जयपुर. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के प्रदेश सरकार पर किसानों की कर्जमाफी का वादा पूरा नहीं करने के आरोपों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बयान दिया तो राजनीतिक गर्मी बढ़ गई. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार किया. कहा कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने चुनावी वादे से मुकर गए हैं. चुनाव के समय किसानों से संपूर्ण कर्जमाफी का वादा कर केवल सहकारी बैंकों का कुछ हजार करोड़ का ऋण माफ कर अपनी पीठ खुद ही थपथपा रहे हैं.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि चुनाव के समय राहुल गांधी और अशोक गहलोत ने प्रदेश की अनेकों चुनावी सभाओं में राजस्थान के किसानों से वादा किया था कि सरकार में आए तो 10 दिन में संपूर्ण किसानों का सारा कर्जा माफ करेंगे. लेकिन जैसे ही वे सत्ता में आए, अपने वादे से पलट गए, अब साख बचाने के लिए तरह-तरह का झूठ फैला रहे हैं.
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डाॅ पूनिया ने कहा अशोक गहलोत को प्रदेश के किसानों से अपने झूठ पर माफी मांगनी चाहिए और उनसे किया संपूर्ण कर्जमाफी का वादा तुरंत प्रभाव से पूरा करना चाहिए. पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि पूरे देश में सबसे महंगी बिजली, सबसे महंगा पेट्रोल डीजल राजस्थान में क्यों है. क्यों उनके राज में किसान आत्महत्या कर रहे हैं.
गौरतलब है कि सीएम गहलोत ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा था कि दिल्ली से भाजपा नेता राजस्थान आकर झूठ फैलाते हैं जबकि भाजपा के झूठ और भ्रामक प्रचार का करारा जबाव देकर जनता ने भाजपा को नकार दिया है. गहलोत ने ये बयान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की जयपुर प्रेसवार्ता में लगाए आरोपों के जवाब में दिया था जिस पर पूनिया ने पलटवार किया है.