जयपुर. राजस्थान में कोरोना संक्रमण के बीच अब कांग्रेस के नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे प्रदेश के कांग्रेस के नेताओं ने अब केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेना शुरू कर दिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा हों, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास हों या फिर विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी, सभी केंद्र सरकार को लगातार कटघरे में खड़ा कर रहे हैं.
जहां राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बयान जारी कर कहा कि कोरोना संकट में ऑक्सीजन की कमी और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी के लिए केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार है. राजस्थान के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, दुख और पीड़ा इस बात की है कि महामारी की घड़ी में राजस्थान में बनने वाली ऑक्सीजन केंद्र ने अपने कब्जे में लेकर दूसरे राज्यों को दे दी, राजस्थान के मरीज तड़प रहे हैं. राज्य सरकार के अधिकारी, डॉक्टर मिलजुल कर लोगों को बचाने के लिए जंग लड़ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रदेश के भाजपा नेता, राजस्थान के 25 सांसद, लोकसभा अध्यक्ष एवं तीन केंद्रीय मंत्री मुख्यमंत्री की अपील के बाद भी राजस्थान को उसके हिस्से का ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलवाना तो दूर की बात है, राजस्थान के नेता दिल्ली में केंद्र के बीजेपी नेताओं से जनता के दर्द और उनकी पीड़ा की बात तक नहीं पहुंचा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी या रेमडेसिविर इंजेक्शन के कारण यदि मौतें होती हैं, उसके लिए केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश के भाजपा नेता जिम्मेदार होंगे. राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भी बयान जारी करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार से कोरोना वैक्सीन, रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन के मामलों में राजस्थान की जनता के साथ न्याय करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि केन्द्र सरकार की भेदभावपूर्ण आवंटन नीति के कारण राजस्थान में कोरोना प्रबन्धन में तकलीफे आ रही है. जिन्हें केन्द्र सरकार को तुंरत प्रभाव से दूर करना चाहिए.
डॉ. जोशी ने कहा है कि प्रधानमंत्री को देश की समस्त जनता को चाहे वो किसी भी राज्य की हो या वहां किसी भी पार्टी की सरकार हो, बिना किसी भेदभाव के एक समान एक निगाह से देखना चाहिए. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा बंगाल चुनावों में अपनी आगामी चुनावी रैलियों को रद्द करने की घोषणा को देरी से उठाया गया एक सही कदम बताया है. डॉ. जोशी ने कहा कि यह कदम यदि प्रधानमंत्री ने पहले उठाया होता तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जगह प्रधानमंत्री स्वयं इसके रोल मॉडल होते. डॉ. जोशी ने मांग की है कि केन्द्र सरकार पूरे देश को मुफ्त अथवा एक समान दर पर कोरोना की वैक्सीन मुहैया करवाये, ताकि प्रधानमंत्री जी के प्रति लोगों का नजरिया सकारात्मक बन सके.