जयपुर. पंजाब कांग्रेस में पिछले दिनों हुए विवाद के बाद जब नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था, उस समय राजस्थान के राजस्व मंत्री और पंजाब के पूर्व प्रभारी सचिव रह चुके हरीश चौधरी को राहुल गांधी ने विधायकों का मन जानने के लिए पर्दे के पीछे रहकर काम करने को कहा था. कहा जाता है कि हरीश चौधरी ने ही नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर विधायकों की राय कांग्रेस आलाकमान तक पहुंचाने का अहम काम किया था.
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बहरहाल, उस राय के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया था, लेकिन एक बार फिर पंजाब कांग्रेस में उठापटक की स्थिति बन गई है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर 40 विधायकों ने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग कर दी है.
यही कारण है कि शनिवार शाम 5 बजे पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक चंडीगढ़ में बुलाई गई है. ऐसे में पंजाब कांग्रेस में फिर से शुरू हुई कलह को सुलझाने के लिए पार्टी ने केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अजय माकन के साथ ही राजस्थान के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी सौंपी है. हरीश चौधरी दिल्ली पहुंच चुके हैं, जो अजय माकन के साथ ही दिल्ली से चंडीगढ़ शाम 5 बजे पहुंचेंगे.
दरअसल, हरीश चौधरी पंजाब में प्रभारी सचिव की भूमिका निभा चुके हैं. ऐसे में पंजाब कांग्रेस के विधायकों से उनके अच्छे संबंध हैं. यही कारण है कि राहुल गांधी ने पिछली बार उन्हें पर्दे के पीछे रहकर विधायकों का मन टटोलने की बात कही थी तो इस बार उन्हें सामने लाकर विधायक दल की बैठक में ऑब्जर्वर बनाकर भेजा जा रहा है.