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Road Accident in Jaipur:  JCTSL लो फ्लोर बस का ब्रेक हुआ फेल, स्टैंड पर खड़े श्रमिक को कुचला

मेंटेनेंस के अभाव में JCTSL की बसें किसी बड़े हादसे को जन्म देंगी लगातार इसे लेकर फिक्र जाहिर की जा रही थी. आज सुबह ऐसा हो भी गया. लो फ्लोर बस के ब्रेक फेल हुआ और 25 साल के श्रीराम की जान चली गई (Road Accident in Jaipur). 9 जून को जालूपुरा इलाके में ब्रेक फेल की ऐसी ही एक घटना हुई थी. हालांकि उस वक्त किसी की जान नहीं गई थी लेकिन घण्टों सड़क जाम रही थी.

Poor Bus Maintenance
स्टैंड पर खड़े श्रीराम की गई जान
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Published : Jun 14, 2022, 10:09 AM IST

Updated : Jun 14, 2022, 10:23 AM IST

जयपुर. 9 जून 2022 को ही हादसा हुआ लेकिन सबक नहीं लिया गया. हादसे में मौत का शायद इंतजार किया जाता रहा. मंगलवार सुबह 25 साल के श्रीराम बस मेंटेनेंस को लेकर बरती जा रही लापरवाही का शिकार हो (knocked down by bus in jaipur) गए. स्टैंड पर खड़े इंतजार कर रहे शख्स पर लो फ्लोर बस चढ़ गई. वजह ब्रेक फेल था. जिसकी वजह से चालक कंट्रोल नहीं कर पाए और काम पर जा रहे श्रीराम हिट का शिकार हो गए. हादसे (Road Accident in Jaipur) में युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई और बस डिवाइडर पर चढ़कर रुक गई.

इस दौरान बस में मौजूद सवारियों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. बस में मौजूद सवारियों ने बस के डिवाइडर पर चढ़कर रुकने के बाद तुरंत नीचे उतर कर बस के नीचे फंसे युवक को बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन तब तक युवक की मौत हो चुकी थी. इसके बाद पुलिस को हादसे की सूचना दी गई और सूचना पर विश्वकर्मा थाना पुलिस व दुर्घटना थाना पुलिस पश्चिम पहुंची. पुलिस ने सवारियों की मदद से बस के नीचे फंसे शव को बाहर निकालकर कांवटिया अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है.

फैक्ट्री जाने के लिए कर रहा था बस का इंतजार: दुर्घटना थाना पश्चिम के एएसआई रघुनंदन ने बताया कि मृतक की शिनाख्त कोटपुतली निवासी 25 वर्षीय श्रीराम के रूप में हुई है. मृतक विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक फैक्ट्री में काम किया करता था और आज सुबह फैक्ट्री जाने के लिए ही रोड नंबर 6 पर बीआरटीएस कॉरिडोर में बने बस स्टैंड पर खड़ा होकर बस का इंतजार कर रहा था. तभी एक एसी लो-फ्लोर बस संख्या 3 तेजी से दौड़ती हुई आई जिसका अचानक ब्रेक फेल हो (accident due to break failure in Jaipur) गया.

चालक ने बस को रोकने का प्रयास किया लेकिन बस अनियंत्रित होकर स्टैंड पर खड़े श्रीराम को कुचलते हुए दूसरी साइड में जाकर डिवाइडर पर चढ़कर रुकी. इस दौरान बस में मौजूद कुछ सवारियों के भी हल्की खरोंच आई. हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर कांवटिया अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है. जहां मृतक के परिजनों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. दुर्घटना थाना पुलिस पश्चिम ने बस को सीज किया है और साथ ही हादसे की जांच में जुट गई है.

पढ़ें-जयपुर में लो फ्लोर बस का ब्रेक फेल...चालक ने संयम से लिया काम, बचाई सवारियों की जान

मेंटेनेंस के अभाव में ब्रेक फेल: जेसीटीएसएल प्रबंधन की ओर से जयपुर शहर में संचालित की जाने वाली लो-फ्लोर बसें मेंटेनेंस के अभाव में लगातार हादसों का कारण बन रही है. जहां आज विश्वकर्मा इलाके में एसी लो-फ्लोर बस के ब्रेक फेल हो जाने के चलते एक युवक की जान चली गई तो वहीं 9 जून को अजमेरी गेट के पास एक एसी लो-फ्लोर बस के ब्रेक फेल हो जाने पर बस को रोकने के लिए चालक ने पेट्रोल पंप की दीवार में बस को घुसाकर रोका था. इससे पूर्व में भी ब्रेक फेल हो जाने के चलते कई हादसे घटित हो चुके हैं लेकिन जेसीटीएसएल प्रबंधन इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दे रहा है.

मेंटेनेंस को लेकर खामियां कई: राजधानी में जेसीटीएसएल के बगराना, टोडी और विद्याधर नगर डिपो से लो फ्लोर बसों का संचालन होता है. शहर के वर्तमान में करीब 253 बसें संचालित हो रही हैं. जबकि जेसीटीएसएल के बेड़े में 325 बसें मौजूद हैं लेकिन कुछ ड्राइवर-कंडक्टर की कमी की वजह से तो कुछ कंडम हालत में डिपो पर ही खड़ी रहती (Poor Bus Maintenance) हैं. जानकारी के अनुसार जेसीटीएसएल की ओर से संचालित तकरीबन 100 बसें तो अगले साल पूरी तरह कंडम हो जाएंगी. इन बसों को चलाते हुए 10 वर्ष का समय हो चुका है लेकिन इनका प्रॉपर मेंटेनेंस नहीं हो पाया.

जेसीटीएसएल ने मेंटेनेंस का काम एक निजी फर्म को सौंप रखा है और ये प्राइवेट फर्म मैकेनिकल इंजीनियर के बजाए कंडक्टर्स से ही इन बसों को सुधरवाने का काम करती है. इसके लिए फर्म को हर महीने करीब 2 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया जाता है. लो फ्लोर बस के परिचालकों की मानें तो बार-बार शिकायत करने के बावजूद प्राइवेट फर्म बसों की कमियों को दूर नहीं करती. जिसके चलते कभी टायर फटने, कभी ब्रेक फेल होने और कभी शॉर्ट सर्किट से बसों में आग लगने जैसी घटनाएं सामने आती हैं जिससे शहर वासियों के जानमाल पर भी बन आती है. यही नहीं कर्मचारियों पर कंडम बसों को चलाने का दबाव भी बनाया जाता है. आलम ये है कि अब तो डिपो पर डिफेक्ट बुक तक रखना बंद कर दिया गया है.

जयपुर. 9 जून 2022 को ही हादसा हुआ लेकिन सबक नहीं लिया गया. हादसे में मौत का शायद इंतजार किया जाता रहा. मंगलवार सुबह 25 साल के श्रीराम बस मेंटेनेंस को लेकर बरती जा रही लापरवाही का शिकार हो (knocked down by bus in jaipur) गए. स्टैंड पर खड़े इंतजार कर रहे शख्स पर लो फ्लोर बस चढ़ गई. वजह ब्रेक फेल था. जिसकी वजह से चालक कंट्रोल नहीं कर पाए और काम पर जा रहे श्रीराम हिट का शिकार हो गए. हादसे (Road Accident in Jaipur) में युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई और बस डिवाइडर पर चढ़कर रुक गई.

इस दौरान बस में मौजूद सवारियों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. बस में मौजूद सवारियों ने बस के डिवाइडर पर चढ़कर रुकने के बाद तुरंत नीचे उतर कर बस के नीचे फंसे युवक को बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन तब तक युवक की मौत हो चुकी थी. इसके बाद पुलिस को हादसे की सूचना दी गई और सूचना पर विश्वकर्मा थाना पुलिस व दुर्घटना थाना पुलिस पश्चिम पहुंची. पुलिस ने सवारियों की मदद से बस के नीचे फंसे शव को बाहर निकालकर कांवटिया अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है.

फैक्ट्री जाने के लिए कर रहा था बस का इंतजार: दुर्घटना थाना पश्चिम के एएसआई रघुनंदन ने बताया कि मृतक की शिनाख्त कोटपुतली निवासी 25 वर्षीय श्रीराम के रूप में हुई है. मृतक विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक फैक्ट्री में काम किया करता था और आज सुबह फैक्ट्री जाने के लिए ही रोड नंबर 6 पर बीआरटीएस कॉरिडोर में बने बस स्टैंड पर खड़ा होकर बस का इंतजार कर रहा था. तभी एक एसी लो-फ्लोर बस संख्या 3 तेजी से दौड़ती हुई आई जिसका अचानक ब्रेक फेल हो (accident due to break failure in Jaipur) गया.

चालक ने बस को रोकने का प्रयास किया लेकिन बस अनियंत्रित होकर स्टैंड पर खड़े श्रीराम को कुचलते हुए दूसरी साइड में जाकर डिवाइडर पर चढ़कर रुकी. इस दौरान बस में मौजूद कुछ सवारियों के भी हल्की खरोंच आई. हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर कांवटिया अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है. जहां मृतक के परिजनों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. दुर्घटना थाना पुलिस पश्चिम ने बस को सीज किया है और साथ ही हादसे की जांच में जुट गई है.

पढ़ें-जयपुर में लो फ्लोर बस का ब्रेक फेल...चालक ने संयम से लिया काम, बचाई सवारियों की जान

मेंटेनेंस के अभाव में ब्रेक फेल: जेसीटीएसएल प्रबंधन की ओर से जयपुर शहर में संचालित की जाने वाली लो-फ्लोर बसें मेंटेनेंस के अभाव में लगातार हादसों का कारण बन रही है. जहां आज विश्वकर्मा इलाके में एसी लो-फ्लोर बस के ब्रेक फेल हो जाने के चलते एक युवक की जान चली गई तो वहीं 9 जून को अजमेरी गेट के पास एक एसी लो-फ्लोर बस के ब्रेक फेल हो जाने पर बस को रोकने के लिए चालक ने पेट्रोल पंप की दीवार में बस को घुसाकर रोका था. इससे पूर्व में भी ब्रेक फेल हो जाने के चलते कई हादसे घटित हो चुके हैं लेकिन जेसीटीएसएल प्रबंधन इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दे रहा है.

मेंटेनेंस को लेकर खामियां कई: राजधानी में जेसीटीएसएल के बगराना, टोडी और विद्याधर नगर डिपो से लो फ्लोर बसों का संचालन होता है. शहर के वर्तमान में करीब 253 बसें संचालित हो रही हैं. जबकि जेसीटीएसएल के बेड़े में 325 बसें मौजूद हैं लेकिन कुछ ड्राइवर-कंडक्टर की कमी की वजह से तो कुछ कंडम हालत में डिपो पर ही खड़ी रहती (Poor Bus Maintenance) हैं. जानकारी के अनुसार जेसीटीएसएल की ओर से संचालित तकरीबन 100 बसें तो अगले साल पूरी तरह कंडम हो जाएंगी. इन बसों को चलाते हुए 10 वर्ष का समय हो चुका है लेकिन इनका प्रॉपर मेंटेनेंस नहीं हो पाया.

जेसीटीएसएल ने मेंटेनेंस का काम एक निजी फर्म को सौंप रखा है और ये प्राइवेट फर्म मैकेनिकल इंजीनियर के बजाए कंडक्टर्स से ही इन बसों को सुधरवाने का काम करती है. इसके लिए फर्म को हर महीने करीब 2 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया जाता है. लो फ्लोर बस के परिचालकों की मानें तो बार-बार शिकायत करने के बावजूद प्राइवेट फर्म बसों की कमियों को दूर नहीं करती. जिसके चलते कभी टायर फटने, कभी ब्रेक फेल होने और कभी शॉर्ट सर्किट से बसों में आग लगने जैसी घटनाएं सामने आती हैं जिससे शहर वासियों के जानमाल पर भी बन आती है. यही नहीं कर्मचारियों पर कंडम बसों को चलाने का दबाव भी बनाया जाता है. आलम ये है कि अब तो डिपो पर डिफेक्ट बुक तक रखना बंद कर दिया गया है.

Last Updated : Jun 14, 2022, 10:23 AM IST
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