ETV Bharat / city

राजनीति चमकाने के लिए नेताओं ने शिशुओं की मौत पर जो षड़यंत्र किया, वह दुर्भाग्यपूर्ण : गहलोत - कोटा जेके लोन अस्पताल

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोटा के जेके लोन अस्पताल में हुई शिशुओं की मौत पर उनके घरों में जाने वाले नेताओं पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा है कि स्थानीय नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए षड़यंत्र पूर्वक उनके घर गए. इसी बहाने मुख्यमंत्री एक इशारा अपनी ही सरकार के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की तरफ भी कर गए.

Ashok Gehlot on infants death, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
politics on the death of infants is unfortunate
author img

By

Published : Jan 11, 2020, 5:30 PM IST

जयपुर. राजस्थान के कोटा में हुए नवजात बच्चों की मौत का मामला धीरे-धीरे ठंडा पड़ रहा है लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुस्सा इस बात का है इस मामले में राजस्थान के कुछ स्थानीय नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए षड्यंत्र किया.

नवजात बच्चों की मौत पर नहीं जाया जाता उनके घर : अशोक गहलोत

उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीती भाजपा सरकार के समय से ही बच्चों की मृत्यु दर में कमी शुरू हो गई थी जो पहले 1400 थी अब घटकर 900 बच्चों तक आ गई है. इस पर किसी ने बात नहीं की. जानबूझकर ऐसा माहौल बनाया कि बच्चे मर रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि बच्चे नहीं मर रहे. बच्चे कब मर रहे हैं.

उन्होंने कहा कुछ स्थानीय नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए ऐसा किया क्योंकि हम लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ बोलते हैं. इसलिए उन्होंने जोधपुर, कोटा, जयपुर में इस तरह के लोग लगा रखे हैं जिन्होंने इस बात का मुद्दा बनाया. इस मामले में मीडिया ट्रायल चली और देश में प्रदेश की बदनामी हुई जो अच्छे संकेत नहीं है.

पढ़ेंः हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी, लेकिन कॉलेज में पढ़ाने के लिए फैकल्टी का संकट

उन्होंने कहा कि अगर सरकार से कोई गलती होती और मीडिया बात उठाता तोउस पर सरकार कार्रवाई भी करती. उन्होंने बच्चों के मरने पर उनके घर जाने वाले नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब कोई शिशु मरता है तो उसकी मां को सबसे ज्यादा दुख होता है. फिर पिता और परिवार को. ऐसे माहौल में बैठने जाने का कोई दुख नहीं होता. उन्होंने कहा कि हमने आज तक नहीं सुना कि नवजात शिशु या 8-9 माह के बच्चे की मौत पर कोई बैठने जाता हो. यह केवल दुर्भाग्यपूर्ण राजनीति थी.

पढ़ेंः मंत्री धारीवाल आज कोटा में, Jk lone मुद्दे के बाद अब करेंगे अस्पताल का निरीक्षण

गौरतलब है कि कोटा के जेके लोन अस्पताल में बीते माह हुई शिशुओं की मौत पर देशभर में जमकर राजनीति हुई. विपक्ष ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार को हर मोर्चे पर घेरने का प्रयास किया. कई दिनों तक भाजपा समेत कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने अस्पताल का दौरा किया. वहीं, प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी दौरा किया और मरने वाले शिशुओं के परिवारजनों से मुलाकात की थी और अपनी ही सरकार को जिम्मेदारी लेने पर घेरा था.

जयपुर. राजस्थान के कोटा में हुए नवजात बच्चों की मौत का मामला धीरे-धीरे ठंडा पड़ रहा है लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुस्सा इस बात का है इस मामले में राजस्थान के कुछ स्थानीय नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए षड्यंत्र किया.

नवजात बच्चों की मौत पर नहीं जाया जाता उनके घर : अशोक गहलोत

उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीती भाजपा सरकार के समय से ही बच्चों की मृत्यु दर में कमी शुरू हो गई थी जो पहले 1400 थी अब घटकर 900 बच्चों तक आ गई है. इस पर किसी ने बात नहीं की. जानबूझकर ऐसा माहौल बनाया कि बच्चे मर रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि बच्चे नहीं मर रहे. बच्चे कब मर रहे हैं.

उन्होंने कहा कुछ स्थानीय नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए ऐसा किया क्योंकि हम लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ बोलते हैं. इसलिए उन्होंने जोधपुर, कोटा, जयपुर में इस तरह के लोग लगा रखे हैं जिन्होंने इस बात का मुद्दा बनाया. इस मामले में मीडिया ट्रायल चली और देश में प्रदेश की बदनामी हुई जो अच्छे संकेत नहीं है.

पढ़ेंः हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी, लेकिन कॉलेज में पढ़ाने के लिए फैकल्टी का संकट

उन्होंने कहा कि अगर सरकार से कोई गलती होती और मीडिया बात उठाता तोउस पर सरकार कार्रवाई भी करती. उन्होंने बच्चों के मरने पर उनके घर जाने वाले नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब कोई शिशु मरता है तो उसकी मां को सबसे ज्यादा दुख होता है. फिर पिता और परिवार को. ऐसे माहौल में बैठने जाने का कोई दुख नहीं होता. उन्होंने कहा कि हमने आज तक नहीं सुना कि नवजात शिशु या 8-9 माह के बच्चे की मौत पर कोई बैठने जाता हो. यह केवल दुर्भाग्यपूर्ण राजनीति थी.

पढ़ेंः मंत्री धारीवाल आज कोटा में, Jk lone मुद्दे के बाद अब करेंगे अस्पताल का निरीक्षण

गौरतलब है कि कोटा के जेके लोन अस्पताल में बीते माह हुई शिशुओं की मौत पर देशभर में जमकर राजनीति हुई. विपक्ष ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार को हर मोर्चे पर घेरने का प्रयास किया. कई दिनों तक भाजपा समेत कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने अस्पताल का दौरा किया. वहीं, प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी दौरा किया और मरने वाले शिशुओं के परिवारजनों से मुलाकात की थी और अपनी ही सरकार को जिम्मेदारी लेने पर घेरा था.

Intro:स्थानीय नेताओं ने की कोटा मामले में बच्चों की मौत पर राजनीति राजस्थान में बीती सरकार से अब तक मृत्यु दर घट कर रह गई 14:00 सौ से 900 बच्चों की मौत के बाद उनके घर जाने वाले नेताओं पर भी मुख्यमंत्री ने खड़े किए सवाल बोले अपनी राजनीति चमकाने के लिए स्थानीय नेताओं ने किया षड्यंत्र इस तरह से नवजात बच्चों की मौत पर नहीं जाया जाता उनके घर लेकिन सवाल ये कि क्या यह सवाल सचिन पायलट के लिए भी पूछ गए मुख्यमंत्री


Body:राजस्थान के कोटा में हुए नवजात बच्चों की मौत का मामला धीरे-धीरे ठंडा पड़ रहा है लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुस्सा इस बात का है इस मामले में राजस्थान के कुछ स्थानीय नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए षड्यंत्र किया उन्होंने कहा कि राजस्थान ने बीती भाजपा सरकार के समय से ही बच्चों की मृत्यु दर में कमी शुरू हो गई थी जो अब घटकर 900 बच्चों तक आ गई है इस पर किसी ने बात नहीं की और जानबूझकर ऐसे माहौल बनाया कि बच्चे मर रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि बच्चे नहीं मर रहे हैं बच्चे कब मर रहे हैं कुछ स्थानीय नेताओं ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए ऐसा किया क्योंकि हम लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ बोलते हैं तो इसी लिए उन्होंने जोधपुर कोटा जयपुर में इस तरह के लोग लगा रखे हैं जो नोनू को यीशु बनाए इस मामले में मीडिया ट्रायल चली और देश में प्रदेश की बदनामी हुई जो अच्छे संकेत नहीं है उन्होंने कहा कि अगर सरकार से कोई गलती होती और मीडिया बाद उठा था तो उस पर सरकार कार्रवाई भी करती मयूर उन्हें बच्चों के मरने पर उनके घर जाने वाले नेताओं पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब कोई शिशु मरता है तो उसकी मां को सबसे ज्यादा दुख होता है फिर पिता और परिवार को ऐसे माहौल में बैठने जाने का कोई दुख नहीं होता है उन्होंने कहा कि हमने आज तक नहीं सुना कि नवजात शिशु या 8 9 महीने के बच्चे की मौत पर कोई बैठने जाता हो यह केवल दुर्भाग्यपूर्ण राजनीति थी
वाइट अशोक गहलोत मुख्यमंत्री राजस्थान


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.