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किसान पर गर्माई राजस्थान की सियासत, पायलट ने पूर्वी राजस्थान में भरी हुंकार...RLP की ट्रैक्टर परेड हुई 'पंक्चर'

राजस्थान में भी किसान के नाम पर राजनीति साधने की कवायद जोरों पर है. सचिन पायलट ने पूर्वी राजस्थान से अपनी जमीन को मजबूत करने के लिये किसान सम्मेलन और महापंचायतों का दौर शुरू कर दिया है. आज शुक्रवार को दौसा में सभा के दौरान पायलट ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. वहीं, दूसरी ओर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संस्थापक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की तरफ से जयपुर में भी ट्रैक्टर रैली के जरिये हुंकार का दावा किया गया, लेकिन ये हुंकार भी सांकेतिक रही.

congress kisan mahapanchayat
किसान पर गर्माई राजस्थान की सियासत
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Published : Feb 5, 2021, 7:48 PM IST

Updated : Feb 5, 2021, 10:50 PM IST

जयपुर. देशभर में जारी किसान आंदोलन की सियासत के बीच राजस्थान में भी किसान के नाम पर राजनीति साधने की कवायद जोरों पर है. अपनी ही पार्टी से बागी होकर वापसी कर रहे कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष/पूर्व उपमुख्यमंत्री और टोंक से विधायक सचिन पायलट ने पूर्वी राजस्थान में अपनी जमीन को मजबूत करने के लिये किसान सम्मेलन और महापंचायतों का दौर शुरू कर दिया है. मतलब साफ है कि आलाकमान की आवाज में आवाज मिलाकर पायलट किसानों की बात कर रहे हैं और जमीन पर पकड़ बनाये रखने के लिये राजस्थान के दौरे भी शुरू कर दिये हैं, ताकि एक तीर से दो निशानों को साधा जा सके.

दौसा में कांग्रेस की किसान महापंचायत...

आलाकमान किसान महासम्मेलन में आने वाली भीड़ के जरिये पायलट की मौजूदा पकड़ को नजर अंदाज नहीं कर पाएगा तो सक्रियता से मिली पब्लिसिटी के आगे विरोधियों के पैतरों को भी विफल बनाने की नीति काम कर सकती है. वहीं, दूसरी ओर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संस्थापक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की तरफ से जयपुर में भी ट्रैक्टर रैली के जरिये हुंकार का दावा किया गया, लेकिन ये हुंकार भी सांकेतिक रही. जिसमें एक दर्जन के करीब ट्रैक्टर चालकों ने शिरकत करते हुए केंद्र सरकार के तीन किसान बिलों की सड़कों पर मुखालफत की.

पढ़ें : कृषि कानूनों के खिलाफ विश्वेंद्र सिंह की किसान महापंचायत...6 जनवरी को UP के लोग भी होंगे शामिल

पायलट की जमीनी तैयारी...

आज शुक्रवार को दौसा में शुरू हुई किसान महापंचायत में सचिन पायलट ने केंद्र सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपने चंद उद्योगपति मित्रों के लिए पूरे देश के किसानों को संकट में डाल रही है और किसानों को यह दिलासा दिया जा रहा है कि हम मंडी बंद नहीं कर रहे हैं, लेकिन ये जाहिर है कि जब मंडी व्यापारियों की खरीद-फरोख्त बंद हो जाएगी तो एक-दो साल में मंडी खुद ब खुद बंद हो जाएगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की किसानों के प्रति यह अन्याय पूर्ण सोच हम किसी भी हद तक बर्दाश्त नहीं करेंगे और गांधीवादी तरीके से हम काले कानूनों को वापस करवाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.

congress kisan mahapanchayat
पायलट ने पूर्वी राजस्थान में भरी हुंकार...

सचिन पायलट ने कहा कि मोदी सरकार ने अपनी निरंकुशता के चलते यह तीनों कानून पारित करने से पहले किसी भी राज्य की सरकार से पूछा तक नहीं, जबरन सदन में इन्हें पेश कर देश पर थोप दिया गया. पायलट ने कहा कि हमारे किसान दिल्ली की सड़कों पर पिछले 2 महीने से भी अधिक समय से कड़कड़ाती ठंड में बैठे हैं और कई किसान शहीद हो गए, लेकिन उसके बावजूद भी केंद्र सरकार इन विरोधी कानूनों को वापस लेना नहीं चाहती. किसान के मसले के बीच राजस्थान की सियासत पर गौर करें तो ये बात अहम है कि सचिन पायलट ने अपने दौरों के लिए सबसे पहले उस पूर्वी राजस्थान को चुना है, जहां उनकी पकड़ मानी जाती है. आज के कार्यक्रम के इतर फरवरी में पायलट के दो और कार्यक्रम है और ये सारे उन विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे हैं जहां विधायक पायलट कैंप के हैं.

पढ़ें : कृषि कानून का मुद्दा किसी एक दल का नहीं...मंडियां बंद करने की साजिश है : पायलट

आज पायलट दौसा के दौरे पर थे. दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा का क्षेत्र है जो की सचिन पायलट के साथ नाराजगी दिखाकर जाने वाले विधायकों में शामिल थे. 5 फरवरी के किसान सम्मेलन के बाद सचिन पायलट 9 फरवरी को बयाना के दौरे पर रहेंगे. बयाना में सचिन पायलट का धार्मिक आयोजन में शिरकत का कार्यक्रम है, जिसमें उनकी जनसभा भी हो सकती है. बयाना के विधायक अमर सिंह जाटव भी सचिन पायलट कैंप के विधायक हैं तो वहीं फरवरी महीने में तीसरा कार्यक्रम सचिन पायलट का 17 फरवरी को होगा. जब वह चाकसू के कोटखावदा में स्वर्गीय राजेश पायलट की मूर्ति अनावरण के कार्यक्रम और भगवान देवनारायण मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. इस कार्यक्रम में भी बड़ी तादाद में लोगों के पहुंचने का अनुमान है. यह जनसभा भी पायलट के समर्थक विधायक वेद सोलंकी करवाते दिखाई देंगे. मतलब सचिन पायलट ने आज दौसा के कार्यक्रम में भीड़ जुटाकर ये दिखा दिया है कि उनकी अहमियत जमीनी नेताओं में ही आएगी.

RLP की ट्रैक्टर परेड हुई पंक्चर...

RLP की ट्रैक्टर परेड हुई पंक्चर...

वहीं, आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल की ट्रैक्टर रैली को लेकर जयपुर में पुलिस प्रशासन की तरफ से बड़ी तैयारियां की गई थी. कार्यक्रम का तय समय सुबह 9 बजकर तीस मिनट का था, जिसमें चंद चेहरों के अलावा मौके पर कुछ खास देखने को नहीं मिला. एक ट्रैक्टर के जरिये प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन वाली जगह पर सांकेतिक प्रदर्शन के लिये एक ट्रैक्टर लाया गया. हालांकि, कुछ स्थानीय नेताओं के सहयोग से दोपहर बाद एक दर्जन से ज्यादा ट्रैक्टर रैली में शामिल हुए और लवाजमा अजमेर रोड होते हुए कलेक्ट्रेट सर्किल पर पहुंचा, जहां RLP नेताओं ने राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और उसके बाद रैली का समापन किया गया. इस दौरान रैली में बड़े चेहरों की मौजूदगी नहीं देखी गई और पार्टी की महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष स्पर्धा चौधरी और यूथ विंग के नेता अभिषेक चौधरी ही तय एलान को पूरा करने में जुटे रहे.

जयपुर. देशभर में जारी किसान आंदोलन की सियासत के बीच राजस्थान में भी किसान के नाम पर राजनीति साधने की कवायद जोरों पर है. अपनी ही पार्टी से बागी होकर वापसी कर रहे कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष/पूर्व उपमुख्यमंत्री और टोंक से विधायक सचिन पायलट ने पूर्वी राजस्थान में अपनी जमीन को मजबूत करने के लिये किसान सम्मेलन और महापंचायतों का दौर शुरू कर दिया है. मतलब साफ है कि आलाकमान की आवाज में आवाज मिलाकर पायलट किसानों की बात कर रहे हैं और जमीन पर पकड़ बनाये रखने के लिये राजस्थान के दौरे भी शुरू कर दिये हैं, ताकि एक तीर से दो निशानों को साधा जा सके.

दौसा में कांग्रेस की किसान महापंचायत...

आलाकमान किसान महासम्मेलन में आने वाली भीड़ के जरिये पायलट की मौजूदा पकड़ को नजर अंदाज नहीं कर पाएगा तो सक्रियता से मिली पब्लिसिटी के आगे विरोधियों के पैतरों को भी विफल बनाने की नीति काम कर सकती है. वहीं, दूसरी ओर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संस्थापक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की तरफ से जयपुर में भी ट्रैक्टर रैली के जरिये हुंकार का दावा किया गया, लेकिन ये हुंकार भी सांकेतिक रही. जिसमें एक दर्जन के करीब ट्रैक्टर चालकों ने शिरकत करते हुए केंद्र सरकार के तीन किसान बिलों की सड़कों पर मुखालफत की.

पढ़ें : कृषि कानूनों के खिलाफ विश्वेंद्र सिंह की किसान महापंचायत...6 जनवरी को UP के लोग भी होंगे शामिल

पायलट की जमीनी तैयारी...

आज शुक्रवार को दौसा में शुरू हुई किसान महापंचायत में सचिन पायलट ने केंद्र सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपने चंद उद्योगपति मित्रों के लिए पूरे देश के किसानों को संकट में डाल रही है और किसानों को यह दिलासा दिया जा रहा है कि हम मंडी बंद नहीं कर रहे हैं, लेकिन ये जाहिर है कि जब मंडी व्यापारियों की खरीद-फरोख्त बंद हो जाएगी तो एक-दो साल में मंडी खुद ब खुद बंद हो जाएगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की किसानों के प्रति यह अन्याय पूर्ण सोच हम किसी भी हद तक बर्दाश्त नहीं करेंगे और गांधीवादी तरीके से हम काले कानूनों को वापस करवाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.

congress kisan mahapanchayat
पायलट ने पूर्वी राजस्थान में भरी हुंकार...

सचिन पायलट ने कहा कि मोदी सरकार ने अपनी निरंकुशता के चलते यह तीनों कानून पारित करने से पहले किसी भी राज्य की सरकार से पूछा तक नहीं, जबरन सदन में इन्हें पेश कर देश पर थोप दिया गया. पायलट ने कहा कि हमारे किसान दिल्ली की सड़कों पर पिछले 2 महीने से भी अधिक समय से कड़कड़ाती ठंड में बैठे हैं और कई किसान शहीद हो गए, लेकिन उसके बावजूद भी केंद्र सरकार इन विरोधी कानूनों को वापस लेना नहीं चाहती. किसान के मसले के बीच राजस्थान की सियासत पर गौर करें तो ये बात अहम है कि सचिन पायलट ने अपने दौरों के लिए सबसे पहले उस पूर्वी राजस्थान को चुना है, जहां उनकी पकड़ मानी जाती है. आज के कार्यक्रम के इतर फरवरी में पायलट के दो और कार्यक्रम है और ये सारे उन विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे हैं जहां विधायक पायलट कैंप के हैं.

पढ़ें : कृषि कानून का मुद्दा किसी एक दल का नहीं...मंडियां बंद करने की साजिश है : पायलट

आज पायलट दौसा के दौरे पर थे. दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा का क्षेत्र है जो की सचिन पायलट के साथ नाराजगी दिखाकर जाने वाले विधायकों में शामिल थे. 5 फरवरी के किसान सम्मेलन के बाद सचिन पायलट 9 फरवरी को बयाना के दौरे पर रहेंगे. बयाना में सचिन पायलट का धार्मिक आयोजन में शिरकत का कार्यक्रम है, जिसमें उनकी जनसभा भी हो सकती है. बयाना के विधायक अमर सिंह जाटव भी सचिन पायलट कैंप के विधायक हैं तो वहीं फरवरी महीने में तीसरा कार्यक्रम सचिन पायलट का 17 फरवरी को होगा. जब वह चाकसू के कोटखावदा में स्वर्गीय राजेश पायलट की मूर्ति अनावरण के कार्यक्रम और भगवान देवनारायण मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. इस कार्यक्रम में भी बड़ी तादाद में लोगों के पहुंचने का अनुमान है. यह जनसभा भी पायलट के समर्थक विधायक वेद सोलंकी करवाते दिखाई देंगे. मतलब सचिन पायलट ने आज दौसा के कार्यक्रम में भीड़ जुटाकर ये दिखा दिया है कि उनकी अहमियत जमीनी नेताओं में ही आएगी.

RLP की ट्रैक्टर परेड हुई पंक्चर...

RLP की ट्रैक्टर परेड हुई पंक्चर...

वहीं, आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल की ट्रैक्टर रैली को लेकर जयपुर में पुलिस प्रशासन की तरफ से बड़ी तैयारियां की गई थी. कार्यक्रम का तय समय सुबह 9 बजकर तीस मिनट का था, जिसमें चंद चेहरों के अलावा मौके पर कुछ खास देखने को नहीं मिला. एक ट्रैक्टर के जरिये प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन वाली जगह पर सांकेतिक प्रदर्शन के लिये एक ट्रैक्टर लाया गया. हालांकि, कुछ स्थानीय नेताओं के सहयोग से दोपहर बाद एक दर्जन से ज्यादा ट्रैक्टर रैली में शामिल हुए और लवाजमा अजमेर रोड होते हुए कलेक्ट्रेट सर्किल पर पहुंचा, जहां RLP नेताओं ने राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और उसके बाद रैली का समापन किया गया. इस दौरान रैली में बड़े चेहरों की मौजूदगी नहीं देखी गई और पार्टी की महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष स्पर्धा चौधरी और यूथ विंग के नेता अभिषेक चौधरी ही तय एलान को पूरा करने में जुटे रहे.

Last Updated : Feb 5, 2021, 10:50 PM IST
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