जयपुर. राजधानी पुलिस ने एक फर्जी आईएएस बनकर ठगी करने वाले युवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी शातिर ठग का नाम नीरज कुमार है. जो कि खुद को आईएएस बताकर वर्तमान में राष्ट्रपति भवन में कार्यरत बताकर लाखों की ठगी को अंजाम दे चुका है. इससे पहले भी आरोपी इसी तरह की ठगी के मामले में जेल भी जा चुका है लेकिन फिर फर्जी अधिकारी बनकर ठगी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया.
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दरअसल सोमवार को संजीव चन्द्रावत ने अशोकनगर थाने में रिपोर्ट दी. जिसमे उन्होंने बताया कि एक युवक खुद को आईएएस अधिकारी और वर्तमान में राष्ट्रपति भवन में बताकर उससे बोर्ड में बड़ा पद दिलाने और उसके मित्रों को नौकरी लगाने के नाम पर 5 लाख रुपये ले लिए. वहीं, भीलवाड़ा में एक युवक को यूआईटी चेयरमैन लगाने के नाम पर 50 लाख रुपये की मांग की. जिसके बाद पीड़ितों को युवक पर शक हुआ और एफआईआर दर्ज करवाई.
वहीं, एक अन्य रिपोर्ट परिवादी सुल्तान सिंह ने अशोकनगर थाने में दी. जिसमें बताया गया कि एक व्यक्ति जिसने अपना नाम नीरज कुमार बताया और खुद को राष्ट्रपति भवन में ओएसडी बताते हुए किसी अन्य व्यक्ति से मेरे खाते में 50-50 हजार रुपये डलवाकर मेरे से 50 हजार कैश लिए. ऐसे में एक ही दिन में 2 मामले देख एसीपी नेमीचंद खारिया ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम का गठन कर रामबाग पैलेस में परिवादी और पीड़ितों के साथ जाल बिछाया. एक लिफाफे में धनराशि बताते हुए अखबारी कागज रखे गए और जैसे ही ठग नीरज कुमार गुप्ता ने लिफाफा लिया तो पुलिस ने तत्काल उसे हिरासत में ले लिया.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक गुप्ता के अनुसार पूछताछ में सामने आया कि आरोपी नीरज कुमार हिंडोन का रहने वाला है, जो कि 12वीं कक्षा में 3 साल पहले फेल होने पर उसने पढ़ाई छोड़ दी. जिसके बाद उसने अधिकारियों का रहन सहन देखकर खुद को आईएएस अधिकारी बताना शुरू कर दिया और हिंडोन, जोधपुर, गंगानगर, जयपुर, सीकर आदि स्थानों पर लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया.
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पुलिस ने बताया कि 1 साल पहले भी खुद को फर्जी आईएएस बताने के मामले में गिरफ्तार हो चुका है. आरोपी अक्सर सर्किट हाउस में रुकता था और बड़े होटलों में चाय कॉफी के बहाने लोगों को भ्रम में डाल कर उनसे नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करता था. जिसको लेकर पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है.