरकार ने भी खुद अघोषित तौर पर इस बंद का समर्थन किया है. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने खुद ही कहा कि बंद करवाने की किसी को जरूरत नहीं पड़ रही, लोग खुद ही बंद कर रहे हैं.
खाचरियावास ने कहा (pratap singh khachariyavas on jaipur bandh) कि रात को ही मुझसे लोगों ने पूछा था कि बंद करना है या नहीं तो मैंने उन्हें बंद करने को बोल दिया था. वहीं पुलिस भी बंद करवाने को लेकर हामी भर चुकी है. जब पुलिस और सरकार ही बंद करवा देगी तो किसी को जबरन बंद नहीं झेलना पड़ेगा. प्रताप सिंह ने कहा कि हमें किसी से लड़ना नहीं है. हम अमन और शांति चाहते हैं. हमने खुद ही बंद करने के लिए कह दिया था. ऐसे में न केवल हिंदू इलाकों बल्कि मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में भी बंद का असर देखने को मिला.
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बंद करवाने के लिए जो टोलियां शहर में निकलीं जिनके साथ पुलिस का जाप्ता भी साथ चल रहा था. खुद मुस्लिम दुकानदारों ने भी अपनी दुकानें बिना कोई आपत्ति जताए बंद कर रखीं. मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि उदयपुर की घटना को देश स्वीकार नहीं करेगा लेकिन अब इस बात को लेकर भाजपा माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है. दरअसल भाजपा के पास केवल यही एजेंडा है कि किस तरह से राजस्थान में माहौल खराब किया जाए. जबकि कन्हैया लाल के साथ हुई ऐसी तालिबानी घटना को कोई समर्थन नहीं करता है.
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लोग ईश्वर सिंह का साथ देते और आतंकियों को वहीं मार देते तो कन्हैया लाल आज हमारे बीच होते
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आज एक बार फिर दोहराया कि ऐसे आतंकियों को पब्लिक को ही मौके पर ठोंक देना चाहिए. मंत्री खाचरियावास ने कहा कि कन्हैया लाल पर जब हमला हो रहा था तो वहां मौजूद ईश्वर सिंह एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने आतंकियों को रोकने की कोशिश की. घटना में वह भी काफी घायल हो गए. अगर उस समय ईश्वर सिंह का साथ वहां मौजूद लोग देते और आतंकियों को भागने देने की जगह वहीं ठोंक देते तो कन्हैयालाल आज हमारे बीच होते.