जयपुर. शराबबंदी और सशक्त लोकायुक्त की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठी शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम छाबड़ा को बुधवार रात को जबरन एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 3 दिन से आमरण अनशन पर रहने से पूनम छाबड़ा की बुधवार को तबियत बिगड़ गई थी. चिकित्सकों ने उन्हें एसएसएस. अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी थी. दूसरी तरफ पूनम छाबड़ा के प्रतिनिधिमंडल की सचिवालय में वार्ता हुई जो सकारात्मक रही.
पूनम छाबड़ा ने शराबबंदी को लेकर 15 नवंबर से शहीद स्मारक पर आमरण अनशन शुरू किया था. बुधवार को इनकी तबीयत खराब हो गई और ब्लड प्रेशर भी कम दर्ज किया गया. लेकिन अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए पूनम छाबड़ा ने किसी भी तरह का इलाज लेने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानेगी वह ना तो अस्पताल जाएंगी और ना ही किसी तरह का इलाज लेंगी.
इसके बाद पुलिस ने उनसे समझाइश की और बताया कि उनकी तबीयत ज्यादा खराब है. कुछ भी अनहोनी हो सकती है, लेकिन उन्होंने अस्पताल जाने से इनकार कर दिया. इसके बाद कुछ महिला पुलिस कर्मियों को बुलाया गया और उन्हें जबरन एंबुलेंस में डालकर अस्पताल भेजा गया.दूसरी तरफ पहले दौर की वार्ता विफल होने के बाद बुधवार शाम को दूसरे दौर की वार्ता हुई. पूनम छाबड़ा की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल शाम को सचिवालय गया और वहां उनकी अधिकारियों से वार्ता हुई. बताया जा रहा है कि वार्ता सकारात्मक रही और जल्द ही पूनम छाबड़ा को ड्राफ्ट बनाकर दिया जा सकता है.
बुधवार रात को अधिकारियों को का एक प्रतिनिधि मंडल अनशन स्थल पहुंचा और पूनम छाबड़ा के प्रतिनिधियो को बताया कि सरकार ने शराबबंदी को लेकर कमेटी बनाई हुई है. जल्द ही कमेटी के सामने पूनम छाबड़ा की मांगों को रखा जाएगा. शराबबंदी के मामले में किस तरह से आगे कदम उठाए जा सकते हैं, यह बात भी कमेटी के सामने रखी जाएगी. साथ ही पूनम छाबड़ा से भी सुझाव लिए जाएंगे.