जयपुर. प्रदेश में डिस्कॉम की स्थिति इन दिनों बेहद खराब है, क्योंकि एक तरफ लॉकडाउन में बिजली के बिलों की माफी को लेकर राजनीतिक दबाव है. वहीं दूसरी ओर लॉकडाउन के भीतर ही बिजली चोरी की वारदातों ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. बीते एक माह में ही 54,038 बिजली चोरी और 19,481 बिजली के दुरुपयोग के मामले चेकिंग के दौरान पकड़े गए. जिसके चलते 3,500 से अधिक उपभोक्ताओं के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई.
बिजली चोरी मामलों में जयपुर डिस्कॉम नंबर वन
प्रदेश में बिजली चोरी की घटनाओं की बात की जाए तो सर्वाधिक बिजली चोरी के मामले जयपुर डिस्कॉम के तहत आने वाले जिलों में पकड़े गए हैं. जयपुर डिस्कॉम में बीते एक माह में 21,141 स्थानों पर चेकिंग की गई. जिनमें से 20,158 स्थानों पर बिजली चोरी 983 स्थानों पर बिजली के दुरुपयोग के मामले सामने आए. विजिलेंस टीम ने इन स्थानों पर कुल 42 करोड़ 6 लाख 8 हजार का जुर्माना लगाया गया. वहीं जुर्माना राशि नहीं भरने वाले 2,023 उपभोक्ताओं के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई.
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इसी तरह अजमेर डिस्कॉम में बिजली चोरी के मामलों में 40 करोड़ 46 लाख 35 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया और 1153 उपभोक्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज हुई. जोधपुर डिस्कॉम में 36 करोड़ 85 लाख 95 हजार जुर्माना राशि लगाई गई. इसे नहीं भरने वाले 408 उपभोक्ताओं के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई.
जिसका मतलब साफ है कि कोरोना संक्रमण में उद्योग धंधे भले ही लॉकडाउन के चलते बंद रहे हो हैं, लेकिन बिजली चोरी की वारदातों में कोई कमी नहीं आई. हालांकि, राहत देने वाली बात यह है कि अब खुद मुख्यमंत्री के आदेश पर बिजली चोरी और ऐसी चीजें रोकने के लिए डिस्कॉम ने धरपकड़ की कार्रवाई तेज कर दी है.