जयपुर. राजधानी के भांकरोटा थाने में हत्या की वारदात के 8 महीने बाद पुलिस ने (Police registers FIR after 8 months) तीन हत्यारों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है. 70 साल का बुजुर्ग अपने इकलौते बेटे की हत्या को लेकर पिछले कई महीनों से उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराऊ पुलिस थाने के चक्कर लगाता रहा. लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया.
आखिर में तंग आकर 70 वर्षीय सतनाम सिंह ने हाथरस मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने अपनी पीड़ा बयान की और कोर्ट (UP Hathras Court ordered) की दखल के बाद पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा गया. हत्या का मामला जयपुर के भांकरोटा थाने से जुड़ा हुआ था इसलिए सिकंदराऊ थाने ने कोर्ट के आदेश जयपुर डीसीपी वेस्ट कार्यालय पर भेजे. इसके बाद राजधानी के भांकरोटा थाने में सत्येंद्र, जितेंद्र और निशा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
पेंट का काम कराने यूपी से जयपुर लाएः सतनाम सिंह ने शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि उनके इकलौते बेटे रूपकिशोर को सितंबर 2021 में सत्येंद्र, जितेंद्र और निशा हाथरस से पेंटिंग का काम कराने के लिए जयपुर लाए थे. रूपकिशोर ने फोन पर अपने जीजा संजय को बताया था कि उसकी मजदूरी के करीब 1 लाख रुपए सत्येंद्र और जितेंद्र पर बकाया है. जिसके लिए वह लगातार तकाजा कर रहा है और मजदूरी के रुपए मांगने पर सत्येंद्र व जितेंद्र की ओर से उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है.
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सितंबर माह के अंत में मजदूरी के रुपए मांगने पर सत्येंद्र, जितेंद्र व निशा ने मिलकर (young man was murdered ) रूपकिशोर की गला घोंटकर हत्या कर दी और लाश जयपुर से यूपी उसके गांव ले जाकर फेंक दी. जिस पर कुछ ग्रामीणों ने तीनों आरोपियों का पीछा भी किया. लेकिन तीनों मौके से फरार होने में सफल हो गए. वारदात के बाद से ही तीनों आरोपी गांव से फरार चल रहे हैं. यह पूरा प्रकरण भांकरोटा थाने से जुड़ा हुआ है. जिसके चलते अब हत्या की वारदात के 8 महीने बाद भांकरोटा थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है.