जयपुर. राजस्थान बजट 2022 पर भाजपा के सवालों को लेकर आरटीडीसी के चेयरमैन ने पलटवार किया है. धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि किसी भी तरीके से यह निर्णय कानून की पेचीदगियों में नहीं फंसेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुत ज्यादा अनुभवी हैं. उन्होंने कानून के एक्सपर्ट से राय लेने के बाद यह घोषणा की है. यह तो बीजेपी के लोग हैं (Dharmendra Rathore Alleged BJP) जो कोई न कोई भ्रम फैलाते रहते हैं.
राठौड़ ने कहा कि कोई भी जनकल्याणकारी फैसला बीजेपी के लोगों को तो करना आता नहीं, वह तो केवल भ्रम फैलाते हैं. इसलिए इस तरह के बयान जारी कर रहे हैं. राठौड़ ने कहा कि कुछ नेता कह रहे हैं कि कर्मचारियों की जो ओल्ड पेंशन चालू की है, उसका 2030 में भार आएगा. राठौड़ ने कहा कि (Implementation of Old Pension Scheme in Rajasthan Budge) अगर इसका भार 2030 में आएगा तो हम तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कह रहे हैं कि आपको भी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए यही घोषणा कर देनी चाहिए.
बीजेपी सिर्फ झूठ को किस तरह फैलाया जाए, इसको लेकर काम करती है. धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि कर्मचारियों में इस फैसले को लेकर खुशी है. अब केंद्र की सरकार अपनी बताए कि क्या वो ओल्ड पेंशन पर निर्णय करेगी. राठौड़ ने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि मोदी सरकार एंटी फार्म, एंटी अप्लाई और आंटी मजदूर रही है. ये जो गुजरात मॉडल की बात करते हैं, हम तो गुजरात में कई बार गए हैं. बताएं कि गुजरात में आखिर ऐसा क्या किया है जो राजस्थान में नहीं हुआ है. राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में हर एक घोषणा सबसे पहले हुई है और उसको इंप्लीमेंट भी किया है. राजस्थान ने जो बजट पेश किया है वह नंबर वन है. इसलिए बीजेपी के लोग गुमराह करना बंद करें. अब उनके भ्रम में लोग आने वाले नहीं हैं.
हम आपको बता दें कि बीजेपी ने कर्मचारियों को लेकर लिए गए सरकार के इस फैसले पर कहा था कि ओल्ड पेंशन लागू करने से राज्य पर आर्थिक भार बढ़ेगा. यह भार 2030 में सामने आएगा. बीजेपी ने कहा था कि सरकार के इस फैसले से प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर बहुत ज्यादा असर पड़ेगा. कांग्रेस ने सिर्फ अपने वोट बैंक को साधने के लिए (Rajasthan Budget 2022) इस तरह की घोषणा की है.