जयपुर. राजस्थान में सियासी महासंग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच पायलट कैंप के विधायकों और अब गहलोत गुट में शामिल मंत्री प्रताप सिंह के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा है. जब से मंत्री प्रताप सिंह ने पायलट कैंप के विधायकों के ऊपर हमला किया है, उसके बाद दूसरी तरफ से भी प्रताप सिंह के खिलाफ बयान आ रहे हैं.
इसी बीच बुधवार को मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने फिर एक बार पायलट कैंप के विधायकों पर ही नहीं बल्कि सीधे सचिन पायलट पर ही हमला बोलते हुए उन्हें बाहरी बता दिया. साथ ही कहा कि उन्होंने जब राजस्थान विश्वविद्यालय के अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था, उस समय सचिन पायलट निकर पहनकर घूमते थे.
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'गद्दारों का राजस्थान के लोग सम्मान नहीं करेंगे'
राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जो गद्दार है, उनका राजस्थान के लोग सम्मान नहीं करेंगे. भाजपा भी आज उन लोगों का साथ दे रही है, जो झूठ फरेब का साथ दे रहे हैं. उन्होंने सचिन पायलट समेत 19 विधायकों की वापसी को लेकर कहा कि उनकी वापसी के लिए अब बहुत देर हो चुकी है.
वहीं, पायलट खेमे के विधायकों का प्रताप सिंह को लेकर बयानबाजी करना भी उन्हें रास नहीं आया. खाचरियावास ने कहा कि मेरे ऊपर अटैक इसलिए कर रहे हैं क्योंकि मैं सामने दिखता हूं. 2004 में जब मैंने चुनाव लड़ा लोकसभा का और सचिन पायलट दौसा से चुनाव लड़े, उस समय हम एक-दूसरे को नहीं जानते थे. उन्होंने कहा कि मुझे और पायलट को सोनिया गांधी ने टिकट दिया.
'धोखा देने वालों का मैं कभी साथ नहीं दे सकता हूं'
खाचरियावास ने कहा कि मैं स्वाभिमान को नहीं भूलता है. जिस पार्टी ने मुझे हाथ के निशान पर जिताया उस पार्टी को मैं नहीं भूल सकता. 19 लोगों ने जिस तरीके से पार्टी के साथ गद्दारी की है, धोखा देने वालों का साथ मैं कभी नहीं दे सकता हूं.
'जमीर बेचने वालों को ज्ञान नहीं देना चाहिए'
प्रताप सिंह ने कहा कि मैं राजस्थान में पैदा हुआ हूं, मैं खाचरियावास में पैदा हुआ हूं. वह अपना गांव बता दें, वह यहां पैदा नहीं हुए, और जो बीजेपी के सामने अपना जमीर बेच चुके हैं वह मुझे समझा रहे हैं. जमीर बेचने वालों को ज्ञान नहीं देना चाहिए.